Vaishakh Amavasya 2024 : हिंदू पंचांग का उपयोग बहुत पहले से किया जाता है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
08 मई, बुधवार, 18 वैशाख (सौर) शक संवत् 1946, 26 वैशाख मास प्रविष्टे 2081 (पंजाब पंचांग), 28 शव्वाल सन् 1445, वैशाख कृष्ण अमावस्या (विक्रमी संवत्) प्रात: 08.52 तक कृतिका नक्षत्र, सौभाग्य योग, नाग करण सायं 05.41 तक। चंद्रमा सायं 07.07 मिनट तक वृष राशि में मेष राशि में उपरांत रहेगा। सूर्य उत्तरायण है। सूर्य का उत्तर गोल है। ग्रीष्मकालीन अवधि राहुकालम् दोपहर 12 बजे से 1 बजे 30 मिनट तक है। वैशाख अमावस्या (स्नान दान आदि)।
- सूर्योदय- 05:50 ए एम
- सूर्यास्त- 06:57 पी एम
- चन्द्रोदय- चन्द्रोदय नहीं
आज के शुभ मुहूर्त-
- ब्रह्म मुहूर्त– 04:23 ए एम से 05:06 ए एम
- प्रातः सन्ध्या– 04:44 ए एम से 05:50 ए एम
- अभिजित मुहूर्त– कोई नहीं
- विजय मुहूर्त– 02:35 पी एम से 03:27 पी एम\
- गोधूलि मुहूर्त– 06:56 पी एम से 07:18 पी एम
- सायाह्न सन्ध्या– 06:57 पी एम से 08:02 पी एम
- अमृत काल– 09:09 ए एम से 10:37 ए एम
- निशिता मुहूर्त– 12:01 ए एम, मई 09 से 12:45 ए एम, मई 09
- सर्वार्थ सिद्धि योग– 01:33 पी एम से 05:49 ए एम, मई 09
आज के अशुभ मुहूर्त-
- राहुकाल-12:23 पी एम से 02:02 पी एम
- यमगण्ड– 07:28 ए एम से 09:06 ए एम
- आडल योग– 01:33 पी एम से 05:49 ए एम, मई 09
- दुर्मुहूर्त– 11:57 ए एम से 12:50 पी एम
- गुलिक काल- 10:45 ए एम से 12:23 पी एम
- वर्ज्य– 12:44 ए एम, मई 09 से 02:14 ए एम, मई 09
- बाण– चोर – 01:03 पी एम से पूर्ण रात्रि तक