Union Minister पीयूष गोयल भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ऑटो प्रदर्शनी है, जो संपूर्ण ऑटो मूल्य श्रृंखला को प्रदर्शित करता है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में जागरूक और उत्साही दर्शकों के सामने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उद्योग विशेषज्ञ, मोबिलिटी क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधि, भागीदार संघ, विदेशी दूतावासों और मिशनों के प्रतिनिधि, सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता और प्रेस तथा मीडिया के सदस्य मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने दिग्गज रतन टाटा और ओसामु सुजुकी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी विरासत मोबिलिटी क्षेत्र को प्रेरित करेगी।
Union Minister Piyush Goyal ने आज नई दिल्ली में भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ऑटोमोटिव एक्सपो बन गया है। उन्होंने कहा कि इस एक्सपो ने मोबिलिटी इकोसिस्टम की वैल्यू चेन – ऑटोमोबाइल से लेकर ऑटो से जुड़े कंपोनेंट को एक ही जगह ला दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल तक यह एक्सपो दुनिया का सबसे बड़ा ऑटो शो बन जाएगा और दुनिया के लिए ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए वन स्टॉप डेस्टिनेशन के रूप में भी उभरेगा।
Union Minister गोयल ने सहयोग और नवाचार के लिए इस एक्सपो को एक गतिशील मंच बनाने में मोबलिटी क्षेत्र के वैश्विक दिग्गजों, नवोन्मेषकों और नीति निर्माताओं का उनके प्रयासों की सराहना करते हुए स्वागत किया। यह एक्सपो वैश्विक भागीदारी के लिए कार्य करने का आह्वान करता है, जो अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को भारत के बढ़ते उपभोक्ता आधार और व्यापार-अनुकूल परितंत्र का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित करता है। भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 एक ऐतिहासिक आयोजन होने का वादा करता है, जिसका उद्देश्य संपूर्ण मोबिलिटी मूल्य श्रृंखला को एक ही स्थान पर एकजुट करना है। यह एक्सपो 17 जनवरी से 22 जनवरी 2025 तक तीन प्रतिष्ठित स्थलों – भारत मंडपम, नई दिल्ली; यशोभूमि, द्वारका और इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया जा रहा है।
भारत में प्रमुख मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और प्रदर्शनी (एमआईसीई) स्थलों को विकसित करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण की सराहना करते हुए श्री गोयल ने कहा कि देश इस बुनियादी ढांचे के तेजी से विकास से लाभान्वित हो रहा है। भारत मोबिलिटी जो पिछले साल केवल भारत मंडपम में आयोजित हुई थी, इस साल तीन स्थानों पर आयोजित की जा रही है, जिसमें यशोभूमि (द्वारका) और इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट (ग्रेटर नोएडा) शामिल हैं, जो 2 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। उन्होंने कहा, “पूरा मोबिलिटी उद्योग, पूरी सरकार और पूरा देश इस एक्सपो के लिए एक साथ आए हैं।”
Union Minister गोयल ने बताया कि यह प्रदर्शनी दुनिया के सामने भारत की मोबिलिटी की विकास गाथा पेश करता है। इससे देश में निवेश बढ़ेगा और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऑटो उद्योग आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के प्रतीक के रूप में उभरा है और स्टार्टअप भी इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। श्री गोयल ने जोर देते हुए कहा कि मोबिलिटी क्षेत्र 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि इस एक्सपो में की गई साझेदारी से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और लोगों के लिए जीवनयापन में सुगमता होगी।
Union Minister गोयल ने कहा कि भारत दुनिया में तिपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों का सबसे बड़ा निर्माता बन गया है और दुनिया में दोपहिया बाजार के रूप में भी शीर्ष स्थान पर है। श्री गोयल ने कहा कि नवाचार और स्थिरता मोबिलिटी क्षेत्र का केंद्र बन गए हैं और मोबिलिटी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में भारत की हिस्सेदारी भी बढ़ रही है। भारत का मोबिलिटी क्षेत्र लागत-प्रतिस्पर्धी है। यह उत्पाद की गुणवत्ता पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।
Union Minister गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि इलेक्ट्रिक वाहन मोबिलिटी सेक्टर को आकार दे रहे हैं और भारत इस क्षेत्र में बहुत आगे है। उन्होंने कहा कि भारत में पहली बार ऑटोमोबाइल खरीदने वाले बहुत से लोग हैं और उन्हें इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने से पूरे परितंत्र को बहुत लाभ होगा, जिससे प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी और विदेशी मुद्रा का प्रवाह बढ़ेगा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार बाजार में बैटरी तकनीक और बेहतर वाहन डिजाइन में सुधार पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 उद्योग संचालित और सरकार समर्थित पहल है। इसका समन्वय इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल इंडिया (ईईपीसी इंडिया) द्वारा विभिन्न उद्योग निकायों और एसआईएएम, एसीएमए, आईईएसए, एटीएमए, आईएसए, नैसकॉम, आईसीईएमए, एआईसीएमए, एमआरएआई, आईटीपीओ, इन्वेस्ट इंडिया, आईबीईएफ, सीआईआई, यशोभूमि और आईईएमएल जैसे साझेदार संगठनों के संयुक्त सहयोग से किया जा रहा है।