Delhi Assembly Session का आज दूसरा दिन है। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के संबोधन के बाद, भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने पिछली सरकार के कार्यों पर आधारित भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 14 लंबित रिपोर्ट पेश की। ये रिपोर्टें उपराज्यपाल के अभिभाषण के बाद विधानसभा में प्रस्तुत की गईं। भाजपा के आक्रामक रुख के चलते आम आदमी पार्टी के नेताओं की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
Delhi Assembly Session के दूसरे दिन उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने अपना संबोधन पूरा किया, जिसमें उन्होंने सरकार की आगामी योजनाओं का जिक्र किया। इस दौरान हंगामा कर रहे आम आदमी पार्टी के 14 विधायकों को सदन से बाहर कर दिया गया।
भाजपा के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में पिछली सरकार के कार्यों पर आधारित भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 14 लंबित रिपोर्टें पेश कीं। उपराज्यपाल के अभिभाषण के बाद ये रिपोर्टें सदन में रखी गईं। शराब नीति पर कैग रिपोर्ट पेश किए जाने के बाद भाजपा ने आम आदमी पार्टी के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया, जिससे आप नेताओं की मुश्किलें बढ़ गईं।
विधानसभा कार्यवाही अपडेट:
- भाजपा विधायक अशोक गोयल ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार को लगभग 2002.68 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि जब देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था, तब सरकार शराब नीति बनाने में लगी थी।
- मंत्री आशीष सूद ने कहा कि कुछ लोगों को संविधान तोड़ने में आनंद आता है, जबकि प्रधानमंत्री मोदी लोकतंत्र का सम्मान करते हैं।
- अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि कैग रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा की जाएगी और आप पार्टी इससे बचने की कोशिश कर रही है।
- विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि हाई कोर्ट ने भी पूर्व सरकार पर कैग रिपोर्ट को दबाने का आरोप लगाया था।
- मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने विधानसभा में आबकारी विभाग से संबंधित कैग रिपोर्ट प्रस्तुत की।
- विधानसभा अध्यक्ष ने उपराज्यपाल के अभिभाषण की हिंदी और अंग्रेज़ी प्रति सदन में रखने का निर्देश दिया।
सदन में दिल्ली में शराब विनिमय और आपूर्ति पर निष्पादन से जुड़ी रिपोर्ट रखी जाएगी, जिससे कार्यवाही के समय बढ़ने की संभावना है। आज के सत्र में केवल एक ही कैग रिपोर्ट पेश की गई।
विधानसभा में संबोधन के बाद उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और अन्य विधायक भी मौजूद रहे।
उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने कहा कि जिस इमारत में यह विधानसभा सत्र चल रहा है, उसकी ऐतिहासिक विरासत को लोगों तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे। इसे इस तरह प्रस्तुत किया जाएगा कि देश-विदेश के लोग यहां आकर इसकी गौरवशाली कहानी जान सकें।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब तक इस सदन का उपयोग सम्मानित पदों पर बैठे व्यक्तियों के अपमान के लिए किया जा रहा था, लेकिन उनकी सरकार प्रभावशाली योजनाओं को लागू करने के साथ-साथ प्रशासन को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएगी।
सरकार द्वारा झुग्गी बस्तियों में अटल कैंटीन स्थापित की जाएंगी, जहां मात्र ₹5 में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। गर्भवती महिलाओं को ₹21,000 की आर्थिक सहायता और 8 पोषण किट दी जाएंगी। लोगों को ₹500 में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जाएगा, जबकि बुजुर्गों की पेंशन ₹2,500 से बढ़ाकर ₹3,000 की जाएगी।
उपराज्यपाल ने कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकताओं में आयुष्मान भारत योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना को प्रभावी रूप से लागू करना शामिल है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को देश का सबसे स्वच्छ मेट्रो शहर बनाने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए दिल्ली संकल्प पत्र को नीतिगत दस्तावेज के रूप में अपनाया जाएगा।
यमुना के पुनर्जीवन की योजनाएं बनाई जाएंगी ताकि दिल्लीवासियों को स्वच्छ हवा मिल सके। उनके संबोधन के दौरान सदन में ‘मोदी-मोदी’ के नारे भी गूंजे।
सत्र के दौरान, पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी सहित कुल 14 विधायकों को दिनभर के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया। अभिभाषण शुरू होने पर ‘बाबा साहेब की फोटो हटाने’ के आरोप को लेकर आप विधायकों ने हंगामा किया, जिसके चलते पांच विधायकों को भी सदन से बाहर कर दिया गया।
सत्र के दूसरे दिन उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के अभिभाषण से कार्यवाही शुरू हुई। इस मौके पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता सहित कई वरिष्ठ नेता उन्हें रिसीव करने पहुंचे।
Delhi Assembly Session में आज प्रस्तुत की जाने वाली CAG रिपोर्ट को लेकर भाजपा विधायक सतीश उपाध्याय ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली की जनता के साथ अन्याय और भ्रष्टाचार करने वालों को जेल भेजा जाएगा। उपाध्याय ने अरविंद केजरीवाल, आतिशी, सौरभ भारद्वाज और सोमनाथ भारती समेत कई नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि परिवहन, स्वास्थ्य और जल बोर्ड जैसे कई घोटाले हुए हैं, जिनकी सच्चाई CAG रिपोर्ट के सामने आने पर उजागर होगी।
दिल्ली के मंत्री परवेश साहिब सिंह ने कहा कि यह एक अहम रिपोर्ट है जिसका लंबे समय से इंतजार था। उन्होंने आरोप लगाया कि AAP सरकार ने दिल्ली की जनता को लूटा है, और अब CAG रिपोर्ट के जरिए सच्चाई सामने आएगी।
वहीं, AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने पहले ही CAG रिपोर्ट स्पीकर को सौंप दी थी, और इसे विधानसभा में पेश किया जाना एक सामान्य प्रक्रिया है। उन्होंने यह भी मांग की कि द्वारका एक्सप्रेसवे, जिसे अत्यधिक ऊंची लागत पर बनाया गया है, उसकी भी जांच होनी चाहिए।
दिल्ली के मंत्री आशीष सूद ने CAG रिपोर्ट पर कहा कि सभी की नजर इस रिपोर्ट पर है और यह स्पष्ट करेगी कि किन-किन मामलों में अनियमितताएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि जनता से लूटी गई राशि को वापस लौटाना होगा।
मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि CAG रिपोर्ट केजरीवाल सरकार के घोटालों, विशेष रूप से शराब घोटाले को उजागर करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पहली सरकार है, जिसके खिलाफ CAG रिपोर्ट को सदन में रखने के लिए विपक्ष को हाई कोर्ट का रुख करना पड़ा।