Navjot Singh Sidhu : नवजोत कौर सिद्धू की बीवी आयुर्वेद से जीवित हुई है। कच्ची हल्दी, एप्पल साइडर विनेगर और आटे से बचकर कैंसर को हराया। सिर्फ 40 से 50 दिनों में चौथी स्टेज छोड़ दी गई।
Navjot Singh Sidhu : पिछले दो साल में नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने हंसमुख अंदाज और लाजवाब शायरी से क्रिकेट ग्राउंड का माहौल बनाया है। दरअसल, नवजोत कौर सिद्धू की पत्नी कैंसर से पीड़ित थी। उन्होंने आयुर्वेद की मदद से स्टेज 4 कैंसर को हराया है। हाल ही में उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी पत्नी की कैंसर से लड़ाई की कहानी बताई। नवजोत कौर ने जीवन की उम्मीद भी छोड़ दी थी, इसलिए यह समय उनके लिए कितना दुःखदायी था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उनकी बीवी अब कैंसर से मुक्त हैं और कहा कि वे लोगों को बताना चाहते हैं कि उनकी पत्नी ने आयुर्वेद और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके इसे हराया। रिपोर्ट को पूरी तरह पढ़ें।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बनाया आहार
नवजोत कौर ने सफेद पेठे का जूस पीया, जिसमें कच्ची हल्दी, लहसुन, एप्पल साइडर विनेगर, नीम के पत्ते, तुलसी के पत्ते, अदरक, दालचीनी, काली मिर्च, लौंग और छोटी इलायची थी। वह अनार, आंवला, अखरोट, चुकंदर, गाजर और ब्लूबेरी खाती थी। चिकित्सा भी नवजोत के साथ चल रही थी, लेकिन आयुर्वेद भी कैंसर को हराया है।
कार्बोहाइड्रेट और आटा को बाहर निकाल दें
Press Conference में उन्होंने कहा कि आटा, शुगर और कार्बोहाइड्रेट कैंसर के सेल्स को बढ़ावा देते हैं। उनकी पत्नी ने चालीस दिनों तक आटा, मीठा भोजन और कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन पूरी तरह से बंद कर दिया। कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं, इसलिए रिफाइंड ऑयल, प्रोसेस्ड खाना, स्वीट्स, कोल्ड ड्रिंक और दूध से बचना चाहिए।
क्या नवजोत कौर ने खाया-पिया?
नवजोत कौर ने बताया कि हर सुबह उनकी पत्नी गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीती थी। इसके बाद वे ड्राईफ्रूट्स खाती थीं; नट्स भी कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को ठीक करने में मदद करते हैं। नवजोत ने पंद्रह से पंद्रह नीम के पत्तों को चबाकर खाया। भारतीय स्पाइस काली मिर्च, लौंग, हल्दी, अदरक और तुलसी के पत्तों से एक हर्बल टी बनाकर पीती थी, जिसमें न के बराबर गुड़ था। उन्होंने दूध वाली चाय भी नहीं पी थी। हर दिन एक गिलास पेठे का जूस पीना चाहिए। जिन लोगों को ऑलिव ऑयल अफोर्ड नहीं करना है, वे नारियल के तेल में खाना पकाएं। उसमें शामिल तेल भी ताजा पिसा हुआ होना चाहिए, क्योंकि यह अधिक लाभदायक होगा। इस तेल को कुकिंग में भी कम मात्रा में प्रयोग करें। सूरज ढलने के बाद खाना खाने से बचना चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवजोत कौर ने कहा कि खट्टी और कड़वी चीजें कैंसर सेल्स को नष्ट करने के लिए अच्छे हैं, इसलिए यह खाना कैंसर को हराने के लिए सबसे अच्छा उपाय है।
स्वीकृति: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले, विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें।