Malavya Raj Yoga: शुक्र के इस परिवर्तन से मालव्य नामक राजयोग का निर्माण होगा। साथ ही वृष राशि में देवगुरु बृहस्पति का भी गोचर हो रहा है । ऐसे मे दैत्य गुरु एवं देवगुरु
भूमि, भवन, शौर्य, साहस, ऊर्जा, बल, पौरूष, कला, सौंदर्य, साहित्य, प्रेम, आकर्षण, सौभाग्य सुख, वाद्य यंत्र, सितार, वीणा, सिनेमा, कोमल वस्तु, श्रृंगार एवं सुगंधित पदार्थ के कारक ग्रह मंगल अपनी राशि मेष छोड़कर वृष में प्रवेश करेगा. शुक्र वैशाख शुक्ल पक्ष दशमी तिथि 18 मई 2024 को देर रात में 2:45 शुक्र वृष राशि का है। शुक्र वृष राशि पर अपना पूरा प्रभाव डाल सकते हैं। शुक्र के इस बदलाव से मालव्य नामक राजयोग बनेगा। साथ ही वृष राशि में देवगुरु बृहस्पति का जन्म होगा। ऐसे मे दैत्य गुरु एवं देवगुरु बृहस्पति का एक राशि में गोचर का प्रभाव चराचर जगत सहित सभी व्यक्तियों पर पड़ेगा। शुक्र 12 जून 2024 तक वृष राशि में रहकर चराचर जगत पर प्रभाव स्थापित करेगा। शुक्र के परिवर्तन का मेष से लेकर सिंह राशि के प्रत्येक व्यक्तियों पर निम्न व्यापक प्रभाव दिखाई दे सकता है।
मेष :- धनेश सप्तमेश होकर धन भाव में स्वगृही गोचर करेगा, परिणाम स्वरुप धन वृद्धि, वाणी में वृद्धि, वाणी व्यवसाय में वृद्धि होगी। कुटुंब में मांगलिक कार्य और सकारात्मक कार्य संभव है। जीवन साथी से लाभ की संभावना और दैनिक आय में वृद्धि की संभावना, साझेदारी के कार्यों से लाभ की संभावना है। इसके साथ-साथ पेशाब संबंधित समस्या भी तनाव उत्पन्न कर सकता है। प्रेम संबंधों में सकारात्मक प्रगति हो सकती है।
वृष :- लग्नेश एवं रोगेश होकर लग्न भाव में गोचर करेंगे, मालव्य नामक पंच महापुरुष योग का निर्माण होगा। मनोबल में सकारात्मक प्रगति और स्वास्थ्य में सुधार होगा। सुख में वृद्धि और मानसिक स्थिति में सुधार होगा । भौतिक संसाधनों की प्राप्ति होगी और जीवनसाथी से लाभ मिलेगा। क्रिएटिविटी में वृद्धि के साथ दैनिक आय में वृद्धि होगी । अति घनिष्ठ व्यक्ति से तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। धार्मिक कार्यों में वृद्धि और यात्रा का भी योग बन सकता है।
मिथुन :- व्ययेश एवं पंचमेश होकर व्यय भाव में स्वगृही गोचर करेंगा। परिणाम स्वरुप भोग विलासिता में वृद्धि धन में वृद्धि और यात्रा में सुखद अनुभूति होगी। विदेशी यात्रा सम्भव है। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिलेगा। संतान पर खर्च की वृद्धि होगी और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि हो सकती है, इसलिए बौद्धिकता के आधार पर धन प्राप्ति का योग भी बन रहा है। अति घनिष्ठ व्यक्ति से तनाव की स्थिति बन सकती है। आंतरिक रोग ऋण शत्रु तनाव दे सकते हैं।
कर्क :– लाभेश एवं सुखेश होकर लाभ भाव में गोचर आरंभ करेंगे । परिणाम स्वरुप अचानक धन लाभ की प्राप्ति, पैतृक संपत्ति का लाभ, कलात्मकता में वृद्धि होगी । संतान पक्ष से शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है । सुख के संसाधनों में वृद्धि और माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। गृह एवं वाहन सुख में वृद्धि होगी। मन में सकारात्मक अनुभूति और जीवनसाथी एवं प्रेम संबंधों में सकारात्मक प्रगति होगी।
सिंह :- पराक्रमेश एवं राज्येश होकर राज्य भाव में स्वगृही गोचर करेगा। परिणाम स्वरुप सम्मान में वृद्धि, आय में वृद्धि औ्र नौकरी तथा व्यवसाय में प्रगति संभव है। सामाजिक पद प्रतिष्ठा में वृद्धि के साथ मेहनत भी करनी पड़ेगी। इसी से पराक्रम में वृद्धि होगी। भाई बहनों तथा मित्रों के कारण या प्रगति से मन प्रसन्न रहेगा। सुख के संसाधनों में वृद्धि के अलावा गृह एवं वाहन सुख में वृद्धि होगी। कार्यस्थल पर कार्यों की सराहना होगी।