फरीदकोट संसदीय सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सरबजीत सिंह खालसा ने जीत हासिल की है। सरबजीत ने कुल 298062 वोट प्राप्त किए हैं। ठीक उसी तरह, आम आदमी पार्टी के करमजीत सिंह दूसरे स्थान पर रहे। सरबजीत इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले बेअंत सिंह का बेटा है। वहीं खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार अमृतपाल सिंह विजयी हुए हैं।
फरीदकोट का डिजिटल डेस्क। प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों में से दो पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। सरबजीत सिंह खालसा ने फरीदकोट से जीत हासिल की। जबकि खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह ने चुनाव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की।
सरबजीत सिंह खालसा को फरीदकोट से 298062 वोट मिले हैं। ठीक उसी तरह, आम आदमी पार्टी के करमजीत सिंह दूसरे स्थान पर रहे। जिन्होंने 228009 वोट पाए। कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत कौर साहोके तीसरे स्थान पर रहे। जिन्होंने 160357 वोट जीते हैं। सरबजीत और अनमोल के बीच 70053 मतों से जीत का अंतर है।
सरबजीत सिंह खालसा बेअंत सिंह का बेटा है।
सरबजीत सिंह खालसा बेअंत सिंह का बेटा है। इंदिरा गांधी के अंगरक्षक सतवंत सिंह और बेअंत सिंह थे। 1984 में, दोनों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गोलियों से मार डाला।
बेअंत सिंह को मौके पर ही अन्य सुरक्षाकर्मियों ने मार डाला। सतवंत सिंह भी गिरफ्तार हो गया था। सतवंत और इस हत्या के मास्टरमाइंड केहर सिंह को सन् 1989 में दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी की सजा सुनाई गई।
इंदिरा गांधी की हत्या क्यों हुई?
भारत सरकार ने 1984 में अमृतसर में हरमंदिर साहिब पर खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरावाले के खिलाफ ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया था।
इंदिरा सरकार ने यह ऑपरेशन चलाया। इस कार्रवाई में कई धार्मिक ग्रंथ नष्ट हो गए। वहीं, सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थान, अकाल तख्त साहिब, भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। जिससे विद्यार्थियों की भावनाएं दुखी हुईं।