rajasthan cm bhajan lal
CM Bhajan Lal Sharma के निवास पर सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम अहिंसा और क्षमा विश्वशांति की ओर ले जाने वाली अहम कड़ी
CM Bhajan Lal Sharma
विकसित राजस्थान से होगा विकसित भारत का संकल्प पूरा
भगवान महावीर का संदेश यही एकता की बात बताता है…..श्वेतांबर और दिगंबर एक साथ क्षमावाणी पर्व मनाता है
कार्यक्रम में आचार्य श्री शशांक सागर महाराज ने कहा कि राजस्थान में पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। यह सुन्दर क्षण है कि यहां दिगम्बर और श्वेताम्बर मुनि एक साथ क्षमावाणी समारोह मना रहे हैं और यही भगवान महावीर का एकता का संदेश है। आचार्य श्री विश्वरत्न सागर महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी की यह पहल सराहनीय है। मुनि श्री अर्चित सागर महाराज ने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के शाकाहारी जीवन पद्धति का उल्लेख करते हुए सराहना की। साथ ही, मुनि श्री पावन सागर महाराज, मुनि श्री तत्वरूचि महाराज, मुनि श्री सम्यक रत्न विजय महाराज, साध्वी श्री श्रुत दर्शना श्री जी ने भी आशीर्वचन दिया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जैन मुनियों को जैन शास्त्र भेंट किए।
CM Bhajan Lal Sharma: विभागीय प्री समिट आयोजन से राइजिंग राजस्थान के आयोजन को मिलेगी मजबूती
CM Bhajan Lal Sharma
- निवेश अनुकूल हो विभागों की नवीन नीतियों का निर्माण
प्री समिट के आयोजन से पूर्व विभागों की तैयारियां रहे पूर्ण
नवीन नीतियों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था बनेगी मजबूत
Rajasthan CM Bhajan Lal Sharma: राजस्थान में विभिन्न क्षेत्रों में चल रही परियोजनाओं और विकास कार्यों की दी जानकारी
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों श्री जे.पी.नड्डा, श्री प्रहलाद जोशी और श्री सी.आर.पाटिल से मुलाकात कर प्रदेश में चल रही विभिन्न परियोजनाओं और विकास कार्यों की जानकारी दी।
केन्द्रीय परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री से भेंट
मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जे.पी.नड्डा से शिष्टाचार भेंट की।
इस अवसर पर श्री शर्मा ने दिसम्बर में जयपुर में होने वाले ‘राईजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट 2024’ की तैयारियों की जानकारी दी। इसके अतिरिक्त उन्होंने केन्द्रीय मंत्री को प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं एवं व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर सकारात्मक चर्चा कर उनसे मार्गदर्शन प्राप्त किया।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर.पाटिल से भेंट
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर.पाटिल से भेंट कर उनको राजस्थान में जल जीवन मिशन तथा ‘पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना’ (ई.आर.सी.पी.) की वर्तमान प्रगति एवं क्रियान्वयन के विषय में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही प्रदेश से संबंधित अन्य विकास कार्यों को लेकर उनके साथ वार्ता की।
केन्द्रीय उपभोक्ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री से भेंट
मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने केन्द्रीय उपभोक्ता, खाद्य व सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रहलाद जोशी से भेंट कर उन्हें राजस्थान में उनकी सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों, जन कल्याणकारी योजनाओं, ऊर्जा क्षेत्र में नवाचारों एवं कृषि उत्पादन में वृद्धि की विस्तृत जानकारी दी।
इसके अतिरिक्त राज्य में खाद्य सुरक्षा, सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण एवं नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भविष्य की योजनाओं पर सार्थक चर्चा की।
source: https://dipr.rajasthan.gov.in
CM Bhajan Lal Sharma: खादी वस्त्रों की खरीद कर यूपीआई से किया भुगतान
source: https://dipr.rajasthan.gov.in
CM Bhajan Lal Sharma
चतुर्थ श्रेणी एवं वाहन चालक पदों की शैक्षणिक योग्यता अब 10वीं, भर्ती लिखित परीक्षा से
युवाओं को नौकरी, हर वर्ग का उत्थान, राजस्थान विकास के पथ पर गतिमान
संस्थापन अधिकारी को अब पे लेवल एल-16 का वेतनमान
रिप्स-2024 से एमएसएमई और उभरते हुए क्षेत्रों में बढ़ेगा निवेश
परिचालन लागत कम करने के लिए भूमि और बिजली संबंधी इन्सेंटिव्स
उन्होंने बताया कि नई यूनिट्स लगाने और पहले से चल रही इकाइयों को प्रोत्साहन देने के साथ-साथ उन मौजूदा उद्यमों को भी रिप्स-2024 के लाभ प्रदान किए जाएंगे, जो हरित विकास में निवेश कर रहे हैं और पहली बार निर्यातक बन रहे हैं। रिप्स के अंतर्गत लगने वाली इकाइयों की परिचालन लागत को कम करने के लिए भूमि और बिजली से संबंधित इन्सेंटिव्स शुरू किए गए हैं। मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित करने वाले निवेशकों के लिए भूमि लागत के भुगतान का लचीला मॉडल रिप्स में शामिल किया गया है, जिसमें भूमि लागत का 25 प्रतिशत अग्रिम भुगतान करने के बाद शेष 75 प्रतिशत राशि 10 किश्तों में 8 प्रतिशत ब्याज के साथ दी जा सकेगी। ऊर्जा के अधिक उपयोग वाले 8 प्रकार के उद्योगों को विद्युत लागत इन्सेंटिव्स प्रदान किए जाएंगे। इसमें कैप्टिव रिन्युएबल एनर्जी संयंत्रों में निवेश पर सब्सिडी के साथ ही अतिरिक्त 5 प्रतिशत एसजीएसटी प्रतिपूर्ति या पीएनजी की वैट दर पर 5 प्रतिशत वैट प्रतिपूर्ति का विकल्प शामिल है।