Home राज्यदिल्ली CM Atishi ने बस मार्शल्स को नौकरी पर वापस रखने पर खुशी व्यक्त की,  दिल्ली LG को पत्र लिखा 

CM Atishi ने बस मार्शल्स को नौकरी पर वापस रखने पर खुशी व्यक्त की,  दिल्ली LG को पत्र लिखा 

by editor
CM Atishi ने बस मार्शल्स को नौकरी पर वापस रखने पर खुशी व्यक्त की,  दिल्ली LG को पत्र लिखा 

दिल्ली के CM Atishi ने दिल्ली लोकसभा को पत्र लिखा है।

CM Atishi ने इस पत्र में LG पर तंज कसते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि भारतीय जनता पार्टी को सिर्फ मार्शल्स के सामने झुकना पड़ा। भारतीय जानता पार्टी की केंद्रीय सरकार ने एक साल पहले हजारों बस मार्शल्स को नौकरी से निकाला था। पिछले एक वर्ष से यह सिर्फ मार्शल सड़कों पर लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी के मंत्री और विधायक इस संघर्ष में उनके साथ खड़े रहे। और आज, भारतीय जनता पार्टी को इस संघर्ष के आगे झुकना पड़ा और उनको वापस पद पर रखना पड़ा।

“नौकरी लगवाने वाला, निकालने वाले से बड़ा होता है”

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि नौकरी लगवाने वाला नौकरी से निकालने वाले से बड़ा है। BJP के दबाव में LG ने 10,000 से अधिक बस मार्शलों को हटाया, लेकिन AAP के संघर्ष ने उन्हें वापस स्थापित किया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक कांट्रैक्ट कर्मचारी के हक के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी।

‘भारतीय जनता पार्टी को बस मार्शल्स के सामने झुकना पड़ा।’

मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली एलजी को लिखे पत्र में कहा कि मुझे खुशी है कि भारतीय जनता पार्टी को बस मार्शल्स के सामने झुकना पड़ा। अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली की महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए, गरीब घरों से आने वाले लड़के-लड़‌कियों को बस मार्शल के तौर पर नौकरी दिलवाई। लेकिन एक साल पहले, भारतीय जानता पार्टी की केंद्रीय सरकार के कहने पर आपने हजारों बस मार्शल्स को नौकरी से निकाला था। पिछले एक वर्ष से यह सिर्फ मार्शल सड़कों पर लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी के मंत्री और विधायक इस संघर्ष में उनके साथ खड़े रहे। और आज, भारतीय जनता पार्टी को इस संघर्ष के आगे झुकना पड़ा और उनको वापस पद पर रखना पड़ा।

“हम हर संविदा कर्मचारी को उसकी नौकरी और तनख्वाह दिलवा कर देंगे।”

उनका लेख था कि बस मार्शल्स अकेले नहीं हैं जो भारतीय जानता पार्टी के इशारे पर परेशान हैं। भाजपा वाले ग़रीबों से नफ़रत करते हैं। आपको आश्चर्य होगा कि गुजरात अकेला राज्य है जहां युवा पुलिसकर्मियों को संविदा पर भर्ती किया जाता है। दिल्ली में इस नफरत का प्रमाण है, जहां महिला आयोग में काम करने वाली एसिड आक्रमण पीड़ितों को भाजपा के इशारे पर नौकरी से निकाला गया। दिल्ली जल बोर्ड के कांट्रैक्ट लेबर को हटाया गया, अस्पतालों के OPD काउंटर्स से डेटा एंट्री ऑपरेटर्स को निकाला गया, और दिल्ली सरकारी स्कूलों के आईटी अफसरों को छह महीने से वेतन नहीं मिल रहा था। इस तरह हज़ारों अनुबंध कर्मचारियों को परेशान किया जाता है। लेकिन अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने बस मार्शल्स की लड़ाई में उनका साथ दिया और उनकी नौकरी वापस दी, इसी तरह हम सभी संविदा कर्मियों को उनकी नौकरी और वेतन दिलवा कर रहेंगे।

उन्होंने लिखा LG साहब नौकरी लगवाने वाला, नौकरी से हटाने वाले से बड़ा होता है। अरविंद केजरीवाल जी ने इन हज़ारों लड़के लड़कियों की नौकरी लगवायी है। भारतीय जनता पार्टी वाले अगर इन्हें नौकरी से हटाने की कोशिश करेगी, तो केजरीवाल संघर्ष कर के उनको वापस नौकरी दिलाएंगे।

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