दिल्ली की CM Atishi ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बड़ा दावा किया। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की जान को खतरा है।
दिल्ली चुनाव से पहले, CM Atishi ने एक बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल की जान को खतरा है और बीजेपी उनके जीवन से खिलवाड़ कर रही है। CM Atishi के इस बयान के बाद दिल्ली की राजनीति में हलचल मच गई है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, आतिशी ने केजरीवाल की जान को खतरे में बताया, और इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी उनके साथ मौजूद थे।
साजिश में दो मुख्य पक्ष शामिल हैं।
CM Atishi ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल की जान से मारने की साजिश रची जा रही है, और इस साजिश में दो मुख्य पक्ष शामिल हैं। पहला बीजेपी के कार्यकर्ता और दूसरा दिल्ली पुलिस, जो अमित शाह के अधीन है। उनके अनुसार, बीजेपी और दिल्ली पुलिस की मिलीभगत से केजरीवाल की जान लेने की कोशिश की जा रही है।
आतिशी ने हमलों की सूची पेश की।
अरविंद केजरीवाल पर हुए हमलों का जिक्र करते हुए CM Atishi ने बताया कि 24 अक्टूबर को विकासपुरी में दिल्ली पुलिस की नाक के नीचे अरविंद केजरीवाल पर हमला हुआ। सोशल मीडिया से यह जानकारी मिली कि हमलावर बीजेपी का कार्यकर्ता था, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।
CM Atishi ने सवाल उठाए।
CM Atishi ने कहा कि 30 नवंबर को मालवीय नगर में पब्लिक इवेंट के दौरान अरविंद केजरीवाल पर हमला हुआ। इसके बाद 18 जनवरी को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में केजरीवाल की कार पर पत्थर फेंके गए, लेकिन पुलिस ने इस मामले की जांच नहीं की। हमने सोशल मीडिया पर जांच की तो पता चला कि हमलावर बीजेपी के पदाधिकारी थे। दिल्ली पुलिस ने न तो उन्हें रोका और न ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की।
केजरीवाल के पास z+ सिक्योरिटी
CM Atishi ने कहा कि कल हरिनगर में अरविंद केजरीवाल की गाड़ी तक हमलावर पहुंच गए, लेकिन दिल्ली पुलिस ने कुछ नहीं किया। संजय सिंह को वहां जाकर हमला रोकना पड़ा। बीजेपी वाले यह कहते हैं कि अरविंद केजरीवाल के पास Z+ सिक्योरिटी है, लेकिन मैं यह सवाल करना चाहती हूं कि क्या कभी इतिहास में ऐसा हुआ है कि Z+ सिक्योरिटी वाले पर हमला हो और पुलिस कुछ न करे?
पंजाब पुलिस की सुरक्षा हटाई
CM Atishi ने कहा कि अरविंद केजरीवाल पर हमले के कारण पंजाब पुलिस ने उन्हें सुरक्षा देना शुरू किया था, लेकिन चुनाव से 10 दिन पहले पंजाब पुलिस को उनकी सुरक्षा से हटा लिया गया।