बच्चों में TB कैसे फैलती है, इसके प्रमुख कारण और रोकथाम के उपाय

by editor
बच्चों में TB कैसे फैलती है, इसके प्रमुख कारण और रोकथाम के उपाय

भारत में TB (क्षय रोग) अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है, खासकर बच्चों में यह बीमारी देखने को मिलती है। हालांकि, यदि समय पर इसका सही निदान और उपचार किया जाए, तो यह पूरी तरह ठीक हो सकती है। बच्चों की विशेष देखभाल और उचित दवाओं से वे इस बीमारी से पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं।

TB (क्षय रोग) एक संक्रामक बीमारी है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्युलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है, लेकिन शरीर के अन्य अंगों जैसे हड्डियों, मस्तिष्क, किडनी, और रीढ़ की हड्डी को भी नुकसान पहुंचा सकती है। यह बीमारी बच्चों को भी हो सकती है, खासकर उन बच्चों में जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। बच्चों में TB होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं।

संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना

यदि कोई बच्चा TB से ग्रसित व्यक्ति के साथ रहता है, तो उसके खांसने या छींकने से हवा में फैलने वाले बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

कमजोर प्रतिरोधक क्षमता

छोटे बच्चों की इम्यूनिटी पूरी तरह विकसित नहीं होती, जिससे वे संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं और TB की चपेट में आसानी से आ सकते हैं।

पोषण की कमी (कुपोषण)

संतुलित आहार न मिलने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे उनके TB संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

अस्वच्छ और भीड़भाड़ वाला वातावरण

जो बच्चे साफ-सुथरे माहौल और ताजी हवा से वंचित रहते हैं, उनमें संक्रमण का खतरा अधिक होता है।

जन्म से संक्रमण का खतरा

यदि गर्भवती महिला को TB हो और समय पर इलाज न मिले, तो नवजात शिशु भी संक्रमित हो सकता है।

बच्चों में टीबी के लक्षण

 TB के लक्षण धीरे-धीरे उभरते हैं और कई अन्य बीमारियों जैसे लग सकते हैं। यदि इनमें से कोई लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

  • लगातार 2-3 हफ्तों से अधिक समय तक खांसी रहना।

  • वजन में गिरावट या भूख न लगना।

  • हल्का बुखार बार-बार आना, खासकर शाम को।

  • रात में अधिक पसीना आना।

  • अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होना।

  • गले या शरीर के अन्य हिस्सों में सूजन (गांठों का बनना)।

  • यदि TB फेफड़ों के अलावा हड्डियों या मस्तिष्क में हो, तो सूजन, दर्द, दौरे या अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

बच्चों में TB से बचाव के उपाय

बीसीजी (BCG) वैक्सीन

नवजात शिशु को जन्म के तुरंत बाद बीसीजी का टीका लगवाना आवश्यक है, क्योंकि यह TB से बचाव में सहायक होता है।

संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना

यदि घर में कोई व्यक्ति TB से ग्रसित है, तो बच्चे को उसके सीधे संपर्क में आने से बचाएं।

सफाई और स्वच्छता बनाए रखना

बच्चे को हाथ धोने की आदत डालें और स्वच्छ वातावरण में रहने के लिए प्रोत्साहित करें।

पौष्टिक आहार देना

बच्चे के भोजन में विटामिन और प्रोटीन से भरपूर आहार शामिल करें, ताकि उसकी इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे।

समय पर डॉक्टर से परामर्श लें

यदि बच्चा बार-बार बीमार पड़ रहा है या उपरोक्त लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।

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