जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री श्री कन्हैया लाल ने मंगलवार को शासन सचिवालय में विभागीय बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आमजन के लिए बजट घोषणाओं को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से धरातल पर उतारा जाए। उन्होंने कहा कि काम की गुणवत्ता से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस दौरान जलदाय मंत्री ने खराब एवं बंद पड़े ट्यूबवेल, हैंडपंप, समर कंटीन्जेंसी वर्क्स,अमृत 2.0 मिशन, रिक्त पद, विभागीय पदोन्नति सहित विभिन्न कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने खराब एवं बंद पड़े ट्यूबवेल एवं हैंडपंपों की तत्काल मेंटेनेंस कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में समर कंटीन्जेंसी वर्क्स की प्रगति अत्यधिक कम है, वहां कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति लाना सुनिश्चित करें। साथ ही अमृत 2.0 मिशन के तहत विभिन्न कार्यों से संबंधित टेंडर शीघ्र लगाए जाएं, जिससे मिशन के कार्यों में प्रगति आ सके। उन्होंने विभाग में रिक्त तकनीकी पदों को भरने की प्रक्रिया को भी शीघ्र ही प्रारंभ करने एवं विभागीय अधिकारियों की पदोन्नति के लिए डीपीसी करवाने के निर्देश दिए।
जल जीवन मिशन के तहत कार्य नहीं करने वाले ठेकेदारों के विरुद्ध हो प्रभावी कार्यवाही—
जलदाय मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत जिन ठेकेदारों द्वारा लक्ष्य के अनुसार कार्य नहीं किया जा रहा है उनके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। साथ ही जल जीवन मिशन के तहत जो निविदाएं प्रकियाधीन है उन पर शीघ्र निर्णय लिया जाए। उन्होंने कहा कि मिशन के तहत जिन योजनाओं की कार्य अवधि पूर्ण हो गई है उन्हें प्राथमिकता से पूर्ण करवाया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से फंक्शनल एसेसमेंट करवाया जा रहा है, इसमें धरातल पर कोई कमी पाई जा रही है तो उसे शीघ्र तुरंत दुरुस्त करवाएं।
बैठक में जलदाय सचिव डॉ समित शर्मा, जल जीवन मिशन के मिशन निदेशक श्री बचनेश अग्रवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
source: https://dipr.rajasthan.gov.in