Pushkar Singh Dhami: वे अभी तक के छह चरणों में चुनाव में सत्तर से अधिक जनसभाएं कर चुके हैं। इनमें तेलंगाना, यूपी, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी बंगाल, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बहुत आवश्यकता थी। बीजेपी का वरिष्ठ नेतृत्व लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री धामी का व्यापक उपयोग कर रहा है। अब तक, धामी ने चुनाव प्रचार अभियान के तहत देश भर में सत्तर से अधिक जनसभा, रैली और रोड शो किए हैं।
समान नागरिक संहिता कानून, सख्त नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून और दंगा नियंत्रण कानून के कारण मुख्यमंत्री पुष्कर धामी चर्चा में आए थे। इसलिए उनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है।
इसी को देखते हुए भाजपा केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा चुनाव में उनका इस्तेमाल देशभर में कर रहा है। मुख्यमंत्री धामी कई राज्यों के चुनाव प्रचार अभियान में बतौर स्टार प्रचारक हैं। अभी तक के छह चरणों में चुनाव में वें 70 से अधिक जनसभाएं कर चुके हैं।
इनमें तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, पश्चिमी बंगाल, झारखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब शामिल हैं। उत्तराखंड में पहले चरण में मतदान समाप्त हो गया था। यही नहीं, धामी ने उत्तराखंड में लोकसभा प्रत्याशियों के नामवापसी के बाद राज्य भर में 38 जनसभाएं की थीं ताकि पार्टी प्रत्याशियों का समर्थन करें।
इसके बाद पार्टी हाईकमान ने उन्हें दूसरे प्रांतों में चुनाव प्रचार के मोर्चे पर लगा दिया है। दरअसल,धामी ने अपने कार्यकाल में कई सख्त और चर्चित फैसले लिए हैं जिससे वे भाजपा की नई पंक्ति के नेताओं में शुमार हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी उनकी काफी नजदीकी है। उनकी जनसभाओं में खासकर युवा बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए पार्टी चुनाव में मुख्यमंत्री का खूब इस्तेमाल कर रही है। वे विभिन्न प्रांतों में प्रतिदिन दो से तीन जनसभाएं कर रहे हैं।