शिक्षा और पंचायतीराज Minister Madan Dilawar ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सफलताओं के कारण आज तिरंगा आसमान में ऊंची उड़ान भर रहा है। इसरो के कारण हमारे चंद्रयान ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर तिरंगा सफलता से फहराया है। इसके लिए उन्होंने इसरो के वैज्ञानिकों को धन्यवाद दिया।
शिक्षा Minister Madan Dilawar रविवार को कोटा के विधानसभा क्षेत्र रामगंजमंडी स्थित कृषि उपज मंडी समिति में इसरो द्वारा आयोजित विक्रम साराभाई स्पेस एग्जिबिशन में उपस्थित विद्यार्थियों और वैज्ञानिकों को संबोधित कर रहे थे।
Minister Madan Dilawar ने प्रदर्शनी के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रयास देश की आगामी पीढ़ी को इसरो से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा। इस दो दिवसीय आयोजन में वैज्ञानिकों ने स्थानीय बच्चों को जो मार्गदर्शन दिया है, उससे निश्चित ही सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे और बच्चों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ेगी।
Minister Madan Dilawar ने कहा कि इसरो का काम आम लोगों और खासकर बच्चों के लिए सपनों को साकार करने जैसा है। चंद्रमा पर पहुंचना एक परीकथा जैसा था, जिसे इसरो ने वास्तविकता में बदल दिया है।
राजस्थान में शिक्षा व्यवस्था की सराहना करते हुए श्री दिलावर ने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि इसरो की टीम में दो वैज्ञानिक राजस्थान से हैं। Minister Madan Dilawar ने उम्मीद जताई कि इस प्रदर्शनी के बाद रामगंजमंडी के छात्र भी इसरो के वैज्ञानिक बनेंगे।
शिक्षा Minister Madan Dilawar ने कहा कि रामगंजमंडी के सरकारी विद्यालयों में उत्तम शिक्षा के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। स्मार्ट क्लास, रोबोटिक लैब और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही रामगंजमंडी में छात्राओं के लिए सैनिक स्कूल खोला जाएगा और यहां एक आवासीय वेद विद्यालय भी शुरू होगा। शिक्षा के क्षेत्र में रामगंजमंडी में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
इसरो के वैज्ञानिकों की टीम के प्रमुख श्री परेश सरवैया ने शिक्षा और पंचायतीराज Minister Madan Dilawar को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले भारत के चंद्रयान-3 का प्रोटोटाइप स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया। इस मौके पर शिक्षा मंत्री श्री दिलावर ने प्रदर्शनी का निरीक्षण किया और स्टॉल पर मौजूद छात्रों से प्रत्येक मॉडल के बारे में विस्तृत जानकारी ली।