बीजेपी सांसद Yogendra Chandauliya ने कहा कि किराड़ी विधानसभा का ज्यादातर हिस्सा लगभग 9 महीने तक जलमग्न रहता है। सांसद बच्चे की मौत पर भड़के हुए थे।
दिल्ली की राजधानी में तीन बच्चों की मौत हो गई। जलभराव और करंट ने दर्दनाक दुर्घटना को जन्म दिया। पहली घटना किराड़ी विधानसभा क्षेत्र में रानी खेड़ा में हुई है। मॉनसून की बारिश से जलभराव में दो बच्चे डूब गए। पश्चिमी दिल्ली के कोटला विहार फेज-2 का दूसरा मामला है। करंट की चपेट में आने से 13 वर्षीय किशोर की जान चली गयी। हादसा क्रिकेट खेलते समय हुआ था। बारिश ने बिजली के पोल में करंट डाला।
बीते 24 घंटों में तीन मौतों पर दिल्ली की सियासत गर्म हो गई। बीजेपी ने आम आदमी पार्टी सरकार को घेर लिया है। Bjp सांसद योगेंद्र चंदौलिया ने दुर्घटनाओं पर शोक व्यक्त किया है। उनका आरोप था कि किराड़ी विधानसभा का ज्यादातर हिस्सा लगभग नौ महीने तक जलमग्न रहता है।उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों से ज्यादा आप के विधायक ऋतुराज जिम्मेदार हैं। ऋतुराज ने बड़े जलभराव वाले स्थानों को बैरिकेड नहीं कराया।
दिल्ली में जलभराव और करंट से मौतों पर बहस गर्म है
योगेंद्र चंदौलिया ने बताया कि इस मॉनसून में अब तक चार लोग करंट लगने, घर गिरने और डूबने से मर चुके हैं। जलभराव को दूर करने के लिए स्थानीय विधायक ने कुछ नहीं किया। किशोरों की मौत का मजाक उड़ाने के लिए विधायक ने शोक व्यक्त करने की बजाय सोशल मीडिया पर गैर-जिम्मेदाराना पोस्ट किए हैं। उनका कहना था कि स्कूलों पर बंक करके नहाने का आरोप लगाना मौत का मजाक है। बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने बिजली कंपनी की लापरवाही को करंट दुर्घटना का कारण बताया। उनका अनुरोध था कि डिस्कॉम पर आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज किया जाए। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यह मानसून में बिजली कंपनियों की लापरवाही से मौत का सातवां मामला है। उनका कहना है कि करंट दुर्घटना से जुड़े पावर डिस्कॉम पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की।