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श्री झाबर सिंह खर्रा: सिविल लाइन्स, जयपुर में रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य दिसम्बर माह तक पूरा करेंगे
नगरीय विकास राज्य मंत्री श्री झाबर सिंह खर्रा ने बुधवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि सिविल लाइन्स, जयपुर में निर्माणाधीन रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य इस वर्ष दिसम्बर माह तक पूरा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पुल निर्माण का काम समय पर पूरा होना सुनिश्चित करने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
श्री झाबर सिंह खर्रा ने बताया कि संवेदक द्वारा कार्य में ढिलाई के कारण पुल का कार्य समय पर पूरा नहीं हो सका है। देरी के लिए संवेदक पर नियमानुसार जुर्माना लगाया गया है।
नगरीय विकास राज्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि बीसलपुर पाइपलाइन तथा रेलवे द्वारा कुछ स्वीकृतियां नहीं मिलने के कारण पुल निर्माण के कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ। इसके अतिरिक्त संवेदक द्वारा भी काम में ढिलाई बरती गयी थी, जिसपर राज्य सरकार द्वारा कार्रवाई करते हुए प्रथम संवेदक पर नियमानुसार शास्ति 3.32 करोड रूपये आरोपित की गई। साथ ही कार्य विड्रॉ कर संवेदक को डिबार किया गया। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य में विलम्बता के लिये द्वितीय संवेदक पर भी नियमानुसार शास्ति राशि रूपये 32.91 लाख लगाई गई है।
इससे पहले विधायक श्री गोपाल शर्मा के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में नगरीय विकास राज्य मंत्री ने कहा कि सिविल लाइन्स, जयपुर में निर्माणाधीन रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य दिनांक 10 अप्रेल 2021 से प्रारम्भ किया गया है। तत्समय उसकी प्रोजेक्ट लागत राशि रूपये 75.05 करोड थी। सम्पूर्ण प्रोजेक्ट पर वर्तमान तक राशि रूपये 24.70 करोड व्यय किया जा चुका है। वर्तमान में प्रोजेक्ट पूर्ण होने की अवधि 15 माह रखी गई है, जिसकी गणना द्वितीय संवेदक को जारी किये गये कार्यादेशानुसार दिनांक 12 मई 2023 से 11 अगस्त 2024 तक की जावेगी। उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथि तक निर्माण कार्य पूरा नहीं किये जाने पर संवेदक पर दण्डात्मक कार्यवाही का प्रावधान रखा गया है।
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मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने श्रीनाथ जी मंदिर और बड़ा हनुमान मंदिर देखा, गुरु पूजन कर राज्य की खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को डीग के पूंछरी का लौठा में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर श्रीनाथ जी मंदिर में पंचामृत से अभिषेक किया एवं पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की। उन्होंने मंदिर परिसर में संत-महात्माओं का गुरु पूजन कर आशीर्वाद भी लिया।
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने पूंछरी का लौठा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे ‘एक पेड़ मां के नाम’अभियान के तहत वृक्षारोपण किया एवं वहां मौजूद आमजन से अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील भी की।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने भरतपुर के सेवर में लुधावई स्थित बड़ा हनुमान मंदिर में दर्शन किए एवं सपरिवार महंत श्री रामदास जी महाराज का सत्कार कर आशीर्वाद लिया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार गुरु पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेशभर में 200 से अधिक संत-महात्माओं का भी गुरु वंदन किया गया।
