CM Yogi Adityanath : शहीदों का बलिदान देश व समाज का जीवन, भारतीय परम्परा हमें इस बात के लिए हमेशा प्रेरित करती
- वीरों का सम्मान कर तथा उनके परिवारों की चिंता कर हम राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकते सुरक्षा की पहली शर्त सुशासन,
- सुशासन की स्थापना के लिए जवान दिन-रात कार्य करते आजादी के अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री जी ने भारत को विकसित बनाने के लिए आगामी 25 वर्षों की कार्ययोजना तय की
- प्रदेश पुलिस बल के जवानों की कार्यक्षमता में सुधार के लिए अनेक रिफॉर्म किए गए, प्रशिक्षण के तरीकों को बदला गया,
- पुलिस अवस्थापना सुविधाओं को विस्तारित किया गया
- वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया
UP CM Yogi Adityanath जी ने आज यहां इण्डिया न्यूज़, आई0टी0वी0 नेटवर्क द्वारा आयोजित ‘शौर्य सम्मान 2025’ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने वीर शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शहीदों का बलिदान देश व समाज का जीवन होता है, भारतीय परम्परा हमें इस बात के लिए हमेशा प्रेरित करती रही है। देश व धर्म के लिए बलिदान देने वाली शहीदों की लम्बी श्रृंखला सदैव देश व समाज को नया जीवन प्रदान करती रही है।
CM Yogi जी ने कहा कि वीर जवान सर्दी-गर्मी और बरसात की परवाह किए बिना देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं। जब हम यहां इस कॉन्क्लेव में शामिल हो रहे हैं, इस समय भी भारत माता के वीर जवान सजग होकर विपरीत परिस्थितियों में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। पूरा उत्तर भारत इस समय भीषण शीत लहर की चपेट में है। इस भीषण शीत लहर में भी भारतीय सेनाओं, सुरक्षा बलों तथा पुलिस बलों के जवान निरन्तर पेट्रोलिंग करते हुए आम जनमानस के मन में सुरक्षा का भाव उत्पन्न कर रहे हैं। इन वीरों का सम्मान तथा उनके परिवारों की चिंता कर हम राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकते हैं।
आज यहां आई0टी0वी0 नेटवर्क ने सन् 1965 तथा सन् 1971 के पाकिस्तान के विरुद्ध हुए युद्ध में शहीद हुए जवानों के परिजनों तथा उन युद्धों में भागीदारी करने वाले जवानों को सम्मानित किया है। समय-समय पर देश के विभिन्न स्थानों पर सम्पन्न हुए ऑपरेशनों में भागीदारी करने वाले तथा नेतृत्व प्रदान करने वाले शहीद जवानों के भी परिजनों का सम्मान किया गया। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2017 में एक नीति बनायी कि सैनिक, अर्धसैनिक तथा पुलिस बलों के जवानों के कर्तव्यपालन के दौरान शहीद हो जाने पर उनके परिवार की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। आजादी के अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भारत को विकसित बनाने के लिए आगामी 25 वर्षों की कार्ययोजना तय की है। यदि प्रत्येक देशवासी इस कार्ययोजना के साथ आगे बढ़ता है, तो कोई कारण नहीं कि वर्ष 2047 में, जब देश अपनी आजादी का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा, भारत दुनिया की एक बड़ी ताकत के रूप में सभी के सामने होगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने देशवासियों से पंचप्रण करने का आह्वान किया। इन पंचप्रणों में गुलामी के अंशों को सर्वथा समाप्त करना, अपने महापुरुषों पर गौरव की अनुभूति करना तथा सुरक्षा बलों के जवानों को सम्मान देने जैसी महत्वपूर्ण बातें सम्मिलित हैं।
CM Yogi जी ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज के लिए सुरक्षा पहली प्राथमिकता होती है। सुरक्षा के वातावरण के बिना सभ्य समाज की परिकल्पना नहीं की जा सकती। सतयुग में स्वतःस्फूर्त भाव के साथ लोग धार्मिक व नैतिक मूल्यों से जुड़े थे। समय के अनुरूप परिस्थितियों में बदलाव होता गया। इन परिस्थितियों को नियंत्रित करने के लिए अनेक व्यवस्थाएं भी विकसित होती रहीं। आज हम स्वतंत्र भारत में रह रहे हैं। हम स्वतंत्रता का लाभ उठाएं लेकिन हमारी स्वतंत्रता दूसरे की स्वतंत्रता में बाधा न बने। आजादी के पूर्व संविधान सभा का गठन किया गया। संविधान शिल्पी के रूप में बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर द्वारा प्रदत्त संविधान में सुरक्षा की पहली शर्त सुशासन है। सुशासन की स्थापना के लिए जवान दिन-रात कार्य करते हैं।
CM Yogi जी ने कहा कि प्रदेश पुलिस बल के जवानों की कार्यक्षमता में सुधार के लिए अनेक रिफॉर्म किए गए हैं। प्रशिक्षण के तरीकों को बदला गया। पुलिस अवस्थापना सुविधाओं को विस्तारित किया गया। डेढ़ लाख पुलिस कार्मिकों की भर्ती की गई। वर्ष 2017 से पूर्व पुलिस भागती थी अपराधी पीछे-पीछे दौड़ते थे। वर्ष 2017 के पश्चात पुलिस अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचा रही है। यह बदला हुआ स्वरूप नए भारत के नए उत्तर प्रदेश को प्रस्तुत कर रहा है। जहां सुरक्षा, सम्मान तथा अपनी पहचान है। अवसंरचना के बड़े-बड़े कार्य भी हो रहे हैं। इस वर्ष के अंत में जब गंगा एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार होगा तो देश के एक्सप्रेस-वे का 55 प्रतिशत भाग उत्तर प्रदेश में होगा। राज्य में सर्वाधिक लम्बा रेलवे नेटवर्क, सर्वाधिक एयरपोर्ट, सर्वाधिक मेट्रो संचालन, सर्वाधिक नगर निकाय हैं।
