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Ajwain Benefit: आयुर्वेद में हींग, काला नमक और अजवाइन बहुत फायदेमंद हैं। ये गैस, एसिडिटी और अपच को कम करने में प्रभावी हैं। हींग, अजवाइन और काला नमक को कौन सी बीमारियों में उपयोग किया जाता है और इनका चूर्ण कैसे बनाया जाता है?
Ajwain Benefit: आयुर्वेद में आपकी किचन में उपलब्ध कई चीजों का उपयोग किया जाता है। हींग, अजवाइन और काला नमक भी प्रभावी हैं। इन तीनों चीजों के औषधीय गुणों से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। थाइमोल, अजवाइन का एक यौगिक, अपच, गैस और एसिडिटी को कम करता है। वहीं हींग पेट फूलने पर राहत देती है। हींग में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-माइक्रोबियल, एंटीसेप्टिक और एंटीपास्मोडिक गुण हैं। काला नमक भी पाचन को सुधारता है। इन तीनों चीजों को एक साथ खाने से कई पेट की बीमारियां दूर हो जाती हैं। हींग, अजवाइन और काला नमक किस बीमारी को दूर करते हैं?
हींग, अजवाइन और काला नमक के लाभ
- गैस राहत- हींग, अजवाइन और काला नमक मिलाकर खाने से गैस की समस्या हल होती है। सीने में एसिडिटी और जलव को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीमाइक्रोबियल सामग्री मिलती हैं, जो लाभदायक हैं।
- मजबूत पाचन- 1 चम्मच अजवाइन, काला नमक और हींग का चूर्ण पाचन से जुड़ी समस्याओं, जैसे खाना आसानी से नहीं पचता है, के लिए उपचार है। इससे खाना पचाना और वजन कम करना आसान होता है।
- दूर होगा अपच – हींग, काला नमक और अजवाइन को मिलाकर खाने से अपच ठीक होता है। ये तीनों चीजें मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती हैं और शरीर पर जमा चर्बी को कम करती हैं। अजवाइन पीरियड दर्द को भी कम करता है।
- लो ब्लड प्रेशर में लाभकारी- ये चूर्ण बीपी वाले लोगों के लिए बहुत अच्छा है। आप इसे खा सकते हैं अगर आपका बीपी नॉर्मल है। सुबह शाम इस मिश्रण को चार ग्राम गुनगुने पानी से मिलाकर लेना चाहिए।
- ठंड में राहत- ठंड और सर्दी-जुकाम में राहत पहुंचाने के लिए भी अजवाइन, काला नमक और हींग को फायदेमंद माना जाता है। इससे गले में दर्द कम होता है। इस चूर्ण को गर्म पानी से खाना चाहिए।
हींग, अजवाइन और काला नमक कैसे खाएं
आप इस मिश्रण को घर पर बना सकते हैं। इसे पीसकर चूर्ण बनाया जा सकता है। 10 ग्राम हींग इसमें मिलाना चाहिए। 200 ग्राम काला नमक और 300 ग्राम अजवाइन लेना चाहिए। सब कुछ मिलाकर पीस लें। इसे इस तरह मिलाकर रख सकते हैं। 1-2 चम्मच सुबह या शाम खा सकते हैं।