Heart Attack एक गंभीर मेडिकल दुर्घटना है, जिसमें 100 में से 70–75% तक जान जाने का खतरा रहता है। हाल ही में अलीगढ़ में पिछले 25 दिनों में पांच युवा हार्ट अटैक से मर गए हैं। आइए सब कुछ जानते हैं।
Heart Attack : लोग दिल की बीमारी सुनते ही घबरा जाते हैं। इसका कारण यह है कि देश में हार्ट अटैक के मामले पिछले कुछ समय से इतने बढ़ गए हैं कि लोग अब इसे सामान्य बीमारी मानने लगे हैं। हार्ट अटैक खासतौर पर युवा लोगों पर अधिक होते हैं। 25 दिनों के भीतर अलीगढ़ में हार्ट अटैक से पांच लोगों की मौत हो गई है। इस अजीब मामले में तीन युवा और दो बच्चे (8 और 14 साल) की मौत हो गई। डॉक्टरों में इन मौतों के बाद विवाद है कि क्या सभी मौतों का एक समान कारण है? कोरोना के बाद हार्ट अटैक के मामले बढ़ गए हैं, यह एक अतिरिक्त राय है। इन मौतों का आकलन भी इसी आधार पर किया जा रहा है। आइए पूरी बात समझते हैं.
क्या वास्तव में Heart Attack से मौतें हुई हैं?
Heart Attack : Health Experts कहते हैं कि सभी युवा की जो मौतें हुई हैं। ऐसी मौतों में दिल का दौरा शामिल है। साथ ही, एनडीटीवी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, एन मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन और हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर एमयू रब्बानी ने कहा कि अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति एक घंटे में मर जाता है, तो इसे सडन कार्डियक अरेस्ट कहा जाता है। साथ ही, उन्होंने कहा कि युवा लोगों को शायद पहले से ही दिल की कोई बीमारी थी, जिसकी उन्हें जानकारी नहीं थी।
युवाओं में Heart Attack का रिस्क क्यों बढ़ रहा है?
दरअसल, सर्दियों में लोगों की शारीरिक गतिविधि बहुत कम हो जाती है। ठंड में कुछ लोग बिस्तर से बाहर नहीं निकलते। हार्ट डिजीज लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ रोग है, इसलिए हमारी दैनिक आदतें बहुत अधिक महत्वपूर्ण हैं। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, उम्र और पारिवारिक संबंध भी Heart Attack का मुख्य कारण हो सकते हैं। आइए पता करें क्यों।
1. अनियमित ईटिंग वर्तमान में युवा लोग अधिकांश जंक food खाते हैं, जैसे बर्गर, पिज्जा, फ्रेंच फ्राइज और प्रोसेस्ड खाना, जो दिल की बीमारी का रिस्क बढ़ा रहा है।
2. कम शारीरिक गतिविधि: युवा लोग आजकल ट्रेंड में रहना चाहते हैं लेकिन फिट नहीं रहना चाहते हैं, इसलिए कम उम्र में ही वजन बढ़ने की समस्या होने लगी है। शरीर पूरी तरह आलस्य में रहेगा, तो दिल का दौरा होने का खतरा बढ़ेगा।
3. अतिरिक्त वजन: अधिक वजन भी दिल की बीमारी के प्रमुख कारणों में से एक है। वर्तमान में बहुत से युवा वजन बढ़ाने से हृदय रोगों से पीड़ित हो रहे हैं, क्योंकि अधिक वजन से बीपी और कोलेस्ट्रॉल के स्तर बढ़ जाते हैं।
4. मानसिक स्वास्थ्य स्ट्रेस और डिप्रेशन भी युवा दिल की बीमारी का एक कारण हैं। नौजवान, जो काम और करियर के बोझ के कारण डिप्रेशन, एंग्जाइटी और स्ट्रेस का सामना कर रहे हैं, ब्लड प्रेशर बढ़ाते हैं और हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ाते हैं।
5. धूम्रपान और शराब पीना— धूम्रपान की आदत भी तेजी से बढ़ रही है, जो हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण है, विशेष रूप से युवा पीड़ितों में। वहीं, शराब का अधिक सेवन भी दिल को खराब करता है। यह बीपी और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है, जो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा सकता है।
Heart Attack रोकथाम के उपाय क्या हैं?
अपना दिनचर्या बदलें।
धूम्रपान और शराब से बचें।
बीपी को नियंत्रित करें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
डाइट में दालचीनी, अलसी और लहसुन शामिल करें।
7 से 8 घंटे की आवश्यकता भी है।
स्वीकृति: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले, विशेषज्ञों से सलाह अवश्य लें।