UP News: एक सार्वजनिक कार्यक्रम में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बसपा के संस्थापक कांशीराम के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी।
UP News: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने श्री रामभद्राचार्य को नोटिस भेजा है। ये नोटिस उनके खिलाफ जारी किया है क्योंकि वे समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम को लेकर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर थे। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रामभद्राचार्य को नोटिस भेजा है और उनसे चार हफ्ते में उत्तर देने को कहा है।
कोर्ट ने रामभद्राचार्य को स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस भेजा है। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बसपा के संस्थापक कांशीराम के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया
इसके अलावा, बिहार में रामभद्राचार्य ने कहा कि जो लोग जय श्री राम नहीं बोलते, वे एक विशेष जाति के हैं। इन दोनों बयानों को लेकर सपा-बसपा के समर्थकों में व्यापक नाराजगी देखने को मिली, जिसके बाद याचिकाकर्ता प्रकाश चंद्र ने इलाहाबाद की जिला अदालत में एफआईआर की मांग की।
याचिकाकर्ता ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य के खिलाफ SC/ST Act के तहत FIR दर्ज करने की मांग की। पोषणीयता के आधार पर अर्जी को जिला अदालत ने सुनवाई किए बिना खारिज कर दिया। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जिला अदालत के फैसले को चुनौती दी है। इस मामले की सुनवाई जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव की सिंगल बेंच में सुनवाई हुई।
याचिकाकर्ता प्रकाश चंद्र यमुनानगर, प्रयागराज में रहते हैं। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट से रामभद्राचार्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की है. इस मामले की सुनवाई करते हुए, हाईकोर्ट ने जगदगुरु रामभद्राचार्य से पूरे मामले का विवरण देने को कहा।