Mahakumbh : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले मेला प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिससे संगम के नाविकों को फायदा मिलेगा। इसके बावजूद, श्रद्धालुओं को भारी चोट लग सकती है।
Mahakumbh : प्रयागराज प्रशासन साल 2025 में एक महाकुंभ की तैयारी कर रहा है। महाकुंभ इस बार 13 जनवरी 2025 से शुरू होगा और 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। प्रशासन श्रद्धालुओं की सेफ्टी के लिए हर संभव उपाय कर रहा है। लेकिन अब प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
प्रयागराज जिला नाविक संघ और मेला प्रशासन ने एक बैठक में संगम के नाविकों को रियायत देने का निर्णय लिया है, जिसका सीधा असर श्रद्धालुओं पर होगा। चलिए जानते हैं कि प्रशासन ने क्या महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
किराया 50% बढ़ा
मेला प्रशासन ने कहा कि नाविकों ने लंबे समय से किराया बढ़ाने की मांग की है। तब से मेला प्रशासन ने संगम में चलने वाली नावों के किराए में पचास प्रतिशत की वृद्धि की है। प्रशासन के इस निर्णय का नाविकों ने स्वागत किया है।
यहां के नाविक संघ के अध्यक्ष पप्पू लाल निषाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “देश में पिछले कुछ सालों से महंगाई में काफी बढ़ोतरी हुई है और हमारा जीविका का ये ही एक साधन है।” इसलिए हम प्रशासन से नावों का किराया बढ़ाना चाहते थे। हम सभी नाविकों ने प्रशासन की लंबे समय से लंबित मांग का स्वागत किया है।प्रशासन ने अभी तक कोई नई किराया सूची नहीं दी है।
नाव की संख्या भी बढ़ जाएगी।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस समय संगम में करीब 1,455 नाव चलती हैं। महाकुंभ के उत्सव को देखने के लिए संगम के आसपास के क्षेत्रों और जिलों से और भी नावें आएंगी, जिससे कुल संख्या लगभग चार हजार हो जाएगी। नाव का लाइसेंस होना चाहिए, जिससे श्रद्धालुओं की जान को कोई खतरा नहीं होगा। इसके अतिरिक्त, दो लाख रुपये का बीमा प्रबंध होगा।