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RAJASTHAN Secretary टी. रविकान्त : आधुनिकतम तकनीक का उपयोग कर कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाए
- एमपीटी की विभिन्न इकाइयों सहित तेल के कुएं का निरीक्षण -एमपीटी देश की प्रमुख प्रोसेसिंग इकाई, प्रोसेस कर रिफाइनरियों को भेजा जाता है कच्चा तेल -बीएलएमसी जीरो लॉस तकनीक का करें उपयोग, माइनिंग सुरक्षा मानकों की करें पालना
RAJASTHAN Secretary टी. रविकान्त ने शुक्रवार को बाड़मेर जिले में वेदान्ता केयर्न के मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल और राज्य सरकार के संयुक्त उपक्रम बाडमेर लिग्नाइट माइनिंग कंपनी के जलिपा माइनिंग क्षेत्र का दौरा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। माइंस सचिव श्री टी. रविकान्त ने मंगला क्षेत्र में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए कहा कि वेदान्ता केयर्न को तेल का उत्पादन बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीक एएसपी का उपयोग करते हुए अधिक से अधिक उत्पादन पर जोर देना होगा। उन्होंने कहा कि देश दुनिया में कच्चे तेल के दोहन की आ रही नवीनतम तकनीक का उपयोग करते हुए तेल का उत्पादन बढ़ाना होगा।
प्रमुख शासन सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम श्री टी. रविकान्त शुक्रवार को अतरिक्त निदेशक पेट्रोलियम श्री अजय शर्मा व वेदान्ता केयर्न के अधिकारियांे के साथ मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल की विभिन्न इकाइयांे का दौरा किया। इसके साथ ही उन्होंने मंगला क्षेत्र में तेल के दोहन वाले कुएं का भी अवलोकन करने के साथ ही उत्पादन से प्रोसेसिंग तक की संपूर्ण प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की।
श्री रविकान्त ने बताया कि यह क्षेत्र तेल के उत्पादन वाले देश के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। यहां से प्रोसेस किए गए कच्चे तेल को देश की कई रिफाइनरियांे को भेजा जाता है। इससे पहले उन्होंने राज्य सरकार के संयुक्त उपक्रम बीएलएमसी के जलिपा माइंस का अवलोकन किया और लिग्नाइट के खनन से लेकर जेएसड्ब्लू में बिजली उत्पादन तक की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जीरो लॉस तकनीक से लिग्नाइट का दोहन किया जाए और माइनिंग सुरक्षा मानकों की सख्ती से पालना सुनिश्चित की जाए।
मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल में वेदान्ता केयर्न के वाइस प्रेसिडेंट बिग्रेडियर बीएस शेखावत ने विस्तार से एमपीटी की इकाइयों, उनकी कार्यप्रणाली और उत्पादन आदि की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल की ढ़ाई लाख बैरल प्रतिदिन प्रोसेसिंग क्षमता है। यहां मंगला, भाग्यम, ऐश्वर्या सहित अन्य स्थानो ंपर उत्पादित कच्चे तेल की प्रोसेसिंग की जाती है और वीरमगाम, जामनगर आदि रिफाइनरियों को प्रोसेस के बाद पाइपलाइन से भेजा जाता है।
बीएलएमसी की जलिपा लिग्नाइट खान के अवलोकन के दौरान जेएसड्ब्लू के श्री अनिल सूद ने विस्तार से लिग्नाइट खानों और उनके खनन प्रक्रिया की जानकारी दी।
इससे पहले गुरुवार को प्रमुख शासन सचिव ने एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी का दौरा कर प्रगति की जानकारी ली और रिफाइनरी के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान अतिरिक्त निदेशक पेट्रोलियम श्री अजय शर्मा, माइनिंग इंजीनियर बाड़मेर श्री वेद प्रकाश साथ रहे और विभागीय जानकारी से अवगत कराया। जलिपा लिग्नाइट माइंस दौरे के दौरान बीएलएमसी और मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल के विजिट के दौरान वहां के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
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