Hair Keratin Treatment करवाने की योजना बना रहे हैं तो आपको पहले सभी जानकारी लेनी चाहिए। क्या यह ट्रीटमेंट है और इसे करते समय क्या सावधानियां बरतें? दिव्यानी त्रिपाठी
तुम्हारी खूबसूरत लहराती जुल्फों की तारीफ भला कौन नहीं सुनना चाहेगा? लेकिन व्यस्त जीवन में हमारे बाल झड़ने लगते हैं या बेजान हो जाते हैं। ऐसे में आपके बालों में प्रोटीन की कमी हो सकती है, या केराटिन की कमी। हेयर एक्सपर्ट ईशा पांडेय का कहना है कि हल्के बाल, अधिक पानी सोखना (यानी जल्दी सूखने लगना) और फ्रीजी होना बताते हैं कि हमारे बालों को पर्याप्त केराटिन नहीं मिल रहा है। पिछले कुछ सालों में, केराटिन के इलाज की मांग बढ़ी है, जो आर्टीफिशल रूप से केराटिन की कमी को पूरा करता है, ताकि इन सभी समस्याओं को हल किया जा सके। बकौल, ईशा केराटिन ट्रीटमेंट से आपके बाल घने और खूबसूरत नजर आते हैं। उनकी चमक में भी इजाफा हो जाता है। पर, फौरी तौर पर। इन खूबसूरत बालों को लंबे समय तक बनाए रखने की जिम्मेदारी आपकी भी है। साथ ही ट्रीटमेंट करवाने से पहले आपको यह भी जानना होगा कि यह आपके लिए फायदेमंद है या नहीं। इसके लिए जाने के पहले यह भी जानना होगा कि यह आपके लिए मुफीद है भी कि नहीं ताकि इस ट्रीटमेंट के बाद नई समस्याएं न होने पाएं।
क्या है केराटिन ट्रीटमेंट?
एक तरह का प्रोटीन, केराटिन, बालों और त्वचा की बाहरी सतह बनाता है। हमारे भोजन और शरीर की आवश्यकताएं इसे प्राकृतिक रूप से प्रदान करती हैं। लेकिन धूल, प्रदूषण और खराब जीवनशैली से यह हमारे शरीर में कम होने लगता है। फलस्वरूप, बाल बेजान केराटिन प्रक्रिया हमारे बालों को आर्टिफिशियल तौर पर केराटिन देती है जब उन्हें प्राकृतिक रूप से नहीं मिलता है। इससे बाल सिल्की, मुलायम और सीधे होते हैं।
तो रहें ट्रीटमेंट से दूर
कुछ ऐसी स्थितियां होती हैं, जिसमें कोई काम करना आपकी मुसीबत को बढ़ा सकता है। यह बात केराटिन ट्रीटमेंट के मामले पर भी लागू होती है। ईशा की मानें तो अगर आप गर्भवती हैं, स्तनपान करवा रही हैं, आपको कोई त्वचा से संबंधी समस्या है, सांस से संबंधी समस्या है तो केराटिन ट्रीटमेंट से आपकी दूरी ही अच्छी है। ट्रीटमेंट लेने पर अगर आपको एलर्जिक रिएक्शन, खांसी-जुखाम , उल्टी महसूस हो तो भी दोबारा इस ट्रीटमेंट के लिए नहीं जाना चाहिए।
इन बातों का रखें ख्याल
केराटिन उपचार को टिकाऊ बनाने के लिए, उपचार के बाद अपने बालों पर हीट नहीं लगाना चाहिए। हॉट स्टाइलिंग टूल्स जैसे स्ट्रेटनर, कर्लिंग टांग और ब्लो ड्रायर से दूर रहें। यह आपके बालों को झड़ सकता है।
इससे बाल मुलायम और आकर्षक हो जाते हैं, लेकिन इन्हें बार-बार छूने से बचें। बार-बार इन्हें छूने से धूल अधिक प्रभावी होती है, जिससे देखने वाले बाल मुड़ने लगते हैं।
उपचार के बाद बाल धोने से बचें। बालों को तीन दिनों बाद ही धोएं। उन्हें बांधने से बचें। दोनों ही चीजें आपके बालों का रंग खराब कर सकती हैं।
अब आप अपने बालों को शैंपू नहीं करेंगे। केराटिन उपचार के बाद कभी भी हार्ड शैंपू का प्रयोग न करें। गंदे शैंपू आपके बालों को बेजान और रूखे बना सकता है।
कोई भी कंधा बालों को संवारने के लिए उपयुक्त नहीं होगा जब वे एक विशिष्ट प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। कंघे का प्रयोग उसके टेक्सचर के अनुरूप होना चाहिए। इस प्रक्रिया के बाद बोअर ब्रिसल ब्रश उपयुक्त होगा।
बालों को तेल लगाए रखना असंभव है। बाद में हल्के तेल का प्रयोग करें। बादाम या ऑर्गन ऑयल को दो-चार बूंदो रोजमेरी ऑयल में मिलाकर लगा सकते हैं। प्राप्ति के दो हफ्ते बाद हल्के हाथों से तेल गलाएं। जड़ों को तेज-तेज मसाज नहीं करना चाहिए।
वैसे भी, भोजन हमेशा पोषणपूर्ण होना चाहिए। हालाँकि, इस प्रक्रिया को पूरा करने के बाद प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों (जैसे टोफू, दाल, चने, बीन्स वगैरह) को अपनी आहार में खास जगह दीजिए। अपनी खुराक में विटामिन बी 12, आयरन जिंक और बायोटीन भी शामिल करें।