ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर सीरीज हारने के बाद BCCI ने खिलाड़ियों के लिए सख्त कदम उठाए हैं और उनके साथ-साथ उनके परिवार के लिए भी नई गाइडलाइंस जारी की हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दस साल बाद बॉर्डर-गावस्कर सीरीज हारने के बाद BCCI ने खिलाड़ियों के लिए कड़े कदम उठाए हैं और उनके परिवारों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। नए नियमों के अनुसार, यदि कोई टूर या टूर्नामेंट 45 दिनों या उससे अधिक समय का होगा, तो खिलाड़ियों की पत्नियों को उस दौरे पर अधिकतम दो सप्ताह तक रहने की अनुमति दी जाएगी।
खिलाड़ियों को अब टीम बस से ही यात्रा करनी होगी।
अब हर खिलाड़ी को टीम बस से यात्रा करनी होगी, और उन्हें अलग से यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। BCCI ने हेड कोच गौतम गंभीर और उनके मैनेजर के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए हैं। इसके तहत, गंभीर और उनके मैनेजर टीम होटल में नहीं रुकेंगे और न ही वीआईपी बॉक्स में बैठेंगे। नई गाइडलाइंस के अनुसार, अगर खिलाड़ियों का सामान फ्लाइट के दौरान 150 किलोग्राम से अधिक होगा, तो बीसीसीआई इसका भुगतान नहीं करेगा, और खिलाड़ियों को यह खर्च खुद उठाने के लिए कहा गया है।
रोहित शर्मा और गौतम गंभीर ने बीसीसीआई के साथ बैठक की।
हाल ही में भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा, गौतम गंभीर और सिलेक्शन कमिटी के प्रमुख अजीत अगरकर ने BCCI के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की, जिसमें नए सचिव और कोषाध्यक्ष भी शामिल थे। इस बैठक में कथित तौर पर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें विराट कोहली और रोहित जैसे अनुभवी खिलाड़ियों का भविष्य और गंभीर के कोचिंग स्टाफ का कार्यकाल शामिल थे। बैठक के दौरान यह भी सुझाव दिया गया कि टीम के सहयोगी स्टाफ का कार्यकाल तीन साल तक सीमित किया जाना चाहिए। बीसीसीआई का मानना है कि टीम के प्रदर्शन में गिरावट का एक कारण यह भी हो सकता है कि कुछ सहयोगी स्टाफ सदस्य बहुत लंबे समय से टीम के साथ जुड़े हुए हैं।