World Hypertension Day 2024: दुनिया भर में हाई ब्लड प्रेशर से हर साल 7.5 मिलियन लोग मरते हैं, आंकड़े बताते हैं। यही कारण है कि इसे साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है।
आजकल, हाई ब्लड प्रेशर (एचबीपी) की समस्या आम है। यह समस्या मेडिकल भाषा में हाइपरटेंशन कहलाती है। 2017 में हुए नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार, हर आठ भारतीयों में से एक हाइपरटेंशन से पीड़ित है। हाइपरटेंशन की समस्या दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा भी पैदा कर सकती है, जो चिंता का विषय है। दुनिया भर में हाई ब्लड प्रेशर से हर साल 7.5 मिलियन लोगों की मौत होती है, जैसा कि आंकड़े बताते हैं। यही कारण है कि इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है। हाइपरटेंशन के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के उद्धेश्य से हर साल 17 मई को विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया जाता है।
विश्व हाइपरटेंशन दिवस का इतिहास
14 मई 2005 को वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (WHL) ने विश्व हाइपरटेंशन दिवस की शुरुआत की। हाइपरटेंशन के बढ़ते मामलों को देखते हुए, 17 मई को इस दिन को बाद में मनाया जाने लगा। ऐसा करने का एक और उद्देश्य था लोगों में हाई बीपी की रोकथाम करना और उसे बढ़ने से रोकना।
विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाने का उद्देश्य
विश्व हाइपरटेंशन दिवस, खराब जीवनशैली और अनियंत्रित जीवनशैली की वजह से उत्पन्न हुई इस बीमारी से निपटने के लिए मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को हाइपरटेंशन से मुक्त करना है। इस दिन लोगों को हाइपरटेंशन के कारणों, लक्षणों और बचने के उपायों की जानकारी दी जाती है।
विश्व हाइपरटेंशन दिवस की थीम
विश्व हाइपरटेंशन दिवस को मनाने के लिए हर साल एक खास थीम रखी जाती है। इस साल की थीम ‘Measure Your Blood Pressure Accurately, Control It, and Live Longer’ है।