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मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत: राज्य में हुई भारी वर्षा के बाद राहत कार्यों की मुख्य सचिव ने की समीक्षा,
मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत: राज्य में हुई भारी वर्षा के बाद राहत कार्यों की मुख्य सचिव ने की समीक्षा, बैठक में संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर्स, नगर निगम के आयुक्त एवं फील्ड ऑफिसर्स को अलर्ट पर रहने के दिये निर्देश।
मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने कहा की राज्य में हुई भारी वर्षा से उत्पन्न स्थिति आमजन के लिए समस्यात्मक है। आमजन को कोई भी समस्या नहीं हो इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा चिंता व्यक्त करने पर सभी संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर्स एवं नगर निगम के आयुक्तों की ली बैठक।
आमजन आपात स्थिति में टोल फ्री नंबर 1070/1077 एवं 0141 -2227296 पर कर सकते है संपर्क—
Rajasthan News: सतीश पूनिया को राज्यसभा भेजे जाने की अटकलें तेज हैं, लेकिन उनका नाम पार्टी के नए प्रभारियों की सूची में नहीं है।
Rajasthan News: हालिया लोकसभा चुनावों में हरियाणा के प्रभारी रहे सतीश पूनिया को प्रभार से हटाने के बाद अब उन्हें राज्यसभा भेजे जाने की अटकलें तेज होने लगी हैं। यह भी कहा जाता है कि भाजपा उन्हें झुंझुनू उपचुनाव में प्रत्याशी बना सकती है।
Rajasthan News: भारतीय जनता पार्टी आगामी चुनावों के लिए लगातार तैयारियों में है। भाजपा ने हरियाणा के लोकसभा प्रभारी सतीश पूनिया को पद से हटाया है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब पूनिया के राज्यसभा में जाने की अटकलें तेज हो रही हैं। भाजपा उन्हें झुंझुनू से उपचुनाव लड़वा सकती है।
राजस्थान में भाजपा के वरिष्ठ नेता सतीश पूनिया ने लोकसभा चुनावों में अजमेर और नागौर से टिकट मांग रहे थे। भाजपा ने उन्हें दोनों स्थानों से टिकट नहीं दिया, लेकिन जाट समुदाय को साधने के लिए उन्हें हरियाणा लोकसभा चुनाव का प्रभारी बनाया। लेकिन अब विधानसभा चुनावों के कारण पूनिया को हरियाणा प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
सतीश पूनिया ने आमेर से विधानसभा चुनाव हारने के बाद राजस्थान में नए अवसर खोज रहे थे। अब जब उन्हें हरियाणा लोकसभा चुनाव के प्रभारी पद से हटा दिया गया है, विश्व भर में उनके राजनीतिक करियर की दिशा को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। उन्हें राज्यसभा भेजा जा सकता है या झुंझुनू में उपचुनाव लड़वाया जा सकता है।
भाजपा ने इन फैसलों का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनावों में जाट समुदाय का समर्थन प्राप्त करना और पार्टी को मजबूत करना बताया है। सतीश पूनिया के अनुभव और लोकप्रियता को देखते हुए पार्टी उनकी भूमिका को लेकर महत्वपूर्ण योजनाएं बना रही है।
भाजपा द्वारा घोषित किए गए नए प्रभारी और सह-प्रभारियों की सूची में पूनिया का नाम अब शामिल नहीं है, जिससे यही संकेत मिलता है कि पार्टी उन्हें नई और महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंप सकती है।