Haryana Lok Sabha Election 2024 के परिणाम: भारतीय जनता पार्टी हरियाणा में शुरूआती रूझानों में पीछे चल रही है। इस बार, पिछली बार लोकसभा में स्वीप करने वाली पार्टी पिछड़ती नजर आती है। आइए जानते हैं इसकी वजह क्या है..।
Haryana Lok Sabha Election 2024 के परिणाम: 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वोटो की गिनती जारी है। शुरूआती रूझानों में कांग्रेस छह और बीजेपी चार सीटों पर आगे चल रही है। यहां पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 10 में से 10 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार बीजेपी चिंतित है। पश्चिम बंगाल और यूपी की तरह ही बीजेपी को हरियाणा में भारी नुकसान हुआ है, लेकिन देर शाम तक पूरी जानकारी मिल जाएगी। मार्च में बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हरियाणा का मुख्यमंत्री बदल दिया। क्या ये बीजेपी के लिए सेल्फ गोल बन रहा है?
चुनाव से पहले मुख्यमंत्री को बदलना ‘सेल्फ गोल’?
12 मार्च 2024 को, चुनाव से ठीक पहले, भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा का मुख्यमंत्री बदल दिया। पार्टी ने नायब सिंह सैनी को हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया, जो दो बार मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर की जगह ले ली गई। नायब सिंह सैनी हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से सांसद थे। नायब सिंह सैनी ने पहले भी खट्टर सरकार में सैन्य राज्यमंत्री का पद धारण किया था।
2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने 10 सीटें जीतीं। चुनाव के बाद खट्टर सरकार ने भाजपा के साथ गठबंधन बनाया, लेकिन मार्च 2024 में बीजेपी से अलग होने के बाद मनोहर लाल खट्टर को हटाकर नायब सिंह सैनी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। बीजेपी का यह निर्णय प्रारंभिक रूझानों में गलत साबित होता दिख रहा है, जो लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों को सामने लाते हैं। इससे पार्टी को बहुत नुकसान होता दिखाई देता है।
अग्निवीर योजना से युवा विरोध?
इसके अलावा, हरियाणा में केंद्र सरकार की अग्निवीर योजना का व्यापक विरोध हुआ, जिससे युवा बहुत नाराज थे। यह भी हरियाणा में बीजेपी की पराजय की एक महत्वपूर्ण वजह हो सकती है। सुबह 11 बजे तक चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, कांग्रेस छह सीटों पर आगे चल रही है, जबकि बीजेपी चार सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस पार्टी अंबाला, सिरसा, हिसार, सोनीपत, रोहतक और गुरुग्राम में सक्रिय है। यही नहीं, बीजेपी कुरूक्षेत्र, करनाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद में अपनी गतिविधियों को जारी रखती है।