Brahm Shankar Jimpa: जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के कार्यों की समीक्षा हेतु उच्च स्तरीय बैठक
Minister Brahm Shankar Jimpa: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा जारी दिशा-निर्देशों पर पंजाब के जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने आज पंजाब भवन में विभाग के कार्यों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस गर्मी में किसी भी गांव में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए और जिन क्षेत्रों में पीने के पानी की आपूर्ति कम है, वहां तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पंजाब में 15 सतही/नहर जल योजनाओं का काम तय समय में पूरा किया जाना चाहिए।
मंत्री को बताया गया कि पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में 2940 करोड़ रुपये की लागत वाली 15 सतही जल योजनाएं चालू हैं। इनमें से अधिकांश योजनाएं इस साल के अंत तक पूरी हो जाएंगी, जबकि कुछ अगले साल तक पूरी हो जाएंगी। इन योजनाओं से 1,706 गांवों के 4,33,055 घरों के 24,73,261 लोगों को लाभ मिलेगा।
योजनाएं मंडोली और पाबरा (पटियाला), नानोवाल (फतेहगढ़ साहिब), पारोवाल और कुंजर (गुरदासपुर), चाविंडा कलां, गोंसल अफगाना, और कंडोवाली (अमृतसर), सांगाना, भूचर कलां (तरनतारन), मानकपुर (रूपनगर) में स्थित हैं। , पतरेवाला और घाटेया वली बोदला (फाजिल्का), सोहनगढ़ रत्तेवाला (फिरोजपुर), और तलवाड़ा (होशियारपुर)। जिम्पा ने निर्देश दिए कि प्रत्येक ग्रामीण को स्वच्छ जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इन योजनाओं को समय पर पूरा कर जनता को समर्पित किया जाए।
बैठक के दौरान विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि जलापूर्ति समस्याओं के संबंध में टोल फ्री नम्बर 1800-180-2468 पर मई माह में प्राप्त 1,463 शिकायतों में से 1,433 का समाधान कर दिया गया है तथा 17 जून तक प्राप्त 947 शिकायतों में से 548 का समाधान कर दिया गया है।
जिम्पा ने उच्च अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनहितैषी कार्यों और योजनाओं के सार्वजनिक प्रस्तुतीकरण में स्थानीय जनप्रतिनिधियों जैसे विधायक, नगर पार्षद और सरपंच-पंच को भी शामिल करें। उन्होंने मौजूदा योजनाओं, आरओ प्लांट, ट्यूबवेल और अन्य कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
जिम्पा ने होशियारपुर में बजवाड़ा सीवरेज परियोजना के बारे में जानकारी ली, जिसे अगस्त 2025 तक पूरा किया जाना है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि परियोजना को निर्धारित समय के भीतर पूरा करके जनता को सौंप दिया जाना चाहिए। सीवेज स्थापना के दौरान शहर के निवासियों को कम से कम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए परियोजना की अच्छी तरह से निगरानी की जानी चाहिए।
जल आपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कचरे के उचित प्रबंधन के लिए लोगों का सहयोग बहुत जरूरी है, इसलिए विभाग लोगों को प्रेरित और जागरूक करके पंजाब के गांवों को स्वच्छ बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाए। बैठक में प्रमुख सचिव नीलकंठ अवाद, विभागाध्यक्ष अमित तलवार, सभी मुख्य अभियंता और अन्य अधिकारी मौजूद थे।