Rahul Gandhi ने दावा किया कि PM मोदी का “मेक इन इंडिया” रहा विफल।

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 Rahul Gandhi ने दावा किया कि PM मोदी का "मेक इन इंडिया" रहा विफल।

लोकसभा में विपक्षी नेता Rahul Gandhi ने बजट पर भाषण दिया और बहस की शुरुआत की। यह बजट एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया गया था।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली से कांग्रेस सांसद Rahul Gandhi ने बजट पर भाषण दिया। यह बजट 1 फरवरी 2025 को पेश किया गया था, जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट प्रस्तुत किया था। यह वित्तमंत्री का लगातार 8वां बजट था, जिस पर आज संसद के बजट सत्र में चर्चा हो रही है। बजट सत्र 31 जनवरी 2025 को शुरू हुआ था और आज इसका तीसरा दिन है।

  • Rahul Gandhi ने अपनी स्पीच की शुरुआत करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण सुना, लेकिन उन्हें इसे ध्यान से सुनने में मुश्किल हुई, क्योंकि यह पहले के अभिभाषणों जैसा ही था। पिछले कई वर्षों से वही बातें दोहराई जा रही हैं, जैसे सरकार ने यह किया, वह किया। इसके बाद उन्होंने यह बताया कि राष्ट्रपति मुर्मू का भाषण किस तरह से हो सकता था।
  • Rahul Gandhi ने कहा कि भारत का भविष्य युवाओं पर निर्भर है, और देश का विकास युवा वर्ग ही करेगा। इसलिए सरकार को अपनी नीतियों में युवाओं को ध्यान में रखते हुए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को खपत और उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करना होगा, क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग में पिछले 60 वर्षों से गिरावट आई है। कोई भी देश इन दोनों के आधार पर चलता है, लेकिन भारत इस मामले में पीछे रह गया है।
  • Rahul Gandhi  ने प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम को एक अच्छा विचार बताते हुए कहा कि इसके परिणाम सामने हैं। 2014 में विनिर्माण का सकल घरेलू उत्पाद में हिस्सा 15.3% था, जो आज घटकर 12.6% हो गया है, जो कि 60 वर्षों में सबसे कम है। उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी को दोष नहीं दे रहे हैं, क्योंकि उन्होंने कोशिश की, लेकिन परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं आए।
  • Rahul Gandhi ने कहा कि देश तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन बेरोजगारी की समस्या हल नहीं हो रही। न तो यूपीए सरकार ने और न ही एनडीए सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार के बारे में कोई स्पष्ट जवाब दिया है।
  • Rahul Gandhi ने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के बारे में बात करते हुए कहा कि एआई का कोई अर्थ नहीं है जब तक उसके पास डेटा न हो। आजकल, उत्पादन प्रणाली से निकलने वाला डेटा स्मार्टफोन बनाने के लिए इस्तेमाल होता है, और इस क्षेत्र में चीन भारत से करीब 10 साल आगे है। चीन बैटरी, रोबोट, ऑप्टिक्स आदि पर काम कर रहा है, जबकि भारत अभी भी पीछे है।
  • Rahul Gandhi ने कहा कि भारत की बैंकिंग प्रणाली पर कुछ कंपनियों का कब्जा नहीं होने देना चाहिए, ताकि छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए यह सुलभ और गतिशील बनी रहे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत उत्पादन प्रणाली पर काम कर रहा होता, तो अमेरिकी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने खुद आते।
  • Rahul Gandhi ने कहा कि किसी भी देश को दो चीजों को व्यवस्थित करना होता है: उपभोग और उत्पादन। उपभोग का आधुनिक तरीका सेवाएं हैं, जबकि उत्पादन का तरीका विनिर्माण है, लेकिन भारत ने इस मामले में असफलता देखी है। उन्होंने उदाहरण दिया कि भले ही हम एप्पल फोन भारत में बनाते हैं, लेकिन इसके पुर्जे चीन में बनते हैं।

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