Shani Dhaiya: वर्तमान में कुंभ राशि में शनि हैं। शनि का कुंभ राशि में होना कर्क और वृश्चिक राशि पर प्रभाव डालता है। जाने कब इन दोनों राशियों को शनि ढैय्या से छुटकारा मिलेगा-
Shani Dhaiya and Gochar 2024: शनिदेव को नवग्रहों में न्यायाधीश का दर्जा प्राप्त है। शनि मकर राशिऔर कुंभ राशि का स्वामी है। शनि तुला राशि में है और मेष राशि में है। वर्तमान में कुंभ राशि में शनि हैं। शनि का कुंभ राशि में होना कर्क और वृश्चिक राशि पर प्रभाव डालता है। शनि ढैय्या ढाई वर्ष की होती है। ज्योतिष के अनुसार, हर व्यक्ति एक बार शनि की महादशा का सामना करता है।
शनि एक क्रूर ग्रह है। लेकिन जन्म कुंडली में शनि का उच्च स्थान शुभ संकेत देता है। शनि कर्मफलदाता है। शनि अच्छे काम करने वालों को अच्छे फल देते हैं और बुरे काम करने वालों को बुरा फल मिलता है। शनि की उपासना से कर्क और वृश्चिक राशि वालों को कब मुक्ति मिलेगी?
शनि कब करेंगे शनि परिवर्तन: शनि सबसे मंद गति से चलता है। किसी भी राशि में शनि लगभग ढाई वर्ष रहते हैं। यही कारण है कि शनि को एक राशिचक्र पूरा करने में लगभग 30 वर्ष लगते हैं। 17 जनवरी 2023 को शनि ने मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश किया था और उसके बाद से इसी राशि में हैं। अगले साल 29 मार्च 2025 को, शनि कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे।
साल 2025 में शनि गोचर से सिंह व धनु राशि पर शनि ढैय्या शुरू होगा, जो कर्क और वृश्चिक राशि को प्रभावित करेगा। कर्क और वृश्चिक राशि के लोग ढैय्या से छुटकारा पाएंगे।
इस राशि में शनि की साढ़ेसाती चल रही है: आज मकर राशि में शनि की साढ़ेसाती का आखिरी चरण है। शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण कुंभ राशि पर चल रही है। शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण मीन राशि पर चल रहा है।