हरियाणा के विधानसभा के अध्यक्ष Harvindra Kalyan ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का मन की बात कार्यक्रम हर बार देश को एक नई दिशा प्रदान करता है। इससे प्रेरणा लेकर देश का हर वर्ग अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए अग्रसर होता है। यह कार्यक्रम हम सबको कुछ नया करने की ओर संकल्पित करता है। यही कारण है देश के युवाओं के साथ-साथ हर वर्ग इस कार्यक्रम के प्रसारण को लेकर उत्साहित रहता है। विधानसभा अध्यक्ष आज करनाल के गांव जाणी में मन की बात के 117 वें एपिसोड के प्रसारण कार्यक्रम उपरांत उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे।
विधानसभा अध्यक्ष Harvindra Kalyan ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का मन की बात कार्यक्रम देश के युवाओं के लिए ज्ञानवर्धन का कार्य करता है। इससे उन्हें पूरे देश की भौगोलिक परिस्थितियों और विभिन्न संस्कृतियों के बारे भी पता चलता हैं। प्रधानमंत्री के मुख से देश के अलग-अलग क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों के बावजूद वहां के लोगों की संघर्ष की कहानियां और उनकी सफलता के किस्से युवाओं को जीवन में कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित करते हैं। इस बार के कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री ने देश को नए साल में नई ऊर्जा के साथ कार्य करने का संदेश दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि आगामी 26 जनवरी को देश के संविधान को लागू हुए 75 वर्ष होने जा रहें है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है। संविधान हम सब के लिए सर्वोपरि और देश का मार्गदर्शक है।
विधानसभा अध्यक्ष Harvindra Kalyan ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के जिला कुरुक्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग तथा आमजन द्वारा मलेरिया रोकथाम के प्रयासों की भी सराहना की है। नुक्कड नाटकों और आमजन की सक्रिय भागीदारी से गंदगी व मच्छरों पर काबू पाते हुए मलेरिया को फैलने से रोकने में मदद मिली है जोकि काबिले तारीफ हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के माध्यम से प्रयागराज मे आगामी 13 जनवरी से प्रारंभ होने जा रहे महाकुंभ के लिए भी देशवासियों को शुभकामनाएं दी है। महाकुम्भ अनेकता में एकता का एक भव्य उदाहरण होगा, जहां से संदेश मिलेगा गंगा की अविरल धारा, ना बंटे समाज हमारा और महाकुम्भ का संदेश, एक हो पूरा देश।
Sh. Harvindra Kalyan ने महाकुंभ के बारे विस्तृत जानकारी के लिए इस बार एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के प्रयोग की भी बात कही, जिससे 11 विभिन्न भाषाओं में पूरे महाकुंभ की जानकारी मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा है कि महाकुम्भ विशालता और विविधता का प्रतीक है जहाँ करोड़ों लोग, लाखो संत, सैकड़ों संप्रदाय और अनेकों अखाड़े इस आयोजन के साक्षी बनेगे।