इस अवसर पर गृह राज्यमंत्री श्री जवाहर सिंह बेढम, विधायक डॉ. शैलेश सिंह, श्री बहादुर सिंह कोली, सुश्री नौक्षम चौधरी सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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Rajasthan BSTC Pre D.El.Ed Result 2024 हुआ जारी, ऐसे चेक करें अपना रिजल्ट
Rajasthan BSTC Pre D.El.Ed Result 2024:
Rajasthan BSTC Pre D.El.Ed Result: आइए हम आपको Rajasthan BSTC Pre D.El.Ed Result 2024 के बारे में ताजा खबर बताते हैं। वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी ने इस परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए हैं. उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर अपना परिणाम देखें। परिणाम देखने के लिए उम्मीदवारों को अपना पंजीकरण नंबर और पासवर्ड प्रदान करना होगा।
यूनिवर्सिटी ने 30 जून को राजस्थान के 33 जिलों के 1917 केंद्रों पर Rajasthan BSTC Pre D.El.Ed Exam आयोजित की थी। इस परीक्षा में कुल 404,500 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था. अनंतिम उत्तर 5 जुलाई को जारी किया गया था, उसके बाद 7 जुलाई तक आपत्तियां उठाने का अवसर दिया गया था। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थी राजस्थान विश्वविद्यालय में D.El.Ed पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्र माने जायेंगे।
इस परीक्षा में कुल 200 प्रश्न हैं, जिनका अधिकतम अंक 600 अंक है और उत्तर देने का समय 180 मिनट है। फिलहाल नतीजे और कट-ऑफ स्कोर भी जारी कर दिए गए हैं. अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
Udaipur Jaganath Rath Yatra: 7 जुलाई को उदयपुर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन किया जाएगा।
Jaganath Rath Yatra: 7 जुलाई को राजस्थान के उदयपुर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा होगी। जगदीश मंदिर रथ यात्रा समिति के सदस्यों का कहना है कि हर वर्ष रथ के साथ कुछ अतिरिक्त झाकियां निकलती हैं। तैयारी पूरी हो गई है।
Jaganath Rath Yatra: 7 जुलाई को राजस्थान के उदयपुर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा होगी। जगदीश मंदिर रथ यात्रा समिति के सदस्यों का कहना है कि हर वर्ष रथ के साथ कुछ अतिरिक्त झाकियां निकलती हैं। यात्रा से पहले चांदी का रथ हर वर्ष पोलिश किया जाता है। फिलहाल रथ के सामान को पॉलिश करने और साफ करने का काम चल रहा है। तब जगन्नाथ स्वामी का मुख्य रथ बनेगा।
उदयपुरवासी जगन्नाथ रथ यात्रा में बहुत उत्साहित हैं। रथ में 80 किलो चांदी चढ़ाई गई है, जो खास है। रथ 21 फीट ऊंचा, 8 फीट चौड़ा और 16 फीट लंबा होगा। रथ का वजन 30 टन है। भगवान श्रीकृष्ण को रस्सी से खींचकर नगर भ्रमण कराया जाएगा। रथ यात्रा में उदयपुर शहर के अलग-अलग समाजों की झांकियां भी निकाली जाती हैं।
राजेंद्र श्रीमाली, रथ यात्रा समिति के अध्यक्ष, ने कहा कि उदयपुर के 400 साल पुराने जगदीश मंदिर से रथ यात्रा निकालने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। 7 जुलाई को रथ मंदिर के बाहर से निकाला जाएगा। रथयात्रा में सजे-धजे हाथी-घोड़े भी होंगे, जबकि महिलाएं कलश यात्रा के रूप में निकलेंगी। शहर में भगवान जगन्नाथ यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए जिला मजिस्ट्रेट अरविंद पोसवाल ने कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। आदेश के अनुसार, जगदीश चौक से घंटाघर, बड़ाबाजार में कार्यरत स्थानीय निकाय उपनिदेशक विनोद कुमार घंटाघर थाना क्षेत्र में कार्यपालक मजिस्ट्रेट होंगे।
