Jaipur Tenant Verification: जयपुर पुलिस कमिश्नर ने नज़र सिटीजन ऐप को शुरू किया है। प्रयोगकर्ता इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। किरायेदारों और घरेलू कर्मचारियों का डाटा लेकर ऐप पर अपलोड किया जाएगा।
जयपुर पुलिस कमिश्नर ने नज़र सिटीजन ऐप को शुरू किया है। प्रयोगकर्ता इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। किरायादारों और घरेलू कर्मचारियों का डाटा संकलित करके ऐप पर अपलोड किया जाएगा। जिससे लोगों को सुरक्षित स्थान मिलेगा। साथ ही, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए मैप माय इंडिया (Map My India) नामक एप्लीकेशन के लिए अनुबंध भी किया गया है। इस ऐप से सड़क पर ब्लैक स्पॉट्स और गड्ढों की तुरंत सूचना मिलेगी। जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने ऐसा पहला कदम उठाया है जो दुर्घटनाओं को कम करेगा।
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने कहा कि राजधानी में बढ़ते अपराधों, कानून व्यवस्था और सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट लगातार नवाचार कर रहा है। जयपुर पुलिस ने नए नज़र सिटीजन मोबाइल एप को शहर में घरेलू कर्मचारियों और किराएदारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाया है। साथ ही पुलिस ने मैप माय इंडिया, यानी मेपल्स नामक ऐप को सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए भी अनुमति दी है।
Jaipur Tenant Verification: एप का उद्घाटन जयपुर पुलिस कमिश्नरेट सभागार में पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने किया। इस मौके पर एडिशनल कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर कुंवर राष्ट्रदीप, एडिशनल कमिश्नर ट्रैफिक एंड एडमिन प्रीति चंद्रा और डीसीपी ट्रैफिक सागर भी उपस्थित थे। निजी कंपनी के सहयोग से बनाया गया नया सिटीजन एप घर बैठे पुलिस से अपने किराएदार या कर्मचारी की पूरी जानकारी साझा करेगा। संबंधित बीट कांस्टेबल प्रभावी निगरानी करने के लिए इसकी जानकारी प्राप्त करेगा। गश्त के समय व्यक्ति की गैर मौजूदगी में भी प्रभावी निगरानी की जा सकती है। जयपुर में आए प्रवासियों का रिकॉर्ड होगा। जयपुर में छुपकर रहने वाले बाहरी हिंसाचारियों को भी पता चलेगा।
साथ ही, मेपल्स ऐप का उपयोग करके शहर में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जाएगा। इससे चालकों को सड़क पर ब्लैक स्पॉट्स और गड्डों के बारे में पहले से ही पता चलेगा। वाहन चालकों को रूट पर पुलिस कैमरों की सूचना पहले से ही मिल जाएगी। जिससे वे अधिक सतर्क होकर गाड़ी चलाएंगे और दुर्घटनाओं को कम करेंगे।