New Hotel Subsidy: अब सरकार स्टे होम और नए होटलों को सब्सिडी देगी। अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी। ढाबों, रेस्त्रत्तं जैसे मध्यम वर्ग के उद्यमियों को भी पर्यटन नीति का फायदा किस तरह से मिले, इस पर विचार किया।
विभाग ने पर्यटन नीति का प्रचार भी ऑनलाइन किया।
प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि किस तरह से पर्यटन नीति 2022 का प्रचार-प्रसार कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ दिलाया जा सके। बारात घर, ढाबे, रेस्त्रत्तं खोलने पर कितनी सब्सिडी सरकार की तरफ से दी जाएगी। उसके बारे में भी विस्तार से बताया गया। साथ ही इन सभी को एमएसएमई, नगर निगम में पंजीकरण कराना होगा। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान ने सवाल किया कि उनके होटल सराय एक्ट, नगर निगम और एमएसएमई में पहले से ही पंजीकृत हैं तो फिर पंजीकरण कराए जाने की बात व्यावहारिक नहीं है। उनसे तीन गुणा ही टैक्स लिया जाए। अभी तक पांच गुणा लिया जा रहा था। अप्रैल से तीन गुणा देने का शासनादेश भी हो चुका है।
रमेश वाधबा, होटल एंड रेस्टोरेंट ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष, ने कहा कि पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने पर बिजली बिलों और प्रापर्टी टैक्स में पांच गुणा टैक्स लगाने का कोई औचित्य नहीं है। सभी को सिर्फ तीन गुणा टैक्स देना चाहिए। वह सभी सराय एक्ट में पंजीकृत हैं। उन्होंने आगरा से अयोध्या और वाराणसी के लिए विमान सेवाओं को शुरू करने की भी चर्चा की। टूरिस्ट गाइड्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान, संदीप अरोरा, संजीव जैन, अवनीश शिरोमणि, नंदू और शिवांकर ने ऑनलाइन मीटिंग में भाग लिया।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी दीप्ति वत्स ने कहा कि पर्यटन नीति के तहत प्रस्तुत प्रजेंटेशन का उद्देश्य छोटे उद्यमियों को मदद करना था। 10 लाख रुपये से अधिक का निवेश करने पर 25 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी, 50 लाख रुपये से एक करोड़ रुपये पर 20 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी, और एक से दो करोड़ रुपये का निवेश करने पर 15 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी। नीति का प्रचार करने से सभी को लाभ दिलाने की कोशिश की जा रही है।