Haryana News: नायब सरकार के कुछ मंत्रियों को हरियाणा में कम मतदान होने से कई प्रश्न उठ रहे हैं। विधानसभा चुनाव पर भी इसका असर हो सकता है। कांग्रेस भी अपने कई विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में अधिक मतदान प्राप्त कर चुकी है। इसमें नए राजनैतिक समीकरण बन रहे हैं।
हरियाणा में लोकसभा चुनाव में कई दिग्गजों के विधानसभा क्षेत्रों में कम मतदान हुआ है, जिससे उनके समर्थकों की चिंता बढ़ी है। नायब सरकार के कुछ मंत्रियों के हलकों में कम मतदान प्रतिशत से कई सवाल उठ रहे हैं, वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के कई विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में अधिक मतदान से नए समीकरण बन रहे हैं।
शिक्षामंत्री के विधानसभा में हुआ सबसे कम मतदान
शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के विधानसभा क्षेत्र बड़खल में सबसे कम प्रतिशत मतदान हुआ—फरीदाबाद संसदीय क्षेत्र में भी सबसे कम। उद्योग मंत्री मूलचंद शर्मा के छोटे से बल्लभगढ़ में मतदान 54% से अधिक नहीं हुआ। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. ज्ञानचंद गुप्ता के हलके पंचकूला में सबसे कम 56% मतदान हुआ, जबकि परिवहन मंत्री असीम गोयल और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के हलके अंबाला कैंट में 62% मतदान हुआ।
इन दिग्गजों के क्षेत्र में हुआ इतना मतदान
कांग्रेस प्रत्याशी वरुण चौधरी के हलके मुलाना में 69 प्रतिशत मतदान हुआ है। हलके जगाधरी में हैवीवेट कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने 74 प्रतिशत मतदान प्राप्त किया। सढ़ोरा में 70 प्रतिशत मतदान हुआ था। यमुनानगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक घनश्यामदास अरोड़ा हैं, जहां 64 प्रतिशत मतदान हुआ है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पैतृक हलके नारायणगढ़ में 69 प्रतिशत मतदान हुआ है। 57 प्रतिशत मतदाताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विधानसभा क्षेत्र में वोट डाले।
रोहतक लोकसभा क्षेत्र में निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के हलके गढ़ी-सांपला-किलोई में 79 प्रतिशत मतदान हुआ है। सोनीपत संसदीय क्षेत्र में से भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बड़ौली के हलके राई में 67 प्रतिशत और कांग्रेस विधायक इंदुराज भालू के हलके बरोदा में 62 प्रतिशत मतदान हुआ। भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल के घराने की विरासत संभाल रही किरण चौधरी के हलके तोशाम में 57 प्रतिशत मतदान हुआ था।
- सर्वाधिक मतदान अभय चौटाला के हलके ऐलनाबाद में- 75 फीसदी
- मतदान कंवरपाल गुर्जर के हलके जगाधरी में- 74 फीसदी
- मतदान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के पैतृक हलके नारायणगढ़ में- 69 फीसदी
- मतदान हलोपा विधायक गोपाल कांडा के हलके सिरसा में- 63 फीसदी
- मतदान उद्योग मंत्री मूलचंद शर्मा के हलके बल्लभगढ़ में- 54 फीसदी
- सबसे कम मतदान शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के हलके बड़खल में- 51 फीसदी
कम मतदान को अपने हक में मान रही भाजपा
भाजपा इस बार पिछले लोकसभा चुनावों के मुकाबले कम मतदान को अपना लाभ मान रही है। कांग्रेस को ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक मतदान पसंद आ रहा है। किसान आंदोलन से अंबाला, सिरसा और कुरुक्षेत्र में अधिक मतदान हुआ है। सिरसा में भाजपा के अशोक तंवर और कांग्रेस की कुमारी सैलजा, अंबाला में कांग्रेस के वरुण मुलाना और भाजपा की बंतो कटारिया, और कुरुक्षेत्र में भाजपा के नवीन जिंदल, आईएनडीआईए गठबंधन के डॉ. सुशील गुप्ता और इनेलो के अभय चौटाला में कड़ा मुकाबला है।