Home राज्यउत्तर प्रदेश CM Yogi Adityanath ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

CM Yogi Adityanath ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

by editor
CM Yogi Adityanath ने लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया

CM Yogi Adityanath ने भोजपुरिया सनेश स्मारिका का विमोचन किया तथा सभी को छठ महापर्व की बधाई दी

CM Yogi Adityanath आज यहां लक्ष्मण मेला मैदान में आयोजित छठ महापर्व में शामिल हुए। उन्होंने अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। उन्होंने भोजपुरिया सनेश स्मारिका का विमोचन किया। मुख्यमंत्री जी ने सभी को छठ
महापर्व की बधाई दी। छठ महापर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भोजपुरी में अपने सम्बोधन की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘छठ पूजा’ में आइके हमरा बड़ा आनन्द महसूस हो रहल बा। लोक आस्था के महापर्व ‘छठ’ के आप सबके बहुत-बहुत बधाई अउर शुभकामना।

छठी मइया की कृपा आप सबके ऊपर बनल रहे। सबके जीवन खुशहाल रहे। आप सबके जीवन में उमंग और उत्साह बनल रहे। परिवार खातिर कठिन व्रत रखने वाली माता और बहन लोगन के हमरी तरफ से विशेष मंगलकामना। पूरे दुनिया में हजारों भाषा अऊर बोली बा लेकिन भारत की संस्कृति के अलगे स्थान बा। ओही में भोजपुरी भाषा, संस्कृति आपन दुनिया में अलग मिठास और सुगन्ध के कारन सबसे हटके आपन पहिचान बनवले बा। अउर अलगे आपन इतिहास बा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह पर्व लोक आस्था के साथ-साथ राष्ट्रीय एकता, एकात्मता और अखण्डता के प्रतीक हैं। यह प्रसन्नता का विषय है कि अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के द्वारा आयोजित छठ महापर्व का यह 40वां वर्ष है। वर्ष 1984 से लक्ष्मण मेला मैदान में यह आयोजन लगातार होता आ रहा है। यह भोजपुरी समाज के साथ ही अखिल भारतीय समाज का उत्सव बन गया है। भोजपुरी समाज बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से देश और दुनिया में जहां कहीं भी गया, अपने साथ पर्व की सुगंध ले जाकर ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहारों के आयोजन के पीछे यह भाव है कि हम सभी मिलकर भेदभाव को समाप्त कर एक समरस समाज की स्थापना कर सकंे तथा अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति कर सकें। हम सभी मिलकर आयोजनों में सहभागी बनें। हम जाति, क्षेत्र तथा भाषा सहित किसी भी प्रकार के बन्धनों से मुक्त होकर समरस समाज की स्थापना के लिए मिलकर कार्य कर सकें,
इस भाव से पर्व और त्योहार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। छठ के आयोजन ने भी देश भर में इसी भक्ति भावना से लोगों के मन एक स्थान बनाया है। विरासत को विकास के साथ जोड़कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश में जो कार्य प्रारम्भ किये, उसके परिणामस्वरूप हम आज एक नये भारत का दर्शन कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चेन्नई, हैदराबाद या बैंग्लुरु सहित देश तथा दुनिया में लोगों ने छठ के आयोजन से जुड़़कर इसे नई ऊँचाई देने का कार्य किया है। यह भोजपुरी समाज के दुनिया में महत्व और पर्व और त्योहारों के माध्यम से लोक आस्था को जीवन्त बनाए रखने का एक आदर्श उदाहरण है। छठ महापर्व इसकी एक महत्वपूर्ण कड़ी है। हम छठी मैया की कृपा के लिए यह आयोजन करते हैं। यह लोक आस्था का एक ऐसा पर्व है, जो सूर्य उपासना के साथ जुड़ा हुआ है। सूर्य इस धरती के लोक देवता हैं। इस चराचर जगत की किसी भी वस्तु में सूर्य देव की कृपा के बिना जीवन नहीं आ सकता है। सूर्य देव की कृपा से ही हर ओर हलचल और जीवन है। सूर्य देव की उपासना, उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना भी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अस्तांचल सूर्य को अर्घ्य देकर माताएं अपने इस व्रत को और ऊँचाई प्रदान कर रही हैं। कल सूर्य उदय के साथ अर्घ्य देकर इस व्रत की पूर्णाहुति होगी। यह बहुत कठिन व्रत है। इतने कठिन व्रत के साथ जुड़कर व्रती और व्रत दोनों का महत्व बढ़ जाता है। जो संकल्प आज हमारी माताएं और बहनें ले रही हैं, भोजपुरी समाज इसके साथ जुड़कर इसे और मजबूती प्रदान कर रहा है। यही संकल्प हमारा अपने राष्ट्र के प्रति भी होना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्व और त्योहार तभी तक जीवित हैं, जब तक हमारा राष्ट्र धर्म जीवित है। हम पर्व और त्योहार का आयोजन करें और उनके साथ जुड़े, लेकिन इन पर्व एवं त्योहारों का समावेश एक राष्ट्रीय धर्म के साथ भी करें। राष्ट्रीय धर्म जिसमें हर व्यक्ति का हर काम देश के नाम हो। प्रधानमंत्री जी के जीवन का यही संकल्प है कि हर काम देश के नाम। हम अपने पर्व और त्याहारों के माध्यम से
समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब 140 करोड़ भारतवासी एक स्वर से बोलते हैं, तो पूरी दुनिया उनकी बात को सुनती है। दुनिया का कोई भी देश भारत की ओर टेढ़ी नजरों से नहीं देेख सकता है। जब हम जाति, मत, मजहब आदि के आधार पर बटे होते हैं, तो दुनिया भी हमें नजर अन्दाज करती है। जब हम आपस में ही बटे रहेंगे, तो इसके दुष्परिणाम भी हमारे सामने आएंगे। 05 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने कश्मीर के सम्बन्ध में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त करने की घोषणा की थी। इसके माध्यम से आतंकवाद के ताबूत पर अन्तिम कील ठोंकने का कार्य हुआ था। दुनिया ने भारत की ताकत का एहसास किया था।

दुनिया ने यह देखा था कि यह नया भारत है। नया भारत किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगा, लेकिन यदि कोई इसे छेड़ेगा, तो उसे छोड़ेगा भी नहीं। यह न झुकेगा, न डिगेगा, न हटेगा, बल्कि राष्ट्र की रक्षा करने के लिए सब कुछ न्योछावर करने के लिए तैयार होगा। भारत की एकता और अखण्डता को बनाए रखने के लिए जो भी कठिन से कठिन कदम उठाने की आवश्यकता पड़ेगी, उसे उठाने में हिचकेगा नहीं। कश्मीर आज एक बार फिर से भारत का स्वर्ग बनने की ओर अग्रसर है। वहां बड़े-बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य हो रहे हैं। कश्मीर में टनल, आई0आई0टी0, आई0आई0एम0, एम्स जैसे संस्थान बन रहे हैं। प्रधानमंत्री जी ने कश्मीर को सुरक्षा की गारण्टी दी है। इसके लिए कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त किया गया। आज कश्मीर विकास की मुख्य धारा से जुड़कर आगे बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 140 करोड़ भारतवासी प्रत्येक परिस्थिति में देश की एकता व अखण्डता के पक्षधर हैं और इसे मजबूती प्रदान करना चाहते हैं। जो भी इसके साथ खिलवाड़ करेगा, उसेे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हर भारतवासी तैयार है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, विधान परिषद सदस्य श्री गोविन्द नारायण शुक्ला एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर, अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के अध्यक्ष श्री प्रभुनाथ राय एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

Source: https://information.up.gov.in

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