CM Yogi Adityanath ने सोनिया गांधी पर हमला करते हुए कहा कि यूपीए सरकार ने जस्टिस रंगनाथ मिश्रा की कमेटी बनाई थी जो ओबीसी आरक्षण को तोड़ देगी।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने 2004 से 2014 के बीच में क्या किया? उस समय, जस्टिस रंगनाथ मिश्रा की कमेटी को ओबीसी आरक्षण को तोड़ने के लिए बनाया गया था। मुसलमानों को अन्य पिछड़े वर्गों के आरक्षण में से छह प्रतिशत मिलना चाहिए, जैसा कि कमिटी ने प्रस्तावित किया था। उस समय कांग्रेस के मंसूबे पूरे नहीं हुए क्योंकि भाजपा और एनडीए ने विरोध किया था। यही नहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने एससी-एसटी के अधिकारों पर भी प्रहार किया था। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में मुसलमानों की कुछ जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का प्रयास भी कांग्रेस सरकार के समय में हुआ था मगर भाजपा के विरोध से कांग्रेस के मंसूबे पूरे नहीं हो पाए।
गोरखनाथ मंदिर परिसर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए CM योगी ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र को न्यायपत्र कहना अपने आप में हास्यास्पद है क्योंकि विपक्षी दल का घोषणापत्र मुस्लिम लीग के नए संस्करण की तरह है। वास्तव में, यह पत्र भारत की पुरानी जाति, जनजाति और पिछड़ी जातियों के प्रति अन्यायपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा भाजपा पर नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाए जाने के सवाल पर तल्ख अंदाज में कहा कि सफेद झूठ बोलने के बजाय कम से कम सोनिया गांधी को तो सच बोलने की आदत डालनी चाहिए। कांग्रेस को बांटों और राज करो की नीति विरासत में मिली है, यह सब जानते हैं। 1947 में, कांग्रेस ने अंग्रेजों की क्रूर चाल को सफल बनाया और देश को बांटा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने देश को जाति, भाषा और क्षेत्र के आधार पर बांट दिया था। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा कि यह भारत की मूल मान्यताओं पर हमला करेगा और समाज में वर्ग संघर्ष को जन्म देगा। विभाजनकारी राजनीति किसी के हित में नहीं है, इसलिए कांग्रेस का लक्ष्य भारत की जनता कभी नहीं पूरा होगा।