CM Yogi Adityanath ने गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्ला खाँ प्राणि उद्यान में हाथी रेस्क्यू सेंटर और तितली उद्यान का उद्घाटन किया।

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CM Yogi Adityanath inaugurated the Elephant Rescue Center and Butterfly Garden at Shaheed Ashfaqulla Khan Zoological Park in Gorakhpur.

CM Yogi Adityanath  : हाथी रेस्क्यू सेंटर में ‘गंगा’ नामक हाथी को बचाकर रखा गया है, और यह प्राणी उद्यान 121 एकड़ क्षेत्र में विस्तारित है।

UP CM Yogi Adityanath  ने आज गोरखपुर स्थित शहीद अशफाक उल्ला खाँ प्राणी उद्यान में हाथी रेस्क्यू सेंटर और तितली उद्यान का उद्घाटन किया। उन्होंने पीलीभीत टाइगर रिजर्व से लाए गए बाघ का नाम ‘केसरी’ रखा, और बहराइच से लाए गए भेड़ियों के जोड़े में नर भेड़ीये का नाम ‘भैरव’ तथा मादा भेड़ीये का नाम ‘भैरवी’ रखा। इसके साथ ही, एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्हें गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खाँ प्राणी उद्यान में आयोजित कई कार्यक्रमों का हिस्सा बनने का अवसर मिला है, जिसमें एक हाथी रेस्क्यू सेंटर का शुभारंभ भी शामिल है। इस सेंटर में ‘गंगा’ नामक हाथी को रेस्क्यू करके रखा गया है। दर्शकों के लिए इस प्राणी उद्यान में पीलीभीत टाइगर रिजर्व से लाया गया बाघ और हाल ही में बहराइच में लोगों पर हमला करने वाले दो भेड़ियों को भी रेस्क्यू करके लाया गया है।

CM Yogi Adityanath ने कहा कि यह प्राणी उद्यान 121 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें 350 से अधिक प्राणी हैं, जिनमें पशु-पक्षियों के साथ-साथ कई अन्य प्रकार के जीव-जंतु भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम किसी भी जानवर के साथ अच्छा व्यवहार करें, तो वह सहजता से हमारे पास आना चाहता है। प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर ही हम अपनी ज़िंदगी को व्यवस्थित रख सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम पर्यावरण, वन्यजीवों, पशु-पक्षियों के साथ संवेदनशील, अच्छा और पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार करें, तो प्रकृति हमें एक स्वस्थ और उत्तम वातावरण प्रदान करती है। डबल इंजन सरकार ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू किए हैं।

CM Yogi Adityanath ने कहा कि पिछले 7-8 वर्षों में राज्य सरकार ने प्रदेश में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान चलाया है, जिसके परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश में वनावरण में वृद्धि हुई है और यह लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा, कैम्पियरगंज में जटायु संरक्षण केंद्र स्थापित किया गया है, और यहां जल्द ही एक फॉरेस्ट्री यूनिवर्सिटी भी बनाई जाएगी।

CM Yogi Adityanath ने यह भी कहा कि आज की जरूरत है कि नई पीढ़ी को पर्यावरण के महत्व के बारे में पूरी जानकारी दी जाए। हमें पर्यावरण असंतुलन के खतरनाक कारणों से बचना होगा ताकि वर्तमान और आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित रहे। सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना, उसका उपयोग न करना और इससे मुक्ति पाना ही पर्यावरण की रक्षा करेगा। पर्यावरण बचाने के लिए हमें सक्रिय रूप से प्रयास करना होगा ताकि हम और आने वाली पीढ़ी सुरक्षित रह सकें। उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती जनसंख्या के साथ मनुष्यों की जरूरतें बढ़ रही हैं, इसलिए हर व्यक्ति को कम से कम 10 पौधे हर साल लगाना और उनकी देखभाल करना चाहिए। साथ ही, हमें पर्यावरण संरक्षण के उपायों से खुद को जोड़ना चाहिए।

CM Yogi Adityanath  ने रेन वॉटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, ताकि बरसात के पानी का संरक्षण हो और अनावश्यक जल की बर्बादी को रोका जा सके। साथ ही, पानी को प्रदूषण से बचाना भी जरूरी है। 27 मार्च 2021 को इस प्राणी उद्यान का उद्घाटन किया गया था, और तब से लेकर अब तक लगभग 30 लाख लोगों ने, जिसमें 10 लाख विद्यार्थी भी शामिल हैं, इस प्राणी उद्यान का दौरा किया है, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।

यह लोगों की पर्यावरण के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता को दर्शाता है। प्रकृति के साथ हमारा व्यवहार जितना अच्छा होगा, उतना ही हमारा भविष्य उज्जवल होगा। इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरुण कुमार सक्सेना ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश एक उत्तम प्रदेश के रूप में उभर रहा है, जहां के युवाओं को रोजगार मिल रहा है। पिछले 7-8 वर्षों में उत्तर प्रदेश देश की विकास इंजन के रूप में सामने आया है। रामगढ़ताल अब पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन चुका है, जहां राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की नौकायन प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही हैं। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और रोजगार देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। चिड़ियाघर में एक वेटलैंड भी है, जहां दूर-दराज के पक्षी आते हैं। इस अवसर पर वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री के.पी. मलिक, सांसद श्री रवि किशन शुक्ल और अन्य जनप्रतिनिधि तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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