धानमंडी थाना क्षेत्र का कार्यपालक मजिस्ट्रेट गिर्वा एसडीएम रिया डाबी है। जिनके स्थान मोचीवाड़ा, भड़भूजा घाटी, धानमंडी और तीज का चौक होंगे। साथ ही सूरजपोल और घंटाघर थाना क्षेत्र में बड़गांव उपखंड अधिकारी सीमा तिवारी को कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है. उनका कार्यस्थल मार्शल चौराहा, अस्थल मंदिर, कालाजी गोराजी, रंग निवास और भटियानी चौहटा से पुनः जगदीश मंदिर होगा। हिरण मगरी, सूरजपोल और सवीना थाना क्षेत्रों में भी कार्यपालक मजिस्ट्रेट सहायक कलेक्टर रमेश सिरवी को लगाया गया है।
राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू होगा, जिसमें इन मुद्दों पर राजनीतिक बहस बढ़ेगी
राजस्थान विधानसभा: राजस्थान में आज से 16वीं विधानसभा का बजट सत्र शुरू होगा। सत्र बहुत हंगामेदार होगा। जनहित के मुद्दों को विपक्षी कांग्रेस उठाएगी। ऐसा संकेत नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने दिया है।
राजस्थान विधानसभा: राजस्थान में आज से 16वीं विधानसभा का बजट सत्र शुरू होगा। सत्र बहुत हंगामेदार होगा। जनहित के मुद्दों पर विपक्ष कांग्रेस को घेरेगा। विपक्षी नेता टीकाराज जूली ने स्पष्ट रूप से कहा कि गहलोत सरकार द्वारा शुरू की गई लोक कल्याणकारी योजनाओं को रोकने पर सरकार पर सवाल उठेंगे। उनका कहना था कि सरकार को मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना, रोजगार भत्ता, मुफ्त मोबाइल कार्यक्रम और अन्नपूर्णा खाद्य पैकेटों पर घेरेंगे। ज्ञात होना चाहिए कि मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सत्र को सफलतापूर्वक चलाने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि विपक्ष की तैयारियों से स्पष्ट है कि यह सत्र बहुत विवादित होने वाला है। कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे और पूर्ववर्ती सरकार की असफल योजनाएं महत्वपूर्ण मुद्दे होंगे। इसको लेकर विपक्ष ने सारी तैयारियां कर ली है। साथ ही विधायकों ने लिखित में अपने-अपने क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों को उठाया है। पर्ची से प्रश्न पूछने की भी व्यवस्था की गई थी। सुबह 11 बजे विधानसभा सत्र शुरू होगा। उपचुनाव में नवनिर्वाचित सदस्य सबसे पहले शपथ और प्रतिज्ञा लेंगे। बाद में, राज्यपाल से अनुमति मिलने के बाद, विधानसभा सचिव पिछले सत्र में पारित विधेयकों की सूची सदन के सामने प्रस्तुत करेंगे। बाद में कार्य सलाहकार समिति का प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा और उस पर विचार किया जाएगा।
सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग कार्य सलाहकार समिति का तीसरी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। हाल ही में निधन हुए नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी और शोक व्यक्त किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने बताया कि पहले सत्र में पूछे गए 2054 प्रश्नों में से 92 प्रतिशत के उत्तर मिल गए हैं। अब 177 प्रश्नों का जवाब मिलना बाकी है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में भजनलाल कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कैबिनेट की पहली बैठक दोपहर 12:30 बजे होगी। विधेयकों पर मुहर लग सकती है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में भजनलाल कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कैबिनेट की पहली बैठक दोपहर 12:30 बजे होगी। मंत्रिपरिषद की बैठक इसके बाद होगी। मंत्री सचिवालय ने बैठक का एजेंडा नहीं जारी किया, लेकिन माना जाता है कि यह 3 जुलाई से शुरू होने वाले बजट सत्र में प्रस्तुत विधेयकों पर चर्चा कर उन पर मुहर लगाने के लिए होगी। सूत्रों की मानें तो किस तरह से विपक्ष के सवालों के जवाब मंत्री मजबूती से दें इसको लेकर सीएम भजन लाल आवश्यक दिशा निर्देश दें सकते हैं। इस कैबिनेट की बैठक में बजट सत्र के दौरान सदन में पेश किये जाने वाले विधेयकों का अनुमोदन भी करना होगा।
माना जाता है कि इस सत्र में भजन लाल सरकार लोकतंत्र सेनानियों पर विधेयक ला सकती है, इसके साथ थर्ड ग्रेड शिक्षा भर्ती में महिलाओं के लिए 50 फ़ीसदी आरक्षण के प्रावधान को कानूनी अमलीजामा पहनाया जा सकता है, और राजस्थान समिट को लेकर भी इस कैबिनेट की बैठक में चर्चा होगी।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में नवीनतम तबादला नियमों पर भी चर्चा होनी चाहिए। कैबिनेट भी इस नीति को मंजूरी दे सकता है। कैबिनेट भी लोकतंत्र सेनानी विधेयक पर मुहर लगा सकता है। सरकार बजट सत्र में लोकतंत्र सेनानी विधेयक पेश करने की तैयारी कर रही है। इनके अतिरिक्त, कुछ नीतिगत निर्णय भी किए जा सकते हैं। 8 फरवरी 2024 को राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी ने विधानसभा में अंतरिम बजट प्रस्तुत किया। इस बजट में उन्होंने 70,000 नई नौकरियों की घोषणा की थी। इसके अलावा, वित्त मंत्री ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत 20,000 गांवों में पांच लाख जल संचयन संरचनाएं बनाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नाथ संप्रदाय सनातन धर्म में एक महत्वपूर्ण पंथ है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: रविवार को राजस्थान के कोटकासिम के लाडपुर में कैलासवासी बाबा सोमनाथ की 24वीं पुण्यतिथि मनाई गई। योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे इस कार्यक्रम में भाग लेने का सौभाग्य मिला। राजस्थान भक्ति और शक्ति का क्षेत्र है। अरावली की पहाड़ियों में बहुत से संत तपस्या करते थे। सब लोग मानते हैं कि सनातन धर्म भारत की आत्मा है। नाथ संप्रदाय भारत में एक प्रमुख सनातन पंथ है। विभिन्न उपासना तरीके हो सकते हैं, लेकिन सब एक हैं।
सनातन धर्म और भारत की आत्मा एक हैं। वे अलग नहीं हो सकते। इसी अभिषेक में पूज्य संतों का लोक क्लयाण कार्य शामिल है। योगी खेतानाथ महाराज ने समाज की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया। सनातन भी महंत सोमनाथ जी का जीवन था। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीमारी है तो उपचार भी है। बीमारी को समय पर उपचार करना महत्वपूर्ण है। बिगड़ने पर सर्जरी भी करनी पड़ती है।
उनका कहना था कि हमारे पास देश के लिए सब कुछ होना चाहिए। मोदी ने इसलिए एक श्रेष्ठ भारत की बात की। भाषा के नाम पर जातीय क्षेत्रों को विभाजित करना भारत और सनातन धर्म के शत्रुओं को फायदा होगा। नहीं तो वही काल फिर आएगा जब न धर्म स्थल सुरक्षित थे न बेटी सुरक्षित रहेंगी, परिमार्जन करने वाली राजनीति को अपनाओ। आप सभी बांटने वाली राजनीति को छोड़ दें। कांग्रेस पहले की तरह आक्रांता कर रही है। जातीय उत्पीड़न से मुक्त प्रणाली होनी चाहिए। ऐसे युवा दल को देश को समर्पित करना होगा। नाथ संप्रदाय ने लोगों को बर्बर हमलों को रोकने के लिए जागरूक किया है।
भजनलाल सरकार के दो मंत्रियों के तबादलों पर विवाद, दिलावर ने किरोड़ी लाल के तबादले रोके
भजनलाल सरकार: राजस्थान में तबादलों को लेकर किरोड़ी लाल और मदन दिलावर में संघर्ष शुरू हो गया है। पिछले दिनों कृषि विभाग ने इंजीनियरों को जिला परिषदों और पंचायत समितियों में नियुक्त किया।
राजस्थान में भजनलाल सरकार के दो मंत्रियों और विभागों में तबादलों को लेकर विवाद शुरू हो गया है। पिछले दिनों कृषि विभाग ने इंजीनियरों को जिला परिषदों और पंचायत समितियों में नियुक्त किया।कृषि विभाग ने इंजीनियरों को पिछले दिनों जिला परिषदों और पंचायत समितियों में नियुक्त किया है। इन तबादलों को कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मंजूरी दी थी, लेकिन मदन दिलावर का पंचायत राज विभाग इन तबादलों को रोकने के लिए विरोध कर रहा है। कृषि विभाग के आदेश को पंचायत राज विभाग ने मानने से इनकार कर दिया है। इससे पंचायती राज विभाग ने सभी जिला परिषद को पत्र लिखकर कहा है कि कृषि विभाग से आए इंजीनियरों को ज्वाइन नहीं करना चाहिए और उन्हें फिर से मूल विभाग में भेजने के आदेश दिए हैं।
कृषि विभाग और पंचायती राज विभाग के बीच चल रहे विवाद में पंचायती राज विभाग ने सभी मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कृषि विभाग से आए किसी भी इंजीनियर को जिला परिषद में शामिल नहीं करना चाहिए और उन्हें वापस मूल विभाग में भेजना चाहिए। इसके अलावा, विभाग ने सभी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर आदेश की अवमानना की जाती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की सहमति से कृषि विभाग ने इंजीनियरों को पंचायती राज विभाग में स्थानांतरित कर दिया, लेकिन पंचायती राज विभाग ने इन ट्रांसफरों को लेकर बहुत विरोध जताया है। इस दौरान, विभाग के आयुक्त ने पत्र में कहा कि कृषि विभाग को पहले भी पोस्टिंग नहीं करने के लिए लेटर लिखे गए हैं, लेकिन पंचायती राज विभाग की अनुमति के बिना कृषि विभाग के इंजीनियरों के ट्रांसफर हो रहे हैं। विभाग ने सक्षम स्तर पर इस मामले को गंभीरता से लिया है। आयुक्त ने बताया कि इस विषय पर 18 मार्च 2021 को भी पत्र लिखा गया था।
अब भजनलाल सरकार के दौरान दो विभागों के बीच संघर्ष देखने को मिल रहा है। सरकार ने ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग को दो मंत्रियों में विभाजित कर दिया है, जो इस विवाद का कारण है। किरोड़ी लाल मीणा की देखरेख में ग्रामीण विकास विभाग है, जबकि पंचायती राज मदन दिलावर की देखरेख में दूसरा विभाग है। ऐसे में दोनों विभागों के बीच समन्वय का अभाव लगता है, जो इसी बहस का कारण है। दोनों मंत्रियों ने इस बहस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी दिल्ली पहुंच गए हैं, जो राजनीतिक गतिविधियों में शामिल है। दिल्ली में सीएम भजनलाल शर्मा बीजेपी सांसदों से मुलाकात करेंगे। संसद सत्र की बैठक में भाग लेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी दिल्ली पहुंच गए हैं, जो राजनीतिक गतिविधियों में शामिल है। दिल्ली में सीएम भजनलाल शर्मा बीजेपी सांसदों से मुलाकात करेंगे। संसद सत्र की बैठक में भाग लेंगे। बीजेपी सांसदों की एक बैठक केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के आवास पर हुई है। इस बैठक में संसद सत्र के दौरान क्या करना चाहिए? इस बैठक में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी उपस्थित होंगे। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। यह भी बताया जा रहा है कि 3 जुलाई से राजस्थान में शुरू होने वाले विधानसभा सत्र पर चर्चा होगी।
राजस्थान की भजनलाल सरकार 3 जुलाई से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में 10 जुलाई को अपना पूरा बजट पेश करने की तैयारी में है, लेकिन केंद्र सरकार के बजट में हो रही देरी के कारण प्रदेश के बजट की तारीख को लेकर भी अनिश्चितता है। प्रदेश की भाजपा सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि क्या राज्य सरकार का बजट केंद्र सरकार के बजट से पहले प्रस्तुत किया जाए या नहीं। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने दिल्ली दौरे के दौरान प्रदेश में पेश होने वाले बजट पर भी चर्चा करेंगे और उनसे सलाह लेंगे।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार 2009 से अब तक केंद्र सरकार के बजट के बाद ही बजट पेश करती है, लेकिन इस बार केंद्र सरकार के बजट में देरी की चर्चा ने राज्य सरकार के बजट की तारीख पर भी संदेह पैदा कर दिया है।