CM Yogi Adityanath
CM Yogi Adityanath ने आज गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा), जनपद गोरखपुर के सेक्टर-27 में 1,170 करोड़ रुपये की लागत से 48.24 एकड़ में विस्तृत वरुण बेवरेजेज़ लि0 द्वारा स्थापित शीतल पेय बॉटलिंग एवं डेयरी उत्पाद संयंत्र का लोकार्पण किया। ज्ञातव्य है कि इस संयंत्र के माध्यम से 1,500 युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर वरुण बेवरेजेज़ समूह, गीडा और औद्योगिक विकास विभाग को बधाई देते हुए कहा कि आज गोरखपुर में 1170 करोड़ रुपये की लागत से इस नये औद्योगिक संयंत्र का लोकार्पण हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के युवाओं से उद्यमिता पर भी ध्यान देने का आह्वान किया है। यदि अधिक पैसा कमाना है एवं अधिक अवसर प्राप्त करने हैं, तो उद्यमिता इसका एक महत्वपूर्ण माध्यम है। दुनिया में आधुनिक विकास की ऊंचाइयों को छूने वाले जिस भी देश ने उद्यमिता पर ध्यान देकर, इस पर शोध एवं नवाचार के कार्य को आगे बढ़ाया है, वह देश वर्तमान आर्थिक परिदृश्य में दुनिया की अर्थव्यवस्था का संचालन कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवाओं को रोजगार तथा आमजन की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए उचित अवसर एवं अच्छे निवेश की जरूरत होती है। आज उत्तर प्रदेश ने अपने आपको निवेश के बेहतरीन गन्तव्य के रूप में स्थापित किया है। वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने औद्योगिक विकास विभाग के तत्कालीन उच्चाधिकारियों को प्रदेश में सरकारी नौकरी तथा युवाओं की आवश्यकताओं के अनुरूप अनेक क्षेत्रों में नौकरी देने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए थे। साथ ही, प्रदेश में कितना निवेश हो सकता है, इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए भी निर्देशित करते हुए कहा था कि उस रिपोर्ट के अनुरूप शासन निवेश समिट आयोजित करेगा। 02 महीने बाद रिपोर्ट में विभाग ने 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश की सम्भावना बतायी थी। उस समय 23 करोड़ की आबादी के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का निवेशनगण्य था। तब उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लेकर विभाग को एक बड़े लक्ष्य के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए थे। उस समय लक्ष्य था कि हम उत्तर प्रदेश को ऐसाबनायेंगे कि देश व दुनिया का हर उद्यमी व निवेशक यहां निवेश करेगा। आज डबल इंजन सरकार प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में इस दिशा में बहुत तेज गति से आगे बढ़ रही है। इस प्रयास के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश को फरवरी, 2023 में आयोजित ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुये थे। इनमें से लगभग 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का कार्य प्रधानमंत्री जी ने फरवरी, 2024 में किया। प्रदेश में आगे भी 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश की प्रक्रिया पाइप लाइन में है, जिसका शीघ्र शिलान्यास कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह निवेश केवल निवेश नहीं है, बल्कि विकास और रोजगार का माध्यम भी है। आज इस प्लाण्ट के निर्माण से लगभग 1,500 से 2,000 लोगों को नौकरी प्राप्त हो रही है। इसमें से 90 प्रतिशत लोग उत्तर प्रदेश से हैं, जिसमंे से 70 प्रतिशत युवा गोरखपुर व गोरखपुर के आस-पास के हैं। यह युवा पहले नौकरी के लिए प्रदेश से बाहर मुम्बई, कोलकाता, हैदराबाद, थाईलैण्ड, सिंगापुर आदि स्थानों पर जाता था। किन्तु आज उनको उन्हीं के घर में नौकरी प्राप्त हो रही है। यह सुविधा
अचानक नहीं आयी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गीडा का शिलान्यास वर्ष 1992 में हुआ, किन्तु वर्ष 1998 तक यहां कोई उद्योग नहीं लगा था। सरकार ने लोगों से संवाद कर समस्याओं का समाधान करना प्रारम्भ किया। इसके परिणामस्वरूप पिछले 03 से 04 वर्ष में गीडा में 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हो चुका है। वरुण बेवरेजेज़ जैसे अन्य अनेक उद्योग लगने की तैयारी में खड़े है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि निवेश तभी आता है, जब सुरक्षा का बेहतर माहौल होता है। शासन ने प्रदेश में सुरक्षा का बेहतर वातावरण बनाया। प्रदेश में अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी गयी है। इस दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है। एक बेहतर भविष्य के लिए हमारा वर्तमान सुरक्षित रहना चाहिए। यह सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वह वर्तमान को सुरक्षित रखते हुए आगे की कार्य योजना को बढ़ाये। निवेश हेतु सुरक्षा के साथ-साथ उद्योग लगाने के लिए पर्याप्त लैण्ड बैंक भी होना चाहिए। वहां बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के बेहतरीन माहौल आदि प्रयास करने की जरूरत होती है। प्रदेश सरकार द्वारा
