Rajasthan News: राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा देने का स्पष्ट संकेत दिया है। इस्तीफे से जुड़े के प्रश्न पर, उन्होंने मौन साधा और कहा कि यह स्वीकृति का संकेत है।
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर स्पष्ट रूप से अपने पद से इस्तीफा देने का इरादा व्यक्त किया है। इस्तीफे के प्रश्न पर पहले उन्होंने मुंह पर अंगुली रख ली, फिर मौनं स्वीकृति लक्षणम् कहा। मीणा ने कहा कि किसानों के लिए मरते दम तक काम करेंगे और इसके लिए सरकार में रहना आवश्यक नहीं है।
दौसा में पत्रकारों ने किरोड़ी लाल मीणा से पूछा कि लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने दिए गए बयान पर उनकी वर्तमान स्थिति क्या है? अपने मुंह पर अंगुली रखकर मौन का संकेत दिया। किसानों को साढ़े चार साल तक किरोड़ी लाल मीणा का साथ मिलेगा, इस प्रश्न पर उन्होंने कहा, “जीवन सदा भर रहा है, जब तक शरीर में प्राण है किसान, गरीब, मजदूर की सेवा करता रहूंगा।”‘
एक सवाल के जवाब में, भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘जरूरी नहीं कि सरकार में रहकर ही काम किया जाए। जब मैं सरकार से बाहर चला गया, 26 लाख बच्चे जो नीट के पेपर में बैठे थे, उसे रद्द कर दिया गया। मैं सरकार में होता तो भी नहीं करा पाता। सरकार में रहकर हर काम नहीं किया जाता है।मीणा ने कहा, “संस्कृति में एक कहावत है मौनं स्वीकृति लक्षणम,” जब उससे पूछा गया कि वह अब इस्तीफा क्यों दे रहे हैं?इन तीन शब्दों के जरिए उन्होंने साफ कर दिया है कि वह अपने कहे पर अडिग हैं।
कृषि मंत्रालय के दफ्तर में पिछले कुछ समय से किरोड़ी लाल मीणा भी सरकारी गाड़ी नहीं चलाते हैं। किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा कि जिन क्षेत्रों में भाजपा ने पराजय भोगी, वे कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री पद से इस्तीफा देंगे। जिन सात क्षेत्रों में उन्होंने प्रचार किया, उनमें से चार में भाजपा उम्मीदवारों ने पराजय भोगी। किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफों पर अटकलें इसके बाद से तेज हैं। रविवार को खुद मीणा ने बूंदी में कहा कि उन्होंने जो कहा था उसे करेंगे।