Rajasthan news: एसीबी (राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने एसएस आशा कंडारा को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। वह सफाई कर्मचारियों को रखने के लिए लोगों से पैसे ले रही थी। लेकिन एसीबी ने उसे जाल में फंसा दिया।
Rajasthan news: एसीबी (राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने एसएस आशा कंडारा को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। वह जयपुर की आशा हेरिटेज नगर निगम में कार्यरत है। बुधवार रात को एसीबी ने आशा को जैतारण से 1 लाख 75 हजार रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया। कार्रवाई के दौरान आशा का बेटा और एक और व्यक्ति मौजूद थे। एसीबी को पता चला कि वह सफाईकर्मियों को रखने के लिए लोगों से धन ले रही है।
वह मंगलवार रात को जयपुर से पाली चली गई थी। जैतारण में उसका बेटा पैसे लेकर आया। योगेंद्र चौधरी नामक दलाल भी उसके साथ था। जैतारण बर के बीच होटल शीतल में उन्हें ठहराया गया था। सूचना पर कार्रवाई करते हुए एसीबी इंस्पेक्टर कंचन भाटी ने उसे मौके से 1 लाख 75 हजार रुपये के साथ गिरफ्तार किया। ACP ने बताया कि नौकरी का सौदा साढ़े तीन लाख में हुआ था। आशा ने सफाईकर्मी के रूप में आरएएस परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अधीनस्थ सेवा में चयनित होने के बाद काफी चर्चा की थी।
उल्लेखनीय है कि आशा का आरएएस परीक्षा का परिणाम 2021 में आया था, जिससे वह जोधपुर की सड़कों पर झाड़ू लगाकर मीडिया में छा गई। 1997 में आशा ने बारहवीं पास की थी। 2013 में पिता के कहने पर फिर से पढ़ाई शुरू की। उसने बीए करने के बाद तैयारी शुरू की और 2018 में आरएएस भर्ती के लिए फॉर्म भरा। प्री एग्जाम पास होने के बाद मुख्य परीक्षा पास की, लेकिन इस लंबी प्रक्रिया के दौरान परिवार को आर्थिक सहायता भी चाहिए थी। ऐसे में आशा ने नगर निगम में सफाईकर्मी के पद पर आवेदन दिया। जोधपुर नगर निगम में सफाईकर्मी की नौकरी शुरू की और दो साल तक वहाँ रही। इसी दौरान वह 2021 के फरवरी में आरएएस भर्ती के परिणाम में चयनित हुई।