Table of Contents
बीजेपी गठबंधन को बहुमत मिलना मुश्किल होगा। यही कारण है कि शेयर बाजार में हड़कंप मचा हुआ है और निवेशक भाग रहे हैं।
लोकसभा चुनावों के नतीजों ने शेयर बाजार में निवेशकों की मनोस्थिति को खराब कर दिया है। वास्तव में, निवेशक एग्जिट पोल के अनुमानों से उत्साहित थे और सोच रहे थे कि बीजेपी अकेले बहुमत पा लेगी। दोपहर 11 बजे तक की रुझान से लगता है कि बीजेपी गठबंधन मुश्किल से बहुमत पाएगा। यही कारण है कि शेयर बाजार में हड़कंप मचा हुआ है और निवेशक भाग रहे हैं। इस परिस्थिति में, मंगलवार को निफ्टी ने 800 अंकों से अधिक की गिरावट देखी, और सेंसेक्स भी 3800 अंक से अधिक टूट गया। इस बिकवाली से लगभग हर क्षेत्र के शेयर गिर गए हैं। इसमें पावर सेक्टर और एनर्जी के हिस्से भी फिसलते नजर आए।
पावर शेयरों की स्थिति
चुनावों का वातावरण ऐसा लगता है कि बड़ी पावर या एनर्जी कंपनियों के शेयर गिर रहे हैं। ADANI Green में 18.29%, ADANI Energy में 14.18% और ADANI Power में 13.6% की भारी गिरावट हुई। साथ ही, सुजलॉन एनर्जी का शेयर भी 4.98% गिर गया। बीएचईएल, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, एनएचपीसी, एबीबी, सीजी पावर, टाटा पावर, सीमेंस और जेएसडब्ल्यू एनर्जी में भी 4.50 से 9.90 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखी गई।
बढ़ती बिजली की आवश्यकता
इस बीच, देश में बिजली की खपत लगभग 15 प्रतिशत बढ़कर मई में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 156.31 अरब यूनिट (बीयू) हो गई है। मई 2023 में 136.50 अरब यूनिट बिजली खपत की गई थी। मई 2024 में पूरी की गई अधिकतम मांग या अधिकतम आपूर्ति एक दिन में 250.07 गीगावाट पर पहुंच गई, जो एक साल पहले 221.42 गीगावाट था। सितंबर 2023 में 243.27 गीगावाट की सबसे अधिक आपूर्ति हुई थी।
बिजली मंत्रालय ने पिछले महीने मई के लिए दिन में 235 गीगावाट और शाम में 225 गीगावाट और जून, 2024 के लिए दिन में 240 गीगावाट और शाम में 235 गीगावाट बिजली की मांग का अनुमान लगाया था। मंत्रालय ने भी अनुमान लगाया है कि इन गर्मियों में बिजली की अधिकतम मांग 260 गीगावाट तक पहुंच सकती है।