CM Yogi जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश एक सुरक्षित तथा दंगा मुक्त प्रदेश है। राज्य में सभी कार्य स्वतःस्फूर्त भाव से संचालित हो रहे हैं। इन बदली हुई परिस्थितियों की नींव में सुरक्षा तथा कानून-व्यवस्था की बेहतर स्थिति है। इसके लिए हमें अपने वीर जवान भी खोने पड़े हैं। आज राज्य देश का सर्वाधिक निवेश आमंत्रित करने वाला प्रदेश है। राज्य को 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इस निवेश से सवा करोड़ नौकरियों की गारंटी प्राप्त होती है। प्रत्येक वर्ग के व्यक्ति को बिना भेदभाव योग्यता के आधार पर सरकारी तथा निजी क्षेत्र में रोजगार से जोड़ा जा
रहा है। यह भारत की आस्था को गौरव प्रदान करने वाला प्रदेश है। प्रदेश में प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक समागम महाकुम्भ 2025 होने जा रहा है। शास्त्रीय प्रमाण बताते हैं कि 144 वर्षों के पश्चात यह शुभ मुहूर्त आया है। महाकुम्भ आयोजन के माध्यम से प्रयागराज का कायाकल्प किया गया है। जो व्यक्ति 07 वर्ष पूर्व प्रयागराज गया होगा, वह आज नए प्रयागराज को पहचान नहीं पाएगा। एक शहर की विकास योजना को आगे बढ़ाए जाने का अभूतपूर्व उदाहरण है।
CM Yogi जी ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रयागराज तथा उसके आसपास के जनपदों को विकास की धुरी बनाकर व्यवस्थित विकास की रूपरेखा तैयार की गई। 200 से अधिक सड़कों को सिंगल लेन से डबल लेन, डबल लेन से फोर लेन तथा फोर लेन से सिक्स लेन में परिवर्तित करने का कार्य किया गया। प्रयागराज में एक वर्ष में 14 नए फ्लाईओवर बनाए गए हैं। रेलवे स्टेशन का पुनरोद्धार किया गया है। एयरपोर्ट को नया स्वरूप प्रदान किया गया है। प्रयागराज में नए कॉरिडोर बनाए गए हैं। इनमें अक्षयवट, सरस्वती देवी मंदिर, बड़े हनुमान जी मंदिर, महर्षि भारद्वाज, प्रभु श्री राम तथा निषाद राज गुह के मिलन स्थल श्रृंग्वेरपुर तथा पातालपुरी कॉरिडोर सम्मिलित हैं।
CM Yogi जी ने कहा कि महाकुम्भ 2025 की अवधि में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज आएंगे। यह संख्या दुनिया के तीसरी सबसे अधिक आबादी के देश के बराबर होगी। वहां 12 से 15 किलोमीटर लम्बे घाटों का निर्माण किया गया है। 01 दिन में 10 करोड़ श्रद्धालु आसानी से त्रिवेणी में स्नान कर पुण्य प्राप्त कर सकेंगे। 10 हजार से अधिक संस्थाओं को वहां पर भूमि आवंटन की कार्यवाही की गयी है। स्वच्छ महाकुम्भ के लिए जीरो लिक्विड डिसचार्ज की व्यवस्था की गई है। हवाई जहाज के टॉयलेट की तर्ज पर शहर तथा कुम्भ क्षेत्र में डेढ़ लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है।
CM Yogi जी ने कहा कि देश व दुनिया का प्रत्येक व्यक्ति प्रयागराज आने को उत्सुक है। इस पूरे कार्यक्रम को पूरी भव्यता-दिव्यता के साथ डिजिटल महाकुम्भ के रूप में प्रस्तुत करने के लिए प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रही है। यह महाकुम्भ, डिजिटल महाकुम्भ के रूप में जाना जाएगा। प्रयागराज को आस्था और आधुनिकता के महाकुम्भ के रूप में तैयार किया जा चुका है। महाकुम्भ-2025 के डिजिटल मैप की व्यवस्था भी की गयी है। महाकुम्भ को स्वच्छता के मानक पर परखा जा सकता है। महाकुम्भ में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का डिजिटल माध्यम से पता चल सकेगा। प्रयागराज में ट्रैफिक व्यवस्था को भी डिजिटल बनाया गया है।
CM Yogi जी ने कहा कि सभी लोग श्रद्धा और विश्वास के साथ प्रयागराज महाकुम्भ-2025 में आएं। आध्यात्मिकता तथा संस्कृति के महासमागम का हिस्सा बनें। आपको अत्यन्त सुखद अनुभूति होगी। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में विरासत और विकास का अद्भुत समन्वय देखने को मिल रहा है। इसका अनुभव करने के लिए अयोध्या, काशी, माँ विंध्यवासिनी धाम, चित्रकूट, श्रृंग्वेरपुर धाम तथा सीतापुर में पवित्र तीर्थाें का दर्शन करें। आपको उत्तर प्रदेश में देश की आध्यात्मिक विरासत से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा। इस अवसर पर वीर जवानों के शौर्य से सम्बन्धित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर आई0टी0वी0 नेटवर्क के प्रबन्ध निदेशक श्री कार्तिकेय शर्मा, सी0ई0ओ0 श्रीमती ऐश्वर्या पण्डित, शहीदों के परिजन तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।