इन कार्याें को लगातार आगे बढ़ाया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रदेश में निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से निवेशकों को 450 से अधिक एन0ओ0सी0 सरलतापूर्वक एक निश्चित समय सीमा में प्राप्त हो जाते हैं। निवेशकों को कहीं भी फाइल लेकर भटकना नही पड़ता है। बहुत सारे एन0ओ0सी0 ऐसे भी हैं, यदि वह समय-सीमा में नहीं प्राप्त हुए, तो उसे स्वीकृत मान लिया जाता है। यदि किसी ने गलत एन0ओ0सी0 दे दिया है, तो उसकी जवाबदेही तय की जाती है। निवेशकों के साथ हुए एम0ओ0यू0 की मॉनीटरिंग के लिए निवेश सारथी प्लेटफॉर्म बनाया गया है। निवेश होने के बाद निवेशकों को ऑनलाइन इन्सेंटिव देने की व्यवस्था को भी आगे बढ़ाया गया है। यह तीन प्लेटफॉर्म ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने तथा निवेशकांे के भटकाव को रोकने के लिए लाये गये हैं। शासन द्वारा मुख्यमंत्री फेलो तैनात किये गए हैं, जो निवेश की स्थिति एवं निवेश में आने वाली समस्या की समीक्षा करके रिपोर्ट तैयार करके शासन को अवगत करायेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब सुगमता के साथ सारे कार्यक्रम आगे बढ़ते हैं, तब निवेश आता है। जब निवेश आता है, तो वह बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन करता है। उत्तर प्रदेश को 40 लाख करोड़ रूपये का निवेश प्रस्ताव प्राप्त करने के लिए सरकार को काफी रिफॉर्म करने पड़े। सुरक्षा का बेहतर माहौल तथा लैण्ड बैंक बनाना पड़ा। इन कार्यों के बाद जो परिणाम प्राप्त हुए, वह हम सबके सामने हैं। गीडा में इण्डियन ग्लाइकोल उद्योग, गैलेन्ट उद्योग, केयान डिस्टलरी, ज्ञान डेयरी, तत्वा प्लास्टिक, अंकुर उद्योग आदि द्वारा निवेश हो चुका है। आज वरुण बेवरेजेज़ का यह लगभग 1,200 करोड़ रुपये का निवेश है। गीडा द्वारा प्लास्टिक पार्क, फ्लैटेड फैक्ट्री तथा गारमेन्ट पार्क बनाने की कार्यवाही युद्ध स्तर पर आगे बढ़ायी जा रही है। धुरियापार क्षेत्र में इण्डियन ऑयल द्वारा सी0बी0जी0 प्लाण्ट लगाया गया है। यहां पराली से कम्प्रेस्ड बायोगैस (सी0बी0जी0) बनायी जाती है। इसके माध्यम से गोरखपुर व पूर्वी उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की
समस्या का समाधान किया गया है। पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से ग्रीन एनर्जी प्राप्त कर डीजल व पेट्रोल की खपत में कमी लाने का कार्य किया जा रहा है। इस क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र बनाने की कार्यवाही हो रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में एक्सप्रेस-वे का एक बेहतरीन संजाल उत्तर प्रदेश में है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर को लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से जोड़ा गया है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के पास ही वरुण बेेवरेजेज़ द्वारा यह प्लाण्ट लगाया गया है। यहां पर विभिन्न प्रकार के शीतल पेय उपलब्ध होंगे। यहां एक बेहतरीन डेयरी भी बनी है। यहां पर बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की तर्ज पर महिला सामर्थ्य योजना के अन्तर्गत महिला समूह के गठन की कार्यवाही को स्वीकृति दी गयी है। इसके लिए 200 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गयी है। यह समूह मिल्क उत्पादन करके दूध उपलब्ध करवाने में योगदान देगा। इस कार्य को हमें तत्काल
आगे बढ़ाना होगा।
अभी वरुण बेवरेजेज़ दूध की आपूर्ति प्रयागराज से करता है। आने वाले समय में यह दूध कुशीनगर, संतकबीरनगर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, मऊ, आजमगढ़ से उपलब्ध हो सके, इसके लिए कार्य किया जा रहा है। दुग्ध उत्पादन से किसानों की आय बढ़ेगी। दुग्ध समितियां गांव में दूध इकट्ठा कर प्लाण्ट तक पहुचाएं, तो किसानांे को बहुत लाभ होगा। वरुण बेवरेजेज़ समूह उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसान, कृषक उत्पादक संगठनों तथा दुग्ध उत्पादन संगठनों को यहां का भ्रमण करवायें। वे यहां की प्रक्रिया को देखंेगे, तो अपने यहां के दुग्ध को इस उद्योग से जोड़ने के लिए अधिक दुग्ध उत्पादन हेतु प्रेरित होंगे। प्रधानमंत्री जी के किसानांे की आय दोगुनी करने के विजन के अनुरूप सरकार द्वारा अनेक कार्यक्रम चलाये गये हैं। वरुण बेवरेजेज़ जैसे समूह इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। किसानों को न केवल शासन एवं प्रशासन सहयोग करेगा, बल्कि कम्पनी के स्तर से भी सहयोग प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बेहतरीन निवेश गंतव्य स्थल बनने के परिणाम हम सभी के सामने हैं। सरकार ने सरकारी नौकरी देने के साथ ही, स्वयं का उद्यम या स्टार्ट-अप स्थापित करने के आकांक्षी युवाआंे के लिए अनेक कार्यक्रम शुरू किए हैं। बहुत से युवा, जो अपने घर के पास नौकरी करना चाहते हैं, उनके लिए यह एक उचित अवसर है। प्रदेश में साढ़े 06 लाख से अधिक युवाआंे को सरकारी नौकरी दी गयी है। 02 करोड़ से अधिक युवाआंे को निजी क्षेत्र में नौकरी देने के साथ ही, 60 लाख से अधिक युवाआंे को स्वरोजगार से जोड़ने में सफलता प्राप्त की गयी है। सरकार युवा उद्यमियों के लिए एक नई योजना ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ की शुरुआत करने जा रही है। इस योजना में उद्यम स्थापित करने वाले युवा को प्रथम चरण में 05 लाख रुपये तथा दूसरे चरण में 10 लाख रुपये तक का ब्याज रहित ऋण प्रदान किया जायेगा। उत्तर प्रदेश में एक जनपद, एक उत्पाद योजना के प्रभावी हो जाने से लाखों युवाओं के लिए रोजगार सृजन की सम्भावनाओं को जन्म दिया है। आज एक जनपद, एक उत्पाद योजना पूरी दुनिया में धूम मचा रही है। यह देश में एक ब्राण्ड बन चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इन कार्यों को बढ़ाने के लिए हम सभी को इससे जुड़ना होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यहां स्थापित सभी उद्योग समूहोें द्वारा उद्योग स्थापना के साथ-साथ यहां के युवाओं के कौशल विकास के लिए भी कार्य किया जायेगा। गीडा प्रशासन ने भी इस दिशा मंे भारत सरकार के सहयोग से स्किल डेवलपमेण्ट सेण्टर के माध्यम से कार्य आगे बढ़ाया है। यह यहां की संस्थाओं से जुड़कर युवाआंे को इण्टर्नशिप देकर प्रशिक्षित करने का कार्य करेंगे। यदि यह कार्य बड़े पैमाने पर होगा, तो पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा गोरखपुर में एक बड़ी स्किल्ड मैनपावर प्राप्त होती हुई दिखाई देगी। यह एक लक्ष्य है कि निवेश के साथ रोजगार को भी जोडं़े। इस
स्किल्ड मैनपावर से इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश के औद्योगिक विकास का कारवां हर दिन आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में निवेश की परिकल्पना को साकार करते हुए वरुण बेवरेजेज़ लिमिटेड के शीतल पेय बॉटलिंग एवं डेयरी उत्पाद संयंत्र का रिकॉर्ड 11 माह में लोकार्पण किया गया है। वर्ष 2017 के पहले के उत्तर प्रदेश और आज के उत्तर प्रदेश में जमीन-आसमान का अन्तर दिखाई देता है। मुख्यमंत्री जी के सफल व कुशल नेतृत्व में आज प्रदेश, देश व दुनिया में औद्योगिक ऊंचाइयों के नये आयाम स्थापित कर रहा है। वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश का औद्योगिक विकास कमजोर था। वहीं आज औद्योगिक विकास का पहिया तेजी से आगे बढ़ रहा है। हम सभी का सौभाग्य है कि हमारे प्रदेश को संवेदनशील मुख्यमंत्री मिले हैं, जो अपनी सकारात्मक सोच से प्रदेश के चहुंमुखी विकास को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज प्रदेश का हर जनपद विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। वरुण बेवरेजेज़ लि0 की इकाई गोरखपुर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। इस निवेश से स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा और यहां के लगभग 10 हजार से अधिक किसानों को अपनी आय दोगुनी करने का अवसर प्राप्त होगा। कार्यक्रम को वरुण बेवरेजेज़ लि0 के चेयरमैन श्री रविकान्त जयपुरिया ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन शुक्ल, नेपाल के कृष्णा नगर के सांसद श्री अभिषेक प्रताप शाह, गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य डा0 धर्मेन्द्र सिंह, विधायकगण श्री प्रदीप शुक्ला, श्री महेन्द्रपाल सिंह, श्री विपिन सिंह, श्री श्रीराम चौहान, इं0 सरवन निषाद, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह एवं अन्य वरिष्ठप्रशासनिक अधिकारीगण उपस्थित थे।
SOURCE: https://information.up.gov.in/h