UP News: एसटी हसन ने मोदी मंत्रिमंडल में एक भी मुस्लिम सदस्य नहीं होने पर रोष व्यक्त किया

by editor
UP News: एसटी हसन ने मोदी मंत्रिमंडल में एक भी मुस्लिम सदस्य नहीं होने पर रोष व्यक्त किया

UP News: प्रधानमंत्री के बयानों को सुनकर एसटी हसन ने कहा कि हमारा दिल टूटा है। मैं यह सवाल पूछना चाहता हूं कि मुसलमान इस देश के नागरिक नहीं हैं क्या? क्या आप लोग अब बदला लेंगे अगर मुसलमान ने आपको वोट नहीं दिया?

समाजवादी पार्टी के नेता एसटी हसन ने मोदी मंत्रिमंडल में कोई मुस्लिम सदस्य नहीं होने पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्हें खेद है कि आजादी के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में कोई मुस्लिम सदस्य नहीं है, यह दुर्लभ है। “हिंदुस्तान की दूसरी सबसे बड़ी आबादी को इस कैबिनेट में जगह नहीं दी गई है,” एसटी हसन ने कहा। मोदी मंत्रिमंडल में मुसलमान शामिल होने चाहिए थे, लेकिन इन लोगों ने एक भी मुस्लिम चेहरे को जगह नहीं दीं। हालाँकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पहले दिए गए बयानों से हमें बहुत तकलीफ हुई है। क्या आप लोग प्रतिशोध की राजनीति कर रहे हैं? इस बारे में सोचना चाहिए। मोदी जी से इस तरह की उम्मीद नहीं थी।

“मैंने अखिलेश की बात नहीं मानकर बहुत बड़ी गलती की।”

साथ ही, एसटी हसन को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने आजम खान का पक्ष लेते हुए वहां से चुनाव लड़ने से मना कर दिया और अपनी परंपरागत सीट मुरादाबाद से चुनाव लड़ा, जिससे वे हार गए। एसटी हसन ने कहा, “मुझे इस बात का अफसोस है कि मैंने अखिलेश यादव जी की बात नहीं मानी।” मैं आज भी संसद में बैठा होता अगर बात मानी होती। मैं रामपुर से चुनाव लड़ने से इनकार कर चुका हूँ। आजम खान मेरे विरोध का कारण थे। मैं उनके चुनावी अधिकारों में किसी भी तरह का दखल देना नहीं चाहता था। मुझे एहसास हो रहा है कि मैंने अखिलेश यादव की बात ना मानने की कितनी बड़ी गलती की है।

“मैं जानता हूँ कि क्यों मेरा टिकट कट गया”

“मुझे अच्छे से पता है कि किसकी वजह से मेरा टिकट कटा, लेकिन इस बारे में मैं आपके कैमरे के सामने ज्यादा कुछ नहीं कह सकता,” सपा नेता ने कहा। मुझे लगता है कि हम सभी के लिए अखिलेश यादव का आदेश सर्वोपरि है। मैंने रामपुर चुनाव में भाग नहीं लिया, लेकिन निकट भविष्य में वह जो कुछ कहेंगे, वह मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण होगा। आज मुझे लगता है कि मुझे अखिलेश यादव का पक्ष लेना चाहिए था।

“मैंने इतने सालों तक सांसद रहते हुए अपने लोगों के पक्ष में आवाज उठाई है लेकिन आज मैं किसी कारणवश सांसद नहीं रहा, जिसका मुझे अफसोस है,” उन्होंने कहा, “मेरी ख्वाहिश है कि पार्टी मुझे किसी भी तरह से संसद में जगह दिलाए। लेकिन मैं चाहता हूँ कि मेरी पार्टी मुझे संसद में किसी भी तरह से स्थान दिलाए, ताकि मैं अपनी जनता के पक्ष में बोल सकूँ। मैं एक बार फिर कहना चाहता हूँ कि अखिलेश यादव जी का कोई भी आदेश मेरे लिए अब से पत्थर की लकीर होगा। मैं उस आदेश को मानूँगा और उसी पर चलूंगा।

 

You may also like

Leave a Comment

सूरजकुंड मेला 2025: समय और टिकट कैसे बुक करें? क्या आप जानते हैं काली गाजर खाने से क्या होता है? दिल्ली में लगने जा रहा है एक ऐसा Book Fair Yoga poses: ये योगासन हर दिन दस मिनट करें ,जल्द ही दिखने लगेगा फायदा Winter Diet Plan: सर्दियों में इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग करने के लिए खाने में शामिल करें ये 5 चीजें

Notice: ob_end_flush(): Failed to send buffer of zlib output compression (0) in /home/jcaxzbah/dainiknewsindia.com/wp-includes/functions.php on line 5464