उत्तर प्रदेश के CM Yogi Adityanath ने लखनऊ में अंसल ग्रुप से जुड़े मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि होम बायर्स के हितों की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
CM Yogi Adityanath ने अपने सरकारी आवास पर आवास एवं शहरी नियोजन विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि अंसल ग्रुप द्वारा किए गए धोखाधड़ी को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने सभी प्रभावित लोगों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई करने को कहा।
इसके अलावा, उन्होंने प्रदेश के अन्य जिलों में भी अंसल ग्रुप से जुड़े मामलों में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। साथ ही, एलडीए और पीड़ित बायर्स की एक समिति गठित करने को कहा ताकि न्यायालय में ठोस सबूत पेश किए जा सकें और आरोपियों को सजा दिलाई जा सके।
बैठक में अधिकारियों ने CM Yogi Adityanath को अवगत कराया कि एनसीएलटी ने लखनऊ विकास प्राधिकरण और आवास विभाग के खिलाफ एकपक्षीय आदेश दिया था। इस पर मुख्यमंत्री ने जनहित में अपील दायर करने को कहा।
उन्होंने आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के लंबित मामलों को शीघ्र निपटाने, कानपुर, लखनऊ और आगरा मेट्रो परियोजनाओं की प्रगति को तेज करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने के लिए 100 नई टाउनशिप्स, फास्ट ट्रैक प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण, अनिस्तारित संपत्तियों के निस्तारण और 100 होटलों व 100 अस्पतालों के लिए भूमि उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
CM Yogi Adityanath ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने और अनियोजित शहरीकरण को रोकने की बात कही। उन्होंने मलिन बस्तियों में पार्क, जिम जैसी सुविधाएं देने और जरूरत के अनुसार हाईराइज बिल्डिंग्स बनाने का सुझाव दिया।
उन्होंने जीआईएस-आधारित महायोजना को 2025 तक लागू करने के निर्देश दिए और आगरा इनर रिंग रोड सहित भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा। साथ ही, झांसी, बरेली, अलीगढ़, गोरखपुर, बुलंदशहर, चित्रकूट और आगरा में शहरी विस्तार व विकास कार्यों को गति देने के निर्देश भी दिए।
CM Yogi Adityanath ने लखनऊ में इंटरनेशनल एग्जीबिशन सह-कन्वेंशन सेंटर के निर्माण कार्यों को भी शीघ्र पूरा करने पर जोर दिया। उन्होंने प्रदेश में योजनाबद्ध विकास सुनिश्चित करने और अनियंत्रित विस्तार की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए विकास प्राधिकरणों को सक्रिय रूप से कार्य करने का निर्देश दिया।