सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राहुल गांधी के लोकसभा में दिए बयान पर चर्चा करते हुए इसे बीजेपी की रणनीति बताया है। अखिलेश ने आज लोकसभा में अपने भाषण को लेकर कहा कि अगर मैं बोलूंगा तो सुनना।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को संसद सत्र के सातवें दिन लोकसभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान अखिलेश ने लोकसभा में अपने भाषण को लेकर मीडिया से बातचीत की। उनसे पूछा गया कि वह सदन में किन मुद्दों पर चर्चा करेंगे? जवाब में अखिलेश यादव ने कहा कि मैं बोलूंगा तो सुनना। साथ ही, उन्होंने कहा कि समस्याएं अभी समाप्त नहीं हुई हैं। किसानों, अग्निवीर योजना और ओपीएस के मुद्दे अभी भी जारी हैं। सरकार नई है, लेकिन पुराने मुद्दे हैं। अखिलेश यादव ने हिंदू पर टिप्पणी और सोमवार को सदन में राहुल गांधी के भाषण को बीजेपी की रणनीति बताया।
राहुल ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस करते हुए भगवान शिव का चित्र दिखाते हुए अपने भाषण की शुरुआत की। उनका कहना था कि भगवान शिव ने कहा कि हमें डराना नहीं चाहिए। ईसाई, बौद्ध, इस्लाम और सिख धर्म भी हमें यही शिक्षा देते हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के सदन में तस्वीर नहीं दिखाने की हिदायत के बावजूद राहुल ने कई तस्वीरें दिखाई।
विवाद इस बयान पर
सोमवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्हें भाजपा पर हिंसा, नफरत और डर फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि महापुरुषों ने कहा कि डरो मत और डराओ मत, लेकिन जो लोग हिंदू कहते हैं, वे 24 घंटे हिंसा और नफरत करते हैं। इनमें से कोई हिंदू नहीं है। इस घोषणा के बाद सदन में हंगामा हुआ।
सदन में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पूरा हिंदू समाज नहीं हैं। हिंदू समाज हिंसा नहीं करता। भय और घृणा कभी नहीं फैला सकता। राहुल ने कहा कि पंजाब के अग्निवीर जवान ने बारूदी सुरंग विस्फोट में जान गंवा दी, उन्हें शहीद का दर्जा नहीं मिला। अग्निवीर इस्तेमाल करो और फेंक दो वाला मजदूर है।