उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री Col Rajyavardhan Rathore ने सिंगापुर में ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के इन्वेस्टर रोड शो का नेतृत्व किया, प्रदेश में कारोबार के लिए कंपनियों को किया आमंत्रित
- राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर के जुरोंग आइलैंड पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स का दौरा किया; सेम्बकॉर्प, पीएसए होराइजन्स, टीवीएस मोटर्स, आईटीई एजुकेशन सर्विसेज के साथ मुलाकात की
- प्रतिनिधिमंडल ने पेट्रोकेमिकल्स, शहरी विकास, कौशल विकास, ऑटोमोटिव जैसे क्षेत्रों में सिंगापुर की कंपनियों और व्यापारिक समूहों को राजस्थान में निवेश हेतु आमंत्रित किया
- कर्नल राठौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने शाम को अप्रवासी भारतीय लोगों और अनिवासी राजस्थानी समुदाय (एनआरआर) से मुलाकात की, भारत और राजस्थान को गौरवान्वित करने के लिए की उनकी सराहना
Col Rajyavardhan Rathore: ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के नेतृत्व में सिंगापुर दौरे पर गए एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को वहां इन्वेस्टर मीट में हिस्सा लिया और वहां की कई प्रमुख कंपनियों के आला अधिकारियों के साथ मुलाकात की। इन मुलाकातों में उद्योग मंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने निवेशकों और व्यापारिक जगत के अधिकारियों से राजस्थान आने, राज्य में निवेश की संभावनाएँ तलाशने और व्यापार के नए अवसर बनाने का आग्रह किया। इस दौरान निवेशकों और कंपनियों को माननीय मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार द्वारा व्यापार जगत के लिये लिए जा रहे अनुकूल नीतिगत निर्णयों से भी अवगत कराया गया।
सिंगापुर इन्वेस्टर मीट में बोलते हुए राजस्थान सरकार के उद्योग और वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा, “सिंगापुर की कंपनियां राजस्थान के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में निवेश करने पर विचार कर सकती हैं। हमारे राज्य से वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर, और 2 एक्सप्रेसवे – दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे – गुजरते हैं। इन दोनों एक्सप्रेसवे के दोनों ओर जमीन व्यवसायों के लिए उपलब्ध है। हमारे यहां साल में 320 दिन से ज्यादा धूप रहती है, हमारी आबादी युवा है, व्यवसायों को अनुकूल बनाने का सरकार का हर संभव प्रयास है और सबसे ज्यादा, हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति है। हमारी सरकार में निर्णय जल्दी लिए जाते हैं। हम राज्य में निवेश लाने और राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना से अधिक करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
रोड शो में निवेशकों को संबोधित करते हुए राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने कहा, “इन्वेस्टर रोड शो की शुरूआत होने से अब तक निवेश से संबंधित कई एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं और अगले कुछ महीनों में निवेश के ये इरादे और भी तेजी से बढ़ेंगे। हमने इन्वेस्टमेंट समिट में पार्टनर कंट्री बनने के लिए सिंगापुर को आमंत्रित किया है। वादे के मुताबिक नीतिगत बदलावों को लागू करने और प्रदेश के आर्थिक विकास को तेजी से बढ़ाने के लिए इस सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले ही वर्ष में इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया है।”
राजस्थान सरकार की प्रमुख शासन सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) श्रीमती गायत्री राठौड़ ने सिंगापुर इन्वेस्टर मीट में प्रदेश में मौजूद अवसरों के बारे में एक प्रेजेंटेशन देते हुए कहा कि राज्य के सिंगापुर के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध हैं और पिछले 4 वर्षों में राजस्थान से सिंगापुर को हो रहे निर्यात में 280% की वृद्धि हुई है। अपने प्रेजेंटेशन के दौरान उन्होंने निवेशकों के सामने राज्य में मौजूद संभावनाओं और विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के अवसरों को भी जानकारी दी।
इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “हम सिंगापुर की प्रमुख शक्तियों जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में उनकी ताकत, अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास क्षमताओं, तकनीकी प्रगति और बुनियादी ढांचे की विशेषज्ञता का लाभ उठाना चाहते हैं, ताकि हमारी महत्वाकांक्षाएं उनके साथ मिल कर समृद्धि के नए रास्ते बना सकें।”
रोड शो में निवेशकों को संबोधित करते हुए सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त डॉ. शिल्पक अंबुले ने कहा, “राजस्थान में न केवल ज़मीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, बल्कि कई तरह के खनिज और प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। इसके अलावा, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में निवेशकों के लिए पर्याप्त अवसर हैं। राज्य द्वारा कई तरह के इंसेटिव्स और सब्सिडी निवेशकों को दिए जाते हैं, वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से राज्य की निकटता जैसे कई कारक हैं जो राज्य को निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाते हैं।”
सिंगापुर के प्रमुख औद्योगिक केंद्रों के साथ साझेदारी करने के अवसरों की जानकारी लेने के क्रम में, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने जुरोंग आइलैंड पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स और पीएसए होराइजन्स की लॉजिस्टिक्स फैसिलिटी का दौरा किया।
जुरोंग आइलैंड पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स में राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल को जेटीसी में स्थापित डाउनस्ट्रीम पेट्रोकेमिकल्स के पूरे वैल्यूचेन के बारे में बताया गया और सिंगापुर के प्रमुख पेट्रोकेमिकल प्रसंस्करण और निर्यात केंद्र के रूप में इसके उभरने के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने जेटीसी कॉरपोरेशन के अधिकारियों को बालोतरा में बनने वाले राजस्थान पेट्रो जोन और पेट्रोकेमिकल्स क्षेत्र में मौजूद अपार संभावनाओं के बारे में जानकारी दी और कहा कि आपसी सहयोग के लिए राज्य सरकार हमेशा तैयार है।
पीएसए होराइजन्स के अधिकारियों के साथ हुई चर्चा में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (एमएमएलपी) और इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी) विकसित करने हेतु आपसी सहयोग के संभावित अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया गया, ताकि राजस्थान के मल्टीमॉडल परिवहन बुनियादी ढांचे को बढ़ाया जा सके, खासकर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) और राजस्थान पेट्रोलियम एंड केमिकल्स (आरपीसी) कॉरिडोर जैसी जगहों पर। पीएसए होराइजन्स के अधिकारियों को संभावित सहयोग के लिए जोधपुर पाली मारवाड़ औद्योगिक क्षेत्र (जेपीएमआईए) और खुशखेड़ा भिवाड़ी नीमराना निवेश क्षेत्र (केबीएनआईआर) के दौरे के लिए भी आमंत्रित किया गया।
इसके अलावा, राज्य सरकार के इस प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए सिंगापुर स्थित शहरी विकास और अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में वैश्विक कंपनी सेम्बकॉर्प के प्रतिनिधियों के साथ भी एक सार्थक चर्चा की।
इसके अलावा, कौशल विकास और शिक्षा के प्रति राजस्थान सरकार की प्रतिबद्धता के मद्देनजर प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (आईटीई) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी आईटीई एजुकेशन सर्विसेज (आईटीईईएस) के साथ भी चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल ने आईटीईईएस के अधिकारियों से राजस्थान का दौरा करने और कौशल विकास के क्षेत्र में सहयोग करने का भी आह्वान किया। आईटीईईएस ने पहले ही ओडिशा में विश्व कौशल केंद्र और असम में उत्तर-पूर्व कौशल केंद्र स्थापित कर रखा है। इसके अलावा, प्रतिनिधिमंडल ने टीवीएस मोटर कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ भी चर्चा की और उन्हें प्रदेश में निवेश हेतु आमंत्रित किया।
इस रोडशो के बाद, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों और अनिवासी राजस्थानी समुदाय (एनआरआर) से भी मुलाकात की। यह वे लोग हैं जो वर्तमान में सिंगापुर में रह रहे हैं, लेकिन उनकी जड़ें भारत में या फिर राजस्थान में हैं। इस मुलाकात के दौरान उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री ने इन अप्रवासियों से सिंगापुर में राजस्थान के दूत की भूमिका निभाने और अपने गृह राज्य में निवेश को सुविधाजनक बनाने में मदद करने का भी आह्वान किया।
माननीय मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में आयोजित होने वाले ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार बड़े पैमाने पर देशी और विदेशी निवेशकों, संस्थाओं और कॉरपोरेट जगत के शीर्ष अधिकारियों से लगातार बैठकें कर रही हैं, ताकि आने वाले समय में प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हो सके और ‘विकसित राजस्थान’ के लक्ष्य को पूरा करने की ओर बढ़ा जा सके।
इसके तहत पिछले एक महीने में दिल्ली, मुंबई, सियोल (दक्षिण कोरिया), जापान के टोक्यो और ओसाका, संयुक्त अरब अमीरात के दुबई और अबू धाबी और कतर की राजधानी दोहा में इस तरह के इन्वेस्टर रोड शो आयोजित किये जा चुके हैं, ताकि निवेशकों को राजस्थान से जुड़ने, प्रदेश में निवेश हेतु आमंत्रित करने और उन्हें राज्य सरकार द्वारा बनायी गयी निवेशक-अनुकूल नीतियों और अवसरों से अवगत कराया जा सके। इस व्यापक आउटरीच के परिणामस्वरूप राजस्थान सरकार को अब तक 12.55 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव (एमओयू) प्राप्त हुए हैं, जो राज्य सरकार के प्रयासों में निवेशक और व्यापार समुदाय के जबरदस्त विश्वास को दर्शाता है।
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 एक नज़र में’—
‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का आयोजन इस साल 9, 10 और 11 दिसंबर को राजधानी जयपुर में होगा। इसका आयोजन राजस्थान सरकार के तत्वाधान में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन (बीआईपी) और राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका नोडल विभाग बीआईपी है।
इस त्रि-दिवसीय मेगा समिट का उद्देश्य देश-विदेश की बड़ी-छोटी कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और निवेशकों को राज्य में आ कर काम करने के लिए आमंत्रित करना, प्रदेश में विभिन्न तरह के उद्योग-धंधे लगाने में मदद करना और अन्य सुविधाएँ मुहैय्या कराना है। इस ग्लोबल समिट के दौरान कृषि, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा और कौशल, ऑटो और ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स), इंफ्रास्ट्रक्चर, केमिकल और पेट्रो-केमिकल, पर्यटन, स्टार्टअप, खनन और ईएसडीएम/आईटी और आईटीईएस (ESDM/IT and ITeS) सहित विभिन्न क्षेत्रों पर विशेष सत्र का आयोजन होगा।
इन्वेस्टर रोडशो के सिंगापुर चरण का आयोजन वहां मौजूद भारतीय उच्चायोग एवं कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंड्स्ट्री (सीआईआई) के सहयोग से किया जा रहा है। सीआईआई ‘राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 का समिट इंडस्ट्री पार्टनर है। इसके अलावा पीडब्ल्यूसी (PwC) इंडिया इस इन्वेस्टमेंट समिट का नॉलेज पार्टनर है।
Source: https://dipr.rajasthan.gov.in/