UP News: योगी सरकार की पहल, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में ‘नेत्र कुंभ’ की स्थापना

by editor
UP News: योगी सरकार की पहल, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में 'नेत्र कुंभ' की स्थापना

UP News: दृष्टि कुंभ शिविर में दृष्टि सुधार, मोतियाबिंद सर्जरी और चश्मे प्रदान करना शामिल है। इस दौरान लोगों को नेत्र देखभाल सेवाओं के साथ नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा।

UP News: योगी सरकार प्रयागराज में होने जा रहे ऐतिहासिक महाकुंभ 2025 को भव्य, दिव्य, सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए दिन रात काम कर रही है। महाकुंभ में भी श्रद्धालुओं की सेहत का पूरा ध्यान रखा जाता है। यही नहीं, मेला प्रशासन ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं के लिए नेत्र कुंभ भी बनाया है। 9 करोड़ से अधिक रुपये की लागत से निर्मित यह नेत्र कुंभ, या नेत्र शिविर, मेले के दौरान श्रद्धालुओं को अस्थाई नेत्र देखभाल सुविधा देगा. इसमें मोतियाबिंद सर्जरी, चश्मे का वितरण और दृष्टि सुधार शामिल हैं। मुख्य मेला क्षेत्र में नेत्र कुंभ के लिए एक बड़ी केंद्रीय इकाई स्थापित की जाएगी, जो प्राथमिक नेत्र देखभाल केंद्र के रूप में कार्य करेगी।

हजारों श्रद्धालुओं को फायदा मिलेगा

महाकुंभ 2025 में रिकॉर्ड संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है। योगी सरकार और मेला प्रशासन इन श्रद्धालुओं के लिए महाकुंभ को सुविधाजनक और सुरक्षित करने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। दृष्टि कुंभ की स्थापना भी उसी दिशा में एक कदम है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में इसके लिए 9.15 करोड़ रुपए से अधिक का बजट प्रस्तावित है। इससे महाकुंभ के दौरान स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं की नेत्र देखभाल सुरक्षित रहेगी। यदि किसी श्रद्धालु को मोतियाबिंद सर्जरी की आवश्यकता होगी तो उसका भी प्रबन्ध किया जाएगा। वहीं चेकअप और चश्मे भी लगाए जाएंगे। हजारों भक्त इससे लाभान्वित हो सकेंगे।

नेत्र स्वास्थ्य और नियमित जांच के प्रति शिक्षित किया जाएगा

यह नेत्र कुंभ पूरी तरह श्रद्धालुओं की पहुंच में होंगे। तीर्थयात्रियों की आसान पहुंच के लिए इसे रणनीतिक रूप से कुंभ मेला परिसर के अंदर ही स्थापित किया जाएगा। इस नेत्र कुंभ में तीर्थयात्रियों और संतों की व्यापक स्तर पर आंखों की जांच सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए शिविर में नेत्र परीक्षण के लिए आवश्यक आधुनिक उपकरणों को लगाया जाएगा। जांच के दौरान दृष्टि दोष वाले व्यक्तियों को चश्मा वितरित किया जाएगा, जबकि जिन मामलों में अधिक गंभीर समस्या पाई जाएगी वहां भागीदार अस्पतालों में मोतियाबिंद सर्जरी और अन्य आवश्यक उपचार की व्यवस्था की जाएगी। नेत्र देखभाल सेवाओं के साथ-साथ पहल का उद्देश्य लोगों को नेत्र स्वास्थ्य और नियमित जांच के महत्व को समझाना और उन्हें शिक्षित करना है।

रोगियों का डेटा डिजिटली सुरक्षित रखा जाएगा

कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों की जांच करके एकत्र किए गए नेत्र स्वास्थ्य विवरण डिजिटल रूप से संग्रहित किए जाएंगे। इससे रोगियों की स्थिति पर नज़र रखने और आवश्यक देखभाल देने में मदद मिलेगी। लोगों को इस सुविधा का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। यहां पर्याप्त मात्रा में दवा और आवश्यक उपकरण उपलब्ध होंगे और पर्याप्त संख्या में नेत्र चिकित्सकों को नियुक्त किया जाएगा।

You may also like

Leave a Comment

सूरजकुंड मेला 2025: समय और टिकट कैसे बुक करें? क्या आप जानते हैं काली गाजर खाने से क्या होता है? दिल्ली में लगने जा रहा है एक ऐसा Book Fair Yoga poses: ये योगासन हर दिन दस मिनट करें ,जल्द ही दिखने लगेगा फायदा Winter Diet Plan: सर्दियों में इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग करने के लिए खाने में शामिल करें ये 5 चीजें

Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home/jcaxzbah/dainiknewsindia.com/wp-includes/functions.php on line 5464