Kumari Selja
हरियाणा में कांग्रेस के टिकट आवंटन के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उनका कहना है कि हाईकमान जिसे भी टिकट दे देता है, वह सभी का होता है। टिकट वितरण के दौरान प्रत्येक नेता अपने समर्थकों को खुश करने का प्रयास करता है। हर हलके में कई लोग टिकट की मांग करते हैं, लेकिन टिकट सिर्फ एक व्यक्ति को मिलता है। नई दिल्ली में एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए सैलजा ने स्पष्ट रूप से कहा कि टिकट वितरण के बाद सभी को मिलकर काम करना होगा। सांसद ने टिकट आवंटन में खींचतान और गुटबाजी की खबरों पर कहा कि हर व्यक्ति अपने-अपने कार्यकर्ताओं की रक्षा करता है। लेकिन हाईकमान के निर्णय के बाद पार्टी का हर कार्यकर्ता उसको जिताने की कोशिश करता है।
सैलजा ने सोशल मीडिया पर उनके (सैलजा) इस्तीफे को लेकर वायरल हुई खबरों पर कहा कि मैंने इस्तीफा दिया था, यह तीन साल पहले हुआ था। विधानसभा चुनाव में भाग लेने के बारे में उन्होंने कहा कि मैंने लोकसभा चुनाव से पहले ही बताना शुरू कर दिया था कि मैं विधानसभा चुनाव में लड़ना चाहती हूं। पार्टी नेतृत्व को ही अंतिम निर्णय लेना होगा। सैलजा ने कहा कि हाईकमान ही है जब उनसे पूछा गया कि क्या होता है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और सोनिया गांधी हाईकमान में हैं। राहुल गांधी द्वारा हरियाणा में आप और सपा के साथ गठबंधन के निर्देशों से जुड़े सवाल पर सैलजा ने कहा कि राहुल गांधी कभी निर्देश नहीं देते। वे केवल अपनी इच्छा व्यक्त करते हैं।
वैसे भी, इंडिया गठबंधन पहले से ही केंद्रीय स्तर पर निर्धारित है। पहले राज्य स्तर पर कोई बात ही नहीं थी। कांग्रेस ने सभी 90 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में गुट विशेष को अधिक टिकट मिलने पर मुख्यमंत्री पद को लेकर हाईकमान ही निर्णय करता है। उनका कहना था कि हरियाणा का इतिहास पढ़कर देखने से पता चलेगा कि राज्य में नेता चुनने की प्रक्रिया क्या है।