सैम पित्रोदा द्वारा राम मंदिर को लेकर दिए गए बयान के बाद CM Yogi Adityanath ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। CM Yogi Adityanath ने कहा कि सैम पित्रोदा कांग्रेस के बुद्धिदाता हैं। ऐसे नेता कांग्रेस को ही मुबारक।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सैम पित्रोदा कांग्रेस के बुद्धिदाता हैं। वे कांग्रेस की राज करो और बांटो की नीति को बयां कर रहे हैं। CM योगी ने कहा कि 1947 में भारत के विभाजन का दोष कांग्रेस पर है। आजादी के बाद भी, कांग्रेस ने देश को जाति, क्षेत्र और भाषा के आधार पर विभाजित करने का पाप किया है। सैम पित्रोदा का बयान पूरी तरह से निंदनीय है। सैम पित्रोदा ने जो कुछ कहा है, उसके लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस को अपनी बुद्धिमानी पर माफी मांगनी चाहिए। गुरुवार को चुनावी जनसभा में जाने से पहले CM योगी मीडिया से बातचीत कर रहे थे। CM ने कहा कि वे लोगों को रंग और चमड़ी के आधार पर उत्तर, दक्षिण, पूर्वी और पश्चिमी भारत में बांटने की कोशिश कर रहे हैं। यह देश के खिलाफ एक साजिश का खुलासा होने के साथ ही कांग्रेस की एक बहुत खतरनाक चाल भी है। यह शर्मनाक और अपमानजनक बयान 140 करोड़ भारतवासियों को अपमानित करने वाला है।
सैम पित्रोदा अपनी बुद्धि अपने पास रखें
मुख्यमंत्री ने राम मंदिर से जुड़े सैम पित्रोदा के बयान पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि सैम पित्रोदा अकेले अपने विचारों को नियंत्रित करेंगे। कांग्रेस को उनके जैसे बुद्धिमान लोगों की शुभकामना। राम और राष्ट्र एक दूसरे से मिलकर काम करते हैं, ऐसा राष्ट्रवादी मानते हैं। भारत के सांस्कृतिक एकता का आधार मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम है। राम की चेतना ने भारत के मूल चरित्र को नवजीवन देता है। श्रीराम मर्यादा को भारत के हर परिवार ने मान लिया है। राम भारत की राजनीतिक और सांस्कृतिक एकता के प्रतीक हैं। इसमें गरीबों की कल्याण, सबका साथ-सबका विकास और सर्वे सन्तु निरामया का भाव है। प्रभु श्रीराम से इसकी मूल चेतना मिली है, इसलिए राम मंदिर का निर्माण भारत के लिए गौरव का विषय है। जिन लोगों को भारत और भारतीयता पर विश्वास नहीं है और अच्छे काम करने पर शर्मिंदगी महसूस होती है ईश्वर करे कि यह घृणा उन्हें हर समय मिलती रहे।
राम मंदिर के निर्माण से प्रफुल्लित हैं मानवता के कल्याण के पक्षधर
CM योगी ने कहा कि भारत में 140 करोड़ लोगों के अलावा सनातन धर्मावलंबी दुनिया भर में हर जगह रहते हैं। राम मंदिर के निर्माण से दुनिया भर में जो लोग मानवता के कल्याण के पक्षधर हैं, वे सभी उत्साहित और उत्साहित हैं, और इससे बहुत ऊर्जा मिली है। यही कारण है कि अयोध्या में न केवल सनातन धर्मावलंबी, बल्कि दुनिया भर से कई राजदूत ने यात्रा की है और वहां के विकास कार्यों को देखा है। यह निरंतरता जारी रहेगी।