Cyber Crimes: संचार साथी कार्रवाई के लिए तैयार, नागरिक और दूरसंचार विभाग साइबर अपराध से निपटने के लिए सहयोग कर रहे हैं
एलआईसी अधिकारी और बीमा कंपनियों के प्रतिनिधि बनकर एसबीआई रिवार्ड्स शोधन के लिए फर्जी संदेश भेजने वाले धोखेबाजों के खिलाफ कार्रवाई
सतर्क एवं जागरूक नागरिक साइबर अपराधों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। संचार साथी पोर्टल पर चक्षु-रिपोर्ट संदिग्ध धोखाधड़ी संचार सुविधा के माध्यम से संदिग्ध धोखाधड़ी संचार की अपनी सक्रिय रिपोर्टिंग के द्वारा, ये सतर्क नागरिक सुरक्षित डिजिटल माहौल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
उनकी सतर्क निगाहें और तुरंत कार्रवाई न केवल उनको बल्कि अनगिनत अन्य लोगों को भी घोटालों, फिशिंग प्रयासों और धोखाधड़ी की गतिविधियों का शिकार होने से बचाती हैं। संदिग्ध संदेशों, कॉलों और प्रतिरूपण प्रयासों की रिपोर्ट करके ये सतर्क नागरिक साइबर अपराधियों के खिलाफ रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में कार्य करते हैं।
नागरिकों का यह त्वरित दृष्टिकोण दूरसंचार विभाग को साइबर अपराधों से निपटने और उन्हें रोकने में मदद करता है। दूरसंचार विभाग उन सतर्क नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त करता है जो विभाग को एक सुरक्षित और संरक्षित डिजिटल इको-सिस्टम सुनिश्चित करने में सक्षम बनाते हैं।
इन जानकारियों के साथ, दूरसंचार विभाग साइबर/वित्तीय धोखाधड़ी पर त्वरित और सख्त कार्रवाई कर रहा है। नवीनतम मामलों में, फर्जी एलआईसी अधिकारियों और बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों के नाम पर फर्जी संचार और एसबीआई रिवार्ड्स के शोधन के लिए एसएमएस के जरिए लोगों को ठगा जा रहा था।
दिनांक 19.05.2024 को दूरसंचार विभाग को 14 मोबाइल नंबरों से ऐसी धोखाधड़ी के संबंध में नागरिकों से जानकारी प्राप्त हुई।
दूरसंचार विभाग द्वारा की गई कार्रवाई:
दूरसंचार विभाग ने 24 घंटों के भीतर ही इन मामलों का विश्लेषण किया और इन मोबाइल नंबरों के लिए सभी लिंकेज तैयार किए। इसलिए, इन मोबाइल नंबरों से जुड़े 372 मोबाइल हैंडसेट को 21.05.2024 को अखिल भारतीय आधार पर ब्लॉक कर दिया गया था। इसके साथ ही, 906 मोबाइल कनेक्शन निलंबित कर दिए गए थे और उन्हें पुन: सत्यापन के लिए चिह्नित किया गया था।
विभाग ने सभी नागरिकों से सतके रहने और संचार साथी पोर्टल (www.sancharsathi.gov.in/sfc) की ‘चक्षु – रिपोर्ट संदिग्ध धोखाधड़ी संचार’ सुविधा पर ऐसे धोखाधड़ी वाले मामलों की रिपोर्ट करने का आग्रह किया है। इस तरह की सक्रिय रिपोर्टिंग से दूरसंचार विभाग को साइबर अपराध, वित्तीय धोखाधड़ी आदि के लिए दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने में मदद मिलती है।
दूरसंचार विभाग/ट्राई का प्रतिरूपण करने वाले फर्जी नोटिस, संदिग्ध धोखाधड़ी संचार और प्रेस, एसएमएस और सोशल मीडिया के माध्यम से दुर्भावनापूर्ण कॉल के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए जनता के लिए नियमित आधार पर एडवाइजरी जारी की गई है।
यह सहयोगात्मक दृष्टिकोण नागरिकों को धोखेबाजों से सुरक्षित कर रहा है और दूरसंचार विभाग आगे आकर रिपोर्ट करने के लिए लोगों के प्रति आभार भी व्यक्त करता है।
सतर्क रहें
रिपोर्ट करते रहें
आइए, इनसे मिलकर लड़ें
संचार साथी पोर्टल पर चक्षु सुविधा के बारे में जानकारी:
चक्षु दूरसंचार विभाग के संचार साथी पोर्टल पर पहले से उपलब्ध नागरिक केंद्रित सुविधाओं में नवीनतम अतिरिक्त सुविधा है। ‘चक्षु’ नागरिकों को केवाईसी समाप्ति या बैंक खाते/भुगतान वॉलेट/सिम/गैस कनेक्शन/बिजली कनेक्शन, सेक्सटॉर्शन, सरकारी अधिकारी/पैसे भेजने के लिए रिश्तेदार, दूरसंचार विभाग द्वारा सभी मोबाइल नंबरों को डिस्कनेक्ट करने के रूप में प्रतिरूपण जैसे धोखाधड़ी के इरादे से कॉल, एसएमएस या व्हाट्सएप पर प्राप्त संदिग्ध धोखाधड़ी संचार की रिपोर्ट करने की सुविधा प्रदान करता है।
sourcehttps://pib.gov.in/