Dhanteras: धनतेरस पर भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा के साथ यम के नाम का दीपक जलाया जाता है। जानें धनतेरस पर किस दिशा में लगाना चाहिए दीपक व दीपदान का शुभ मुहूर्त-
Dhanteras: हिंदू धर्म में धनतेरस से दीवाली का त्योहार शुरू होता है। धनतेरस के दिन शाम को भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन मृत्यु के देवता यम भी पूजा जाता है, और शाम को यम का दीपक दक्षिण में जलाया जाता है। जानें धनतेरस पर यम का दीपक जलाने का शुभ मुहूर्त व क्यों और किस दिशा में लगाते हैं यम का दीपक।
यम का दीपक क्यों लगाया जाता है-
मान्यता है कि धनतेरस के दिन यम के नाम का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है और व्यक्ति के जीवन में अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है।
किस दिशा में लगाना चाहिए यम का दीपक-धनतेरस के दिन घर की दक्षिण दिशा में एक चार मुख वाला दीपक जलाना चाहिए। इस चार मुख वाले दीपक को यम का दीपक कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घर की दक्षिण दिशा के स्वामी यम होते हैं।
यम का दीपक जलाने का शुभ मुहूर्त- धनतेरस के दिन दीप दान का शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 30 मिनट से रात 08 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। प्रदोष काल में दीप दान का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 37 मिनट से रात 08 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। वृषभ काल में दीपदान शाम 06 बजकर 30 मिनट से रात 08 बजकर 26 मिनट तक कर सकते हैं।
धनतेरस के दिन कैसे करें दीपदान- धनतेरस के दिन सूर्योदय के बाद आटे का चौमुखा दीपक बनाएं और उसमें सरसों का तेल भरें। इसमें चार बाती लगाकर घर की दक्षिण दिशा की ओर मुख करके जलाएं। मान्यता है कि इस दिन घर के मुख्य द्वार पर गाय के घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।