CM Yogi Adityanath : राजकीय कृषि विद्यालय, चरगावां के प्रशासनिक एवं छात्रावास भवन का लोकार्पण
- राजकीय कृषि विश्वविद्यालय, चरगावां अन्नदाता किसानों को प्रशिक्षण के माध्यम से आधुनिक तकनीक तथा नवाचार सुविधा उपलब्ध करायेगा: मुख्यमंत्री
CM Yogi Adityanath जी ने आज जनपद गोरखपुर में 1,533 करोड़ रुपये की 09 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी लोगों को ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के साथ जोड़ते हुए कार्य कर रहे हैं। शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति को प्राप्त हो रहा है। यह डबल इंजन की सरकार में ही हो सकता है, क्योंकि हमारी सरकार नवसृजन एवं विकास का कार्य करती है। आधुनिक भारत का आधुनिक उत्तर प्रदेश तथा आधुनिक उत्तर प्रदेश का आधुनिक गोरखपुर आने वाले दिनों में एक आदर्श के रूप में दिखाई देगा।
इस अवसर पर CM Yogi जी ने 07 किसानों को टैªक्टर वितरित किए। वहां लगे स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों को अन्नप्राशन कराया, गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की तथा उन्हें पोषण पोटली और प्रगतिशील किसानों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। उन्होंने कहा कि गोरखपुर तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के अन्नदाता किसानों को ट्रैक्टर मिले हैं। किसानों को शासन की योजनाओं से जोड़ा गया है, जिसमें रोटावेटर, पावर लेटर, सोलर पम्प, थ्रेशर, स्ट्रारीपर, कम्बाइन हार्वेस्टर, स्माल गोदाम, मानव रहित चीफ कटर सहित अन्य योजनाएं शामिल हैं।
CM Yogi जी ने कहा कि वर्ष 1932 मंे स्थापित राजकीय कृषि विद्यालय, चरगावां जीर्ण-शीर्ण हो गया था। आज नये स्वरूप में एक भव्य भवन का निर्माण हुआ है, जो अन्नदाता किसानों को प्रशिक्षण के माध्यम से आधुनिक तकनीक तथा नवाचार सुविधा उपलब्ध करायेगा। केवल खेती ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक तकनीक से फसलों, सब्जी व आधुनिक प्रशिक्षण के माध्यम से कैसे किसानों की आमदनी बढ़े, इसके बारे में पूरा प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। सभी प्रकार की कृषि सुविधाओं का लाभ एक ही जगह पर प्राप्त होगा। नये-नये तरीके किसानों के प्रशिक्षण का माध्यम बनेंगे। इन्हें आधुनिक नवाचार से जोड़ने के लिए कुशीनगर में कृषि विश्वविद्यालय आने वाले सत्र में कार्य करेगा। गोरखपुर में 04 विश्वविद्यालय काम कर रहे हैं। वेटरनरी कॉलेज भी बन रहा है, जहां पर अच्छी नस्लों की गाय, भैंस, बकरी, मुर्गीपालन का प्रशिक्षण प्राप्त होगा।
CM Yogi जी ने कहा कि लोकार्पित परियोजनाओं में नौसढ़ से कालेसर तक राप्ती नदी के तटबंध का सुदृढ़ीकरण शामिल है। वर्ष 1998 की बाढ़ में नौसढ़ तटबंध टूट जाने से बहुत जनहानि हुई थी। अब उसका सुदृढ़ीकरण कर दिया गया है। आज गोरखपुर सहित प्रदेश के सभी तटबंधों का सुदृढ़ीकरण हो गया है। बाढ़ की समस्या का स्थायी रूप से समाधान करने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है। साथ ही, विकास की अन्य योजनाओं पर भी कार्य किया जा रहा है। राप्ती नदी पर दो नये पुल के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया है, जिससे विपरीत से विपरीत परिस्थतियों में ट्रैफिक जाम की नौबत नहीं आने पायेगी।
CM Yogi जी ने कहा कि 04 लेन गोरखपुर-पिपराइच मार्ग की कनेक्टिविटी केसाथ पिपराइच गोरखपुर शहर से सीधे जुड़ जायेगा। पहले पिपराइच जाने में 20 से 25 मिनट लगते थे। 04 लेन मार्ग बन जाने पर 07 मिनट में गोरखपुर से पिपराइच की दूरी तय की जा सकेगी। विकास इसी रूप में आगे बढ़ता है। चार फाटक से लेकर असुरन तक का मार्ग 04 लेन हो जायेगा। इसकेे अतिरिक्त अन्य विभिन्न योजनाओं को इसके साथ जोड़ा जा रहा है, जिसमें गोरखपुर-खजनी-सिकरीगंज मार्ग को भी 04 लेन कनेक्टिविटी से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है, जो आने वाले समय में एक नये
गोरखपुर का स्वरूप दिखायेगा।
CM Yogi जी ने कहा कि पहले गोरखपुर में बिजली और स्वास्थ्य सुविधा अन्नदाता किसानों को नहीं मिलती थी। फर्टिलाइजर कारखाना बंद हो गया था। गोरखपुर का मेडिकल कॉलेज स्वयं बीमार था। पिपराइच की चीनी मिल बंद हो गयी थी। सड़कें खराब थीं। रामगढ़ताल गंदगी का ढेर था। बरसात के समय जनता इण्टर कॉलेज में तीन-चार फिट पानी भर जाता था, किन्तु आज रामगढ़ताल पयर्टन का एक नया केन्द्र बन गया है। पिपराइच की चीनी मिल शुरू हो गयी है। फर्टिलाइजर कारखाना फिर से चालू हो गया है। मेडिकल कॉलेज अति सुंदर बन गया है। एम्स भी बन गया है। सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य हो रहा है। सड़केें 02 लेन, 03 लेन, 04 लेन तथा 06 लेन हो गयी हैं। चौड़े मार्ग विकास के लिए नये गोरखपुर का दर्शन करा रहे हैं। साथ ही, जल-जमाव की समस्या का समाधान भी कर दिया गया है।
CM Yogi जी ने कहा कि अब गोरखपुर में इंसेफ्लाइटिस से मौतें नहीं होती हैं। इससे मरने वाले बच्चे समाज व देश की अमानत थे। इस लड़ाई को डबल इंजन सरकार ने समझा और प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में आज इंसेफ्लाइटिस की बीमारी हमेशा के लिए समाप्त हो गयी है। अब कोई भी बच्चा इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी से भयभीत नहीं होगा। कार्य करने का एक जज्बा होना चाहिए। आज गोरखपुर में हर तरफ कनेक्टिविटी है और गोरखपुर के लोगों के लिए रोजगार के नये-नये अवसर जुटाये जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश का नौजवान उत्तर प्रदेश में ही नौकरी व रोजगार पायेगा। इस विश्वास के साथ प्रदेश सरकार आगे बढ़ रही है। अकेले गोरखपुर में पिछले 05 वर्ष के अन्दर 15 हजार से 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश धरातल पर उतारा गया है। हजारों नौजवानों को रोजगार की गारंटी मिली है।
विकास में उत्तर प्रदेश अब पीछे नहीं रहने वाला है। हम नयी सोच व नई गति के साथ आगे बढ़ेंगे। नये वर्ष की शुरुआत गोरखपुर में विकास के साथ हो रही है। आप सभी का विश्वास और समर्थन ही हमारी प्रेरणा है। हम उत्तर प्रदेश को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए निरंतर प्रयास करेंगे। कोई भी कार्य अनुशासित ढंग से किए जाने पर उसके अच्छे परिणाम मिलते हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक प्रयागराज में
महाकुम्भ का आयोजन होने जा रहा है। 144 वर्षों के बाद शुभ मुहूर्त में महाकुम्भ में देश व दुनिया के श्रद्धालु आयेेंगे, जो पूरी दुनिया को आकर्षित करेंगे। उत्तर प्रदेश उस आकर्षण का केन्द्र बिन्दु होगा। भारत की विरासत लोगों को दिखेगी। महाकुम्भ और अयोध्या में भगवान श्रीरामलला का मंदिर हमारी सांस्कृतिक धरोहर को विश्व स्तर पर पहचान दिलायेगा। यह नये उत्तर प्रदेश की तस्वीर प्रस्तुत करेगा, जो विरासत और
विकास का प्रतीक होगी।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में पूरे प्रदेश का कायाकल्प हो रहा है। पिछले 07 वर्षों से चौमुखी विकास हो रहा है। CM Yogi जी के मार्गदर्शन में किसानों को वैज्ञानिक व तकनीकी नवाचार के अवसर मिल रहे हैं। किसानों को निरंतर प्रशिक्षण, प्राकृतिक खेती तथा कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से व्यावसायिक बनाने की दृष्टि से उन्हें कृषि यंत्रों से सुसज्जित किये जाने का कार्य आगे बढ़ाया जा रहा है। 1,500 करोड़ रुपये का अनुदान कृषि यंत्रों पर दिया गया है। इसके अन्तर्गत 50 से 80 प्रतिशत तक कृषि यंत्रों पर अनुदान मिल रहा है। किसानों की पराली की समस्या का समाधान किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी ने नए वर्ष में करोड़ों किसानों को राहत दी है। लगातार पिछले अनेक वर्षांे से डी0ए0पी0 पर अनुदान दिया जा रहा है। अन्नदाताओं की आय दोगुना करने तथा लागत को कम करने का जो प्रधानमंत्री जी का संकल्प है, उसके लिए सस्ती दर पर उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही, बड़े पैमाने पर बीज वितरण किया गया है। लगभग 7.50 लाख कुन्तल बीज 50 प्रतिशत अनुदान पर दिया गया है। 11 लाख किसानों को सरसों व राई के बीज उपलब्ध कराये गये हैं। तिलहन का उत्पादन 12 लाख मी0 टन से बढ़ाकर 28.50 लाख मी0 टन किया गया है, जो 128 प्रतिशत की वृद्धि है।
कृषि मंत्री ने कहा कि चरगावां कृषि प्रशिक्षण विद्यालय की भांति प्रदेश में 04 अन्य प्रशिक्षण विद्यालय स्थापित हैं। इसमें से 01 बुलंदशहर, 02 झांसी तथा 01 लखनऊ में संचालित है। प्रदेश सरकार 350 विकास खण्डों को एकीकृत करके किसानों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने का कार्य करने जा रही है। 4,000 करोड़ रुपये की योजना के माध्यम से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बुन्देलखण्ड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्नदाताओं की आय को बढ़ाने के लिए सभी विकास खण्डों में ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन लगाये जा रहे हैं। इसके साथ-साथ सभी न्याय पंचायतों में ऑटोमेटिक वाटर गेज स्टेशन स्थापित किए जायेंगे। ज्ञातव्य है कि लोकार्पित परियोजनाओं में राप्ती नदी पर नौसढ़ से कालेसर तक गोरखपुर रोड के समानान्तर स्थित तटबंध के 06 कि0मी0 दूरी तक सुदृढ़ीकरण, चरगावां स्थित राजकीय कृषि विद्यालय का प्रशासनिक भवन एवं छात्रावास भवन, नथमलपुर स्थित क्षेत्रीय जनविश्लेषक प्रयोगशाला का विस्तारीकरण/निर्माण का कार्य शामिल है। शिलान्यास होने वाली परियोजाओं में लखनऊ-गोरखपुर मार्ग (अपस्ट्रीम) पर स्थित राप्ती नदी सेतु एन0एच0-28 (वर्तमान में अन्य जिला मार्ग) राजघाट पर अतिरिक्त 02 लेन के नदी सेतु, पहुंच मार्ग, सुरक्षात्मक कार्य एवं भूमि अध्याप्ति कार्य
लखनऊ-गोरखपुर मार्ग (डाउनस्ट्रीम) पर स्थित राप्ती नदी सेतु एन0एच0-28 (वर्तमान में अन्य जिला मार्ग) राजघाट पर अतिरिक्त 02 लेन के नदी सेतु, पहुंच मार्ग, सुरक्षात्मक कार्य एवं भूमि अध्याप्ति कार्य गोरखपुर-खजनी-सिकरीगंज मार्ग (प्रमुख जिला मार्ग संख्या-49) के चैनेज 22.700 से 35.775 तक (लम्बाई 13.075 कि0मी0) का चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण गोरखपुर-पिपराइच मार्ग (प्रमुख जिला मार्ग) लम्बाई 19.485 कि0मी0 का 04 लेन में चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण तथा चार फाटक-असुरन चौक मार्ग (अन्य जिला मार्ग) का 04 लेन में (लम्बाई 2.60 कि0मी0) चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण शामिल